विजिलेंस ने पीडब्ल्यूडी- बी एंड आर पटौदी के दो कारिंदो को रंगे हाथ दबोचा.
रिश्वत के 25000 रूपए लेते ही दोनों कर्मियों ने गिनती करके आधे-आधे बांटे.
विजिलेंस टीम ने दोनों को पीडब्ल्यूडी- बी एंड आर आफिस में किया काबू

फतह सिंह उजाला

पटौदी। हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी और जननायक जनता पार्टी की गठबंधन सरकार के भ्रष्टाचार मुक्त शासन प्रशासन और जीरो टोलरेंस के दावों के बावजूद बेखौफ तरीके से रिश्वतखोरी का भ्रष्ट कर्मचारियों के द्वारा अपना धंधा चलाया जा रहा है । सोमवार को पटौदी के एमएलए एवं भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश मंत्री एडवोकेट सत्य प्रकाश जरावता तथा पटौदी सबडिवीजन कोर्ट की बगल में ही मौजूद पीडब्ल्यूडी बी एंड आर कार्यालय में दो कर्मचारियों को विजिलेंस टीम के द्वारा 25 हजार घूस लेते रंगे हाथ दबोचा गया ।

जैसे ही विजिलेंस के द्वारा पटौदी क्षेत्र में ही सरकारी कार्यालय के अंदर मौजूद कर्मचारियों के द्वारा रिश्वत की रकम आधी-आधी बांट कर गिनते हुए रंगे हाथ दबोचे जाने की खबर आसपास अन्य सरकारी महकमों में पहुंची तो विभिन्न सरकारी कार्यालयों में भी कथित रूप से अनेक सरकारी कर्मचारियों के चेहरे के रंग उड़े बजाये गए । घूस लेते रंगे हाथ सरकारी आफिस में सरकारी अधिकारी और र्क्लक को विजिलेंस के द्वारा दबोचा जाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए एमएलए एडवोकेट जरावता ने दो टूक कहते चेतावनी दी कि किसी भी भ्रष्ट और रिश्वतखोर कर्मचारी-अधिकारी को नहीं छोड़ा जाएगा।

जानकारी के मुताबिक पटौदी विधानसभा क्षेत्र के सबसे बड़े गांव बोहड़ाकला के निवासी विक्रम शर्मा पुत्र दौलत राम के द्वारा वेयरहाउस बनाने के लिए सीएलयू के वास्ते पीडब्ल्यूडी-बी एंड आर पटोदी कार्यालय में एनओसी के लिए आवेदन किया गया था । एनओसी जारी करने की एवज में 50000 घूस की डिमांड की गई । सूत्रों के मुताबिक 45000 रूपए में यह काम करने की बात कहते डील फाइनल की गुई और पहली किश्त के रूप में 20000 एनओसी जारी करने के लिए लिए जा चुके थे । लेकिन 25000 के भुगतान के बाद ही एनओसी की फाइल देने की शर्त आवेदक के सामने थोप दी गई । इसके बाद में विक्रम पुत्र दौलत राम ने सरकारी कार्यालय में कर्मचारियों के द्वारा घूस मांगने की शिकायत और पूरे मामले की गंभीरता को देखते हुए विजिलेंस टीम के द्वारा पूरी तैयार करके जाल बिछाया गया ।

गुरुग्राम विजिलेंस टीम के द्वारा दो हजार तथा 500 के नोट विशेष पाउडर लगाकर शिकायतकर्ता को सौंप दिए गए । सूत्रों के मुताबिक सोमवार कथित रूप से कार्यालय बंद होने के समय से पहले एनओसी आवेदक विक्रम शर्मा ने पटौदी कोर्ट के बगल में ही मौजूद पीडब्ल्यूडी बी एंड आर कार्यालय में पहुंच कर जैसे ही 2000 और 500 के नोट कुल 25000 रूपए की रकम कार्यालय में मौजूद क्लर्क आजाद को सौंपी, उसी समय मौके पर ही विभाग का जेई ईश्वर भी मौजूद था। 25000 हाथ में आते ही जेई ईश्वर और र्क्लक आजाद ने नोट गिन कर आधे-आधे बांट लिए । इसी बीच में मौके पर मौजूद विजिलेंस टीम के डीएसपी सत्येंद्र सिंह के नेतृत्व में टीम के द्वारा बिना देरी किए पीडब्ल्यूडी कार्यालय में पहुंच कर रिश्वत की रकम गिन रहे दोनों कर्मचारियों को रंगे हाथ मौके पर  दबोच लिया गया । सूत्रों के मुताबिक पीडब्ल्यूडी बी एंड आर विभाग के जेई ईश्वर तथा र्क्लक आजाद के हाथ धुलवाये गए तो हाथ भी विशेष पाउडर की वजह से लाल हो गए।  इस पूरी कार्रवाई की विजिलेंस टीम के द्वारा सबूत के तौर पर मोबाइल फोन में रिकॉर्डिंग भी की गई ।

सूत्रों के मुताबिक रिश्वतखोर  भ्रष्ट अधिकारी और कर्मचारी को रंगे हाथ काबू किया जाने की कार्यवाही के दौरान मुख्य शिकायतकर्ता विक्रम शर्मा के साथ में जिला पार्षद सुशील चौहान भी मौजूद बताए गए । पटौदी कोर्ट के बगल में ही मौजूद पीडब्ल्यूडी बी एंड आर ऑफिस में बेखौफ तरीके से रिश्वत लेने और रिश्वत के नोट गिन कर आधे-आधे बांट कर अपनी अपनी जेब में रखने से पहले ही तेजतर्रार विजिलेंस टीम के डीएसपी सत्येंद्र सिंह के नेतृत्व में की गई कार्रवाई के जाल में दोनों ही रिश्वतखोर भ्रष्ट कर्मचारी बुरी तरह से फस गए।  इसके बाद में विजिलेंस टीम आगामी आवश्यक कार्यवाही और इन दोनों के खिलाफ नियमानुसार मुकदमा दर्ज किया जाने के लिए अपने साथ लेकर रवाना हो गई।

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