Category: देश

सफदरजंग अस्पताल के बीएमसी यूनिट में बोन मैरो ट्रांसप्लांट का उद्घाटन

नई दिल्ली। वीएमएमसी और सफदरजंग अस्पताल की चिकित्सा अधीक्षक डॉ. वंदना तलवार को केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मांडविया और स्वास्थ्य सेवाओं के सम्मानित महानिदेशक डॉ. अतुल गोयल…

जीवन की आपाधापी में क्या जी रहे हैं हम?

जब हम अपने जीवन की शुरुआत करते हैं तो हमारा मन सब कुछ पाने को लालायित रहता है। हमें पैसे के साथ-साथ नाम कमाने की भी चाह होती है। ये…

एक रिसर्च पेपर से क्यों घबराई है सरकार?

2019 चुनाव के बूथ से लेकर सीट तक के आंकड़ों का बारीकी से विश्लेषण करने के बाद लेख इस निष्कर्ष पर पहुंचता है की दाल में कुछ काला है। जिन…

उन्नत भारत सेवाश्री सम्मान समारोह में अनेकों विभूतियाँ की गयी सम्मानित : डॉ राजीव सूद

संसद मार्ग स्थित कंस्टीटूशन क्लब में किया जाता है सम्मानित। हर वर्ष पुरे देश से चुन कर विभूतियों को किया जाता है सम्मानित। वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक नई दिल्ली 20…

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने नाबालिग के यौन उत्पीड़न के आरोपी अधिकारी के निलंबन का दिया आदेश

दिल्‍ली पुलिस ने रविवार को कहा था कि दिल्ली सरकार के महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी के खिलाफ अपने मित्र की नाबालिग बेटी से कई बार बलात्कार करने…

बुजुर्ग दिवस विशेष ……… घर की दहलीज से दूर होते बुजुर्ग

बदलते परिवेश में एकल परिवार बुजुर्गों को घर की दहलीज से दूर कर रहें है। बच्चों को दादी- नानी की कहानी की बजाय पबजी अच्छा लगने लगा है, बुजुर्ग अपने…

कब तक ‘रैगिंग की आंधी’ में बुझेंगे सपनों के दीप ?

रैगिंग के नाम पर मैत्रीपूर्ण परिचय से जो शुरू होता है उसे घृणित और विकृत रूप धारण करने में देर नहीं लगती। रैगिंग की एक अप्रिय घटना पीड़ित के मन…

कम नियमों से ही होगा ……… ‘विश्वास-आधारित शासन’

बिल का उद्देश्य है कि कुछ अपराधों में मिलने वाली जेल की सजा को या तो पूरी तरह से खत्म कर दिया जाए या फिर जुर्माना लगाकर छोड़ दिया जाए।…

तिरंगा यात्राओं में राजनीति व संघी महिमामंडन का तडक़ा, पर शहीदों के सम्मान की भावना नही : विद्रोही

आजादी के 76 साल बाद एकबार फिर लोकतंत्र संविधान, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता व संवैद्यानिक संस्थाओं पर फासीजम का गंभीर खतरा मंडरा रहा है : विद्रोही विगत 9 वर्षो से भारत…

अमृत महोत्सव के जश्न में डूबे, कहाँ खड़े हैं आज हम ?

विश्व की उदीयमान प्रबल शक्ति के बावजूद भारत अक्सर वैचारिक ऊहापोह में घिरा रहता है. यही कारण है कि देश के उज्ज्वल भविष्य और वास्तविकता में अंतर दिखाई देता है.…

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