साहित्य हिसार सांस्कृतिक पत्रकारिता में जो कुछ सीखा वह नई पीढ़ी को देना चाहता हूं : अजित राय। 03/02/2021 Rishi Prakash Kaushik -कमलेश भारतीय मैं एक सांस्कृतिक पत्रकार हूं -साहित्य, रंगमंच , सिनेमा और संस्कृति के क्षेत्र में जो काम किया , उसे युवा पीढ़ी तक पहुंचा सकूं, यह कहना है संस्कृति…
देश साहित्य हरियाणा हिसार तिरंगा सतरंगी क्यों हुआ ? 27/01/2021 Rishi Prakash Kaushik –कमलेश भारतीय लाल किले की प्राचीन पर अपने होश ओ हबास से लेकर आज तक हर गणतंत्र दिवस पर देश के प्रधानमंत्री को तिरंगा ही लहराते देखा और फिर गर्व…
गुडग़ांव। साहित्य कविता संग्रह “लौट आता हूँ ” लोकार्पित 25/01/2021 Rishi Prakash Kaushik रेखाओं और शब्दों के संयुक्त प्रयास से सुसज्जित संग्रह को मिली सराहना. कवि त्रिलोक कौशिक एवं चित्रकार सुधीर त्रिपुरारि के साझा प्रयास को बताया अनूठा. सुरुचि परिवार का साहित्यिक आयोजन…
साहित्य हिसार मानव भावनाओं को समझने में साहित्य का योगदान : खट्टर 23/01/2021 Rishi Prakash Kaushik -कमलेश भारतीय मानव भावनाओं को समझने में साहित्य का बड़ा योगदान है । साहित्यकार का समाज में बड़ा अस, होता है । यह कहना है हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल…
साहित्य वरिष्ठ पत्रकार अमित नेहरा ने लिखी ‘कहो ना’ पुस्तक 22/01/2021 Rishi Prakash Kaushik -कहो ना से पहले चार पुस्तकें लिख चुके हैं-कहो ना, विश्वविख्यात ई-कॉमर्स कम्पनी अमेज़न पर ई-बुक के रूप में उपलब्ध है। गुरुग्राम, 22 जनवरी। वरिष्ठ पत्रकार, लेखक और राजनीतिक विश्लेषक…
साहित्य हिसार यह पत्रकारिता का दुर्भाग्यपूर्ण दौर : राहुल देव 15/01/2021 Rishi Prakash Kaushik कमलेश भारतीय यह पत्रकारिता का दुर्भाग्यपूर्ण दौर है। यह पत्रकारिता देश को विभाजन-पूर्व की स्थितियों में पहुंचा रही है । यह नकारात्मक पत्रकारिता भारतीय लोकतंत्र के लिए खतरनाक है ।…
साहित्य हिसार जहां समर्पण, वहीं सफलताः शालू जिन्दल 14/01/2021 Rishi Prakash Kaushik -कमलेश भारतीय जेएसपीएल फाउंडेशन की चेयरपर्सन श्रीमती शालू जिन्दल का जीवन समर्पण, कड़ी मेहनत, लगन और दर्शन का बेमिसाल उदाहरण है। उन्होंने पारिवारिक दायित्वों के साथ-साथ सामाजिक दायित्व भी बखूबी…
साहित्य हिसार लघुकथा : जन्मदिन 14/01/2021 Rishi Prakash Kaushik –कमलेश भारतीय छोटे भाई की छोटी बेटी मन्नू हमारे पास आई हुई थी । एक सुबह नाश्ते पर कहने ली – बड़ी मां , मेरी एक बात सुनेगी ?-कहो बेटे…
साहित्य हिसार मशालें लेकर चल पड़े हैं लोग मेरे गांव के 11/01/2021 Rishi Prakash Kaushik -कमलेश भारतीय अजी किसान आंदोलन के चलते बहुत से गीत लोकप्रिय हो रहे हैं और इन गीतों में हाल ही में पंजाब सरकार द्वारा शिरोमणि साहित्यकार घोषित किया गये कवि…
साहित्य हिसार लघुकथा : चेहरा 08/01/2021 Rishi Prakash Kaushik View Post कमलेश भारतीय देखा जाए तो बात कुछ भी नहीं । देखा जाए तो बात विश्वास की है । वे एक अधिकारी थे और मेरे ही किसी काम से…