Uncategorized मेरी यादों में ………… जालंधर-भाग एक 18/12/2023 bharatsarathiadmin कमलेश भारतीय आज मेरी यादों का कारवां जालंधर की ओर जा रहा है, जो पंजाब की सांस्कृतिक व साहित्यिक राजधानी कहा जा सकता है। नवांशहर से मात्र पचास-पचपन किलोमीटर दूर!…
हिसार बार एसोसिएशन के नवनिर्वाचित प्रधान विनय बिश्नोई से बातचीत 17/12/2023 bharatsarathiadmin चैंबर निर्माण व युवा वकीलों के लिए कार्यशाला लगवाना मेरी प्राथमिकतायें -कमलेश भारतीय हिसार बार एसोसिएशन के नवनिर्वाचित प्रधान विनय बिश्नोई ने कहा कि वकीलों के नये चैंबर बनवाना और…
हिसार यह घर किसका है ? 17/12/2023 bharatsarathiadmin इस घर से बंटवारे की बदबू फिर उठ रही है । कहीं फिर नफरत की आग सुलग रही है । अफवाहों का धुआं छाया हुआ है । कमलेश भारतीय अपनी…
हिसार हिसार दूरदर्शन :अच्छा चलता हूं …… दुआओं में याद रखना! 16/12/2023 bharatsarathiadmin बंद हुए एक साल ………. धरना अभी तक जारी -कमलेश भारतीय पिछले वर्ष चौदह दिसम्बर को सूचना व प्रसारण मंत्रालय की ओर से हिसार दूरदर्शन को बंद किये जाने के…
हिसार ऐ सिनेमाघर तेरे अंजाम पे रोना आया! ……….गया सिनेमाघरों का जमाना, आये मल्टीप्लेक्स 15/12/2023 bharatsarathiadmin -कमलेश भारतीय आज सिनेमाघरों की याद आई और इनके दयनीय अंत पर लिखने का मन किया। अपने पंजाब के नवांशहर में दो सिनेमाघर थे-शंकर राकेश और सतलुज सिनेमाघर ।। शंकर…
देश हिसार बदल गये मुख्यमंत्रियों के चेहरे….. 13/12/2023 bharatsarathiadmin कमलेश भारतीय पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में से तीन राज्यों राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में भाजपा को स्पष्ट बहुमत मिला तो तेलंगाना में कांग्रेस को पूर्ण बहुमत मिला। मिजोरम…
साहित्य हिसार यादों की धरोहर ……. महज साक्षात्कारों का संचयन नहीं वरन एक संदर्भ ग्रंथ 13/12/2023 bharatsarathiadmin इंदिरा किसलय चीड़ों पर चाँदनी का भावुक अक्स उकेरते हुए “निर्मल वर्माजी” हों, आँखिन देखी कहने वाले “हरिशंकर परसाई”, आषाढ़ का एक दिन की यादों में भीगी “अनिता राकेश”,तमस के…
हिसार हिसार की यादें …….. राखीगढ़ी बनी राष्ट्रीय धरोहर 11/12/2023 bharatsarathiadmin -कमलेश भारतीय लिखने बैठूं तो हिसार की यादों का पिटारा खुलता ही जायेगा। कोई ओर-छोर नहीं इन यादों का, न कोई आदि न कोई अंत! अनंत हैं यादें! जब सन्…
हिसार जनता और नेता …….. 10/12/2023 bharatsarathiadmin -कमलेश भारतीय एक जंगल था ।जी नहीं , एक जंगल है । शायद मैं कहना यह चाह रहा हूं कि एक देश है । जंगल न भी सही है तो…
साहित्य हिसार साहित्य से रोजी रोटी नहीं चल सकती , मेरी किताब के विदेशी अनुवाद से पैसे मिले : बेबी हालदार 09/12/2023 bharatsarathiadmin -कमलेश भारतीय साहित्य से रोजी रोटी नहीं चल सकती । मेरी पहली ही किताब इतनी चर्चित हूई कि देश विदेश की 27 भाषाओं में अनुवाद हुई जिससे मुझे पैसे मिले…