गुरुग्राम: खुले स्थानों पर नमाज अदा को लेकर गुरुग्राम सुर्खियों में है। परंतु शासन-प्रशासन कितनी कार्रवाई कर पा रहा है। गुरुग्राम के सेक्टर 47 में और सेक्टर 12ए में हर शुक्रवार को नमाज अदा की जा रही है। क्या वास्तविकता में इस पर कभी कोई कार्रवाई नहीं हो पाएगी, इसी प्रकार से खुले में नमाज अदा होती रहेगी और हिंदू लोग इसका विरोध प्रकट करते रहेंगे कब तक? क्या नमाज को लेकर कोई षड्यंत्र है, यदि षड्यंत्र है तो वह लोग कौन हैं फंडिंग कहां से होती है? चुनाव के समय ही राजनीतिक पार्टियों को गौ भक्त, हिंदू, मंदिर याद आते हैं। तमाम इन प्रश्नों के साथ में गुरुग्राम का जाना पहचाना एक चेहरा अधिवक्ता कुलभूषण भारद्वाज अपने बयानों में कहा कि प्रशासन सरकार को गुमराह करने का काम कर रहा है। जो 1 दिन की अनुमति थी। उस अनुमति को गलत तरीके से पेश कर रहा है माननीय मुख्यमंत्री मनोहर लाल के सामने। इससे साफ है कि कहीं ना कहीं प्रशासन सरकार से जानकारी पूर्ण रूप से नहीं दे रहा है। जोकि संप्रदायिक गतिविधियों की तरफ बढ़ावा देता है। साथ में कहा कि निश्चित रूप से जिस प्रकार से सेक्टर 12A मैं नमाज अदा करने का केंद्र एक मुस्लिम परिवार को बना रखा था आज उसने अपने बयानों में कहा है के जबरदस्ती हमारे मना करने के बाद भी शहजाद नाम का व्यक्ति यहां पर नमाज़ अदा करवाता है, जो कि उत्तर प्रदेश का रहने वाला आज गुरुग्राम में रह रहा है। शहजाद नाम के व्यक्ति की जांच होनी चाहिए और इसके पीछे कौन शक्तियां हैं जो कि से फंडिंग कर रही हैं। श्री भारद्वाज ने यह भी कहा की गुडगांव के अंदर जहां भी खुले स्थानों पर नमाज अदा की जाती है वहां पर इस व्यक्ति की एक अहम भूमिका रहती है। यह जांच का विषय है प्रशासन को तत्काल प्रभाव से एक्शन लेना चाहिए। शुक्रवार को नमाज अदा होने के लिए कुलभूषण भारद्वाज ने कहा कि किसी भी सूरत में शुक्रवार को नमाज अदा नहीं होने देंगे क्योंकि यह एक षडयंत्र के तहत नमाज अदा की जा रही है, वह प्रशासन के सामने है और गुड़गांव की जनता के सामने हैं। अपने शब्दों में भारद्वाज ने खुले में नमाज को लेकर कहा कि जिस प्रकार से हिंदू अपने मंदिर के अंदर पूजा कर रहा है और घर में पूजा कर रहा है उसी प्रकार से हमारे मुस्लिम लोगों को भी अपने मस्जिद में या फिर अपने घरों में नमाज अदा करें। क्योंकि खुले में इस प्रकार से नमाज अदा करना गैर कानूनी है। इससे सामाजिक दृष्टिकोण से समाज पर गलत प्रभाव भी पड़ता है। कुलभूषण भारद्वाज ने कहा कि 1 दिन की परमिशन 18/05/2018 में दी गई थी उसी परमिशन को बार-बार प्रशासन लोगों को दिखाकर गुमराह करने का कार्य कर रहा है जो कि इससे सरकार भी सच्चाई से अवगत नहीं है। प्रशासन की कहीं से कहीं तक मनसा नहीं है कि यह मामला शांत कर दिया जाए। खुले स्थानों पर नमाज अदा होने को लेकर इसकी कोई कमेटी बनाई जाए, जिससे कोई भी संप्रदायिक गतिविधियां ना बड़े। साथ मैं अधिवक्ता कुलभूषण भारद्वाज ने प्रशासन के साथ-साथ भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा। कि 7 वर्ष पहले भाजपा सरकार नहीं थी, तो हमारे जैसे जो कार्यकर्ता हैं वह हिंदू की बात करते थे, मंदिर की बातें करते थे, गौ माता की रक्षा की बात करते थे, गौ भक्तों की बात करते थे, उस समय यह बात करते हुए सभी सरकार के लोग अच्छे लगते थे। परंतु जिस प्रकार से सरकार बनी और मुद्दे से सभी लोग भटक गए। अब वह लोग सत्ता के लोग बन कर सत्ता का आनंद ले रहे हैं और अपने मनमर्जी काम करवा रहे हैं और कर रहे हैं। अब इनको ना हिंदू की आवश्यकता है, ना गौमाता की आवश्यकता है। ना मंदिरों की आवश्यकता है और ना ही गौ भक्तों की आवश्यकता है। साथ में श्री भारद्वाज ने बताया कि आज सेक्टर 12ए में आवेदन दिया गया है। उसको देखते हुए वहां पर नमाज अदा नहीं होनी चाहिए और प्रशासन भी इस विषय को लेकर चिंतन करेगा और मैं आशा करता हूं कि वहां पर नमाज अदा नहीं करने देगा प्रशासन, दूसरी तरफ आर्य समाज गुरुग्राम के लोगों ने मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन डीसी के कार्यालय में नायब तहसीलदार सुशील कुमार को सौंपा। Post navigation गुरुग्राम में 29 अक्टूबर से शुरू होगा भव्य सीता उत्सव शुक्रवार को जिला में मेगा वैक्सीनेशन अभियान के तहत 99 टीकाकरण केन्द्रों पर लगेगी कोविशिल्ड की पहली व दूसरी डोज