Tag: पंचायती राज व्यवस्था

24 अप्रैल – राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस :

बिखर गई पंचायतें, रूठ गए है पंच।भटक राह से है गए, स्वशासन के मंच।। राज्य सरकार स्थानीय नौकरशाही के माध्यम से स्थानीय सरकारों को बाध्य करती हैं। उदाहरण के लिए,…

ढाणी तक दर्द पूछने पहुंचे सांसद……….. महिला सरपंच अपने अधिकारों का खुद उपयोग करें : बृजेंद्र सिंह

-कमलेश भारतीय मै यह चाहता हूं कि नवनिर्वाचित महिला सरपंच खुद अपने अधिकारों का उपयोग करें । मेरी बेटी कुदरत कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय में इसी विषय पर शोध कर रही है…

गांव राठीवास में सरपंच सुमन देवी व पंचों ने संस्कृत में ली शपथ

हरियाणा में पहली पंचायत जहां संस्कृत भाषा में शपथ ग्रहण हुआ गुरूग्राम पुलिस कमिश्नर कलाराम रामचंद्रन गांव बोहड़ाकला पहुंची पहली बार देहात सरकार में 50 प्रतिशत महिलाएं बनी सरपंच-पंच लोकतंत्र…

गाँव-गाँव अब रो रहा, गांधी का स्वराज। भंग पड़ी पंचायतें, रुके हुए सब काज।।

महिलाओं तथा दूसरे पिछड़े और हाशिये पर खड़े समाज के सशक्तिकरण जैसी उपलब्धियों के बावजूद विकेन्द्रीकरण की प्रक्रिया काफी धीमी, सुस्त और असंतोषजनक है। इन संस्थाओं को संवैधानिक दर्जा दिया…

24 अप्रैल – राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस विशेष…..पंचायतों के समय पर चुनाव इसकी गरिमा को बढ़ा सकते हैं

“सबका साथ, सबका गांव, सबका विकास” तभी होगा जब पंचायतें अपना काम सुचारु रूप से करें। हम देखते है कि राज्य सरकारें अपने राजनितिक फायदे के लिए पंचायतों के चुनाव…

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