चरखी दादरी जयवीर फोगाट

 23 अक्तूबर,संयुक्त किसान मोर्चे के आहवान पर लखीमपुर खीरी के शहीद अस्थि कलश यात्रा रविवार 24 अक्तूबर को टिकरी बार्डर पर पहुंचेगी। इस दौरान दादरी,  भिवानी से सैंकडों किसान टिकरी बार्डर पहुंचेगे। कितलाना टोल पर चल रहे धरने को संबोधित करते हुए किसान नेताओं ने कही। उन्होंने आज जोर देकर कहा कि लखीमपुर खीरी कांड निष्पक्ष जांच उच्चतम न्यायालय के सीटिंग जज से करवाई जानी चाहिए और इसके लिए केन्द्रीय गृह राज्य मन्त्री को बर्खास्त करते हुए 120 बी के तहत गिरफ्तार करना होगा। 26 अक्तूबर को किसान मोर्चा की ओर से पूरे देश में जिला स्तर पर इस मांग को लेकर प्रदर्शन किए जाएंगे और स्थानीय समस्याओं मसलन डीएपी खाद, बर्बाद फसलों का मुआवजा, खेतों से पानी की निकासी व बाजरा, मूंग,कपास व धान की सरकारी खरीद के मुद्दों को जिला प्रशासन के सामने उठाया जाएगा।धरने को सम्बोधित करते हुए पूर्व संसदीय सचिव रणसिंह मान ने कहा कि किसान आन्दोलन को चलते लगभग 11 महीने हो बीत गए और 750 से ज्यादा किसान शहीद हो गए फिर भी केन्द्र सरकार बातचीत से इसका समाधान नहीं करना चा रही है। यह सबसे बड़े लोकतन्त्र में सरकार का जन विरोधी रूख है। उन्होंने भाजपा सरकारों पर आरोप लगाया कि वे इस आन्दोलन को जाति और धर्म के आधार पर कमजोर करना चाहती हैं, जिसमें उन्हें कभी भी सफलता नहीं मिलेगी। 

कितलाना टोल पर धरने के 302वें दिन सांगवान खाप से नरसिंह सांगवान डीपीई, किसान सभा से रणधीर कुंगड़, चौगामा खाप से मीरसिंह नीमड़ी वाली, रिटायर्ड कर्मचारी संघ के सुखदेव पालवास, महिला नेत्री लिछमी डोहकी, कृष्णा गोरीपुर, ओमप्रकाश कामरेड, सुरजभान झोजू, रणधीर घिकाड़ा, रतन सिंह घिकाड़ा, हरबीर नम्बरदार, समुन्द्र सिंह धायल, मन्शाराम साहूवास, सुबेदार कंवरशेर चन्देनी, शमशेर सांगवान, रघुवीर डोहकी, चन्द्र छ्पार, सनपत मानकावास सभी तीनों अनुसूचित जाति, ओम प्रजापति, शब्बीर हुसैन, लवली पूर्व सरपंच, सुबेदार सतबीर सिंह सहित काफी मात्रा में किसान मौजूद थे।

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