गुरुग्राम में खुले में जुम्मा की नमाज को लेकर हुआ जबरदस्त विरोध

सेक्टर-12 में मुस्लिम समुदाय के द्वारा अता की गई जुम्मा की नमाज.
कानून व्यवस्था को लेकर करीब पांच सौ पुलिसकर्मी पूरी तरह रहे मुस्तैद

फतह सिंह उजाला

गुरुग्राम। शुक्रवार को खुले में नमाज अता करने का विरोध करने के लिए पहुंचे हिंदू संगठन के लोगों को पुलिस के द्वारा अपनी हिरासत में ले लिया गया। पुलिस प्रशासन ने इसे कानून व्यवस्था बनाए रखने का नाम दिया। दूसरी ओर हिरासत में लिए गए हिंदू संगठन के लोगों को अविलंब रिहा करने की मांग को लेकर हिंदू संगठनों के अनेक लोग जिला उपायुक्त कार्यालय में धरने पर भी जा बैठे।

गुरुग्राम में पिछले काफी समय से खुले में नमाज को लेकर विरोध हो रहा है। हिंदू संगठन लगातार इस विरोध में आंदोलन करते नजर आ रहे हैं। पहले तो यहां गुरुग्राम-जयपुर एक्सप्रेस-वे पर ईद की नमाज अता की जाती थी। जो अदालत के हस्तक्षेप के बाद बंद हुई। इसके बाद हर शुक्रवार को अता की जाने वाले नमाज को लेकर भी विरोध जारी है। इससे पहले सेक्टर-47 में नमाज के विरोध में हिंदू संगठनों व पुलिस के बीच टकराव की स्थिति बनी है। सरकारी जगह पर खुले में नमाज के विरोध में हिंदू संगठनों के लोग जब विरोध करने पहुंचे तो पुलिस ने उन्हें ही नसीहत देनी शुरू कर दी। नमाज के विरोध में सेक्टर के लोग भी लामबद्ध हुए।

अब यहां सेक्टर-12 में खुले में नमाज अता को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। लॉकडाउन के बाद से यहां पर नमाज हो रही थी। सड़क पर बैरिकेटिंग की गई थी। सेक्टर-12 से शीतला माता रोड को बंद कर दिया गया। किसी को प्रवेश नहीं करने दिया गया। हिंदू संगठनों ने यहां पर नमाज का विरोध करने को पहले ही घोषणा कर रखी थी। करीब चार महीने से यहां नमाज हो रही है। नमाज का विरोध करने की घोषणा के साथ ही पुलिस ने भी अपनी तैयारी पूरी कर ली थी। सेक्टर-12 में नमाज स्थल पर सड़क के दोनों ओर से बैरिकेट लगाकर बंद कर दिया गया। करीब 500 पुलिसकर्मियों की तैनाती यहां पर की गई।

जैसे ही हिंदू संगठनों के लोग विरोध करने को आगे बढ़े तो पुलिस भी अलर्ट हो गई। इससे पहले कि विरोधी बैरिकेट तोड़कर आगे बढ़ते, पुलिस ने उन्हें रास्ते में ही रोककर उन्हें हिरासत में ले लिया। इसमें बीजेपी से निष्कासित नेता एडवोकेट कुलभूषण भारद्वाज समेत काफी लोग शामिल हैं। काफी समय से यहां नमाज का विवाद चल रहा है, लेकिन प्रशासन इसका कोई हल नहीं निकाल पाया है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने भी गुरुग्राम में तय 18 स्थानों पर नमाज पढऩे के आदेश जारी किये हैं, इसके बाद भी खुले में नमाज हो रही है। दूसरी तरह इनकी हिरासत के विरोध में हिंदू संगठनों के लोग अपने साथियों को छोडऩे की मांग पर उपायुक्त कार्यालय में धरने पर बैठ गए।

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