चण्डीगढ़ 23 अक्तूबर – ग्रामीण क्षेत्र में कुटीर उद्योगों को बढ़ावा देने से युवाओं के लिए रोगजार के रास्ते खुलेंगे और देश को आत्म-निर्भर बनाने में यह एक महत्वपूर्ण कदम होगा। यह बात हरियाणा के राज्यपाल श्री बडांरू दत्तात्रेय ने शनिवार को हरियाणा खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड के चेयरमैन श्री रामनिवास से बातचीत में कही। श्री रामनिवास ने शनिवार को राजभवन में राज्यपाल श्री दत्तात्रेय से शिष्टाचार मुलाकात की और हरियाणा खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड की गतिविधियों की जानकारी दी।

राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि खादी एवं उद्योग को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश में केन्द्रीय योजनाएं व कार्यक्रम और ज्यादा कारगर सिद्ध हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना कार्यक्रम के तहत बैंकों से वित्तीय सहायता प्राप्त कर ग्रामीण युवाओं को कुटीर उद्योगों से जोड़ा जा सकता है। हरियाणा एक कृषि प्रधान राज्य है। इसलिए ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि से जुड़े उद्योगों को बढ़ावा देने से ही ग्रामीण क्षेत्र के युवाओं के लिए रोजगार सृजन किए जा सकते हैं, इससे ग्रामीण क्षेत्र आत्म-निर्भर होगा।

उन्होंने कहा कि युवाओं को कृषि से जुड़े उद्यागों के लिए प्रशिक्षित कर स्टार्ट-अप स्थापित करने के लिए प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम का लाभ उठाया जा सकता है। प्रशिक्षण हेतु सरकारी विभाग व बोर्ड, कौशल विश्वविद्यालयों व प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालयों से सम्पर्क कर युवाओं को प्रशिक्षण की सुविधा उपलब्ध करवा सकते हैं।

चेयरमैन श्री रामनिवास ने बताया कि प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के तहत ग्रामीण क्षेत्र के युवाओं के रोजगार सृजन करने के लिए ग्रामोद्योग स्थापित करने में सहायता की जा रही है। इस कार्यक्रम के तहत चालू वित्त वर्ष के दौरान प्रदेश में अभी तक 647 मामलों में 23 करोड़ 47 लाख रूपये की राशि मार्जिन मनी के रूप में दी जा चुकी है। उन्होंने कहा कि हरियाणा खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड प्रदेश में पारम्पिक और आधुनिक उद्योगों को बढ़ावा दे रहा है। इसके साथ-साथ बोर्ड द्वारा एम.ए.एम.ई विभाग से भी सहयोग लिया जा रहा है।

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