कमलेश भारतीय

नेचुरल बोलना , शुद्ध उच्चारण और संक्षिप्त में अपनी बात कहना ही किसी भी अच्छे एंकर की निशानी मानती हूं , सर । यह कहना है पंजाब के आनंदपुर साहिब के गवर्नमेंट स्कूल में काॅमर्स की प्राध्यापिका सीमा जस्सल का । न केवल एंकर बल्कि इम्पीरियल मॉडल मिसेज ट्राई सिटी और नाइन टू नाइन एंटर्टेन्मेंट मिसिज पंजाब सौंदर्य प्रतियोगिता में द्वितीय रही। सीमा एक सफल शिक्षिका और एंकर हैं ।

खुशी यह है कि सीमा जस्सल हमारे नवांशहर के निकट गांव करीहा की मूल निवासी है जबकि मैट्रिक और ग्रेजुएशन नवांशहर से ही की । मैट्रिक आदर्श बाल विद्यालय, नवांशहर से तो ग्रेजुएशन बी एल एम गर्ल्स कॉलेज, नवांशहर से बी एड की चंडीगढ़ के देव समाज कॉलेज से और पोस्ट ग्रेजुएशन इंदिरा गाँधी नेशनल यूनिवर्सिटी, दिल्ली से की । इससे पहले ई टी टी डाइट रोपड़ से और वहीं अपने जीवन साथी नरेश भारद्वाज से मिली । हमारे दो बेटियां हैं । पृथा भारद्वाज और निवृत्ति भारद्वाज । चौदह साल व आठ साल की ।

-मम्मी पापा के बारे में ?
-पापा जोगिंद्र पाल पी सी एस ऑफ़िसर सेवामुक्त हुए और कम से कम शब्दों में अपनी बात कहने की कला सिखाई जो मेरे बहुत काम आ रही है । वही मेरे प्रेरक हैं । मम्मी हरभजन कौर जो हाउस वाइफ और सात भाई बहनों में सबसे छोटी से एक कदम ऊपर ।

जॉब कब से ?
-सन् 2001 से सरकारी प्राइमरी स्कूल बैंस से शुरुआत की ।आजकल आनंदपुर साहब में कार्यरत ।

-जालंधर दूरदर्शन में एंकर कब से ?
-असल में कोरोना ने मुझे यह गोल्डन अवसर दिया जब हमें अपने शिक्षा सम्बन्धी लेक्चर बनाने पड़े। शिक्षा विभाग और शिक्षा सचिव श्री कृष्ण कुमार जी ने मेरे काम को सराहा और प्रशंसा पत्र दिया।वो लेक्चर आपके छोटे भाई प्रमोद भारती ने देखे और दूरदर्शन निर्देशक पुनीत सहगल ने भी देखे जिन्होंने मुझे प्रेरित किया कि मैं टी वी एंकरिंग भी किया करूं ।

-कौन सा प्रोग्राम करती हो आप ? हिंदी फिल्मी गीतों का प्रोग्राम गीत बहार ।

-एंकरिंग के साथ ब्यूटी कंटेस्ट में कैसे ?
-फेसबुक पर दोनों कंटेस्ट की जानकारी मिली और हिस्सा लिया । दोनों बार द्वितीय रही ।

कॉलेज में क्या गतिविधियां रहीं ?
-प्रसिद्ध गज़ल गायक जगजीत सिंह की फैन । उन्हीं की गाई गजलें गाती हर समारोह में । प्रिंसिपल डाॅ नीलम गोयल ने भी प्रोत्साहित किया । स्कूल में बस किसी ने मेरी प्रतिभा पहचानी नहीं । मुझे गेस्ट आइटम ही गाने को मिली ।

-अब क्या कोशिश अपनी छात्राओं के साथ ?
-कोई भी छात्रा उपेक्षित न रहे । सबको सुन कर ही चयन करूं । जो मैंने सहा वह मेरी छात्राओं को न सहना पड़े।

-पसंदीदा एंकर कौन ?
-सतींद्र सत्ती जो शेर ओ शायरी का भी सुंदर उपयोग करती हैं और माधुरी दीक्षित के बोलने के अन्दाज़ से भी प्रभावित हूँ ।

-नये एंकर को सीख ?
-कम बोलें, स्वाभाविक बोलें और बनावट बिल्कुल न करें । शुद्ध उच्चारण । शब्दों को सीखते रहें ।

-लक्ष्य ?
-नया से नया और अच्छे से अच्छा सीखते रहना ।

हमारी शुभकामनाएं सीमा जस्सल को । आप इस नम्बर पर प्रतिक्रिया दे सकते हैं : 9417655816

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