46-ऐलनाबाद उपचुनाव में भाजपा उम्मीदवार गोविंद कांडा कर रहे आचार संहिता का खुलेआम उल्लंघन: नफे सिंह राठी

भाजपा उम्मीदवार के काफिले में स्थानीय पुलिस के अलावा भारी तादाद में रैपिड एक्शन फोर्स और अन्य अर्धसैनिक बल
भाजपा उम्मीदवार द्वारा सरकार की सह पर सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग कर आचार संहिता का उल्लंघन एक नियमित अभ्यास है

ऐलनाबाद, 15 अक्तूबर:  इंडियन नेशनल लोकदल के प्रदेशाध्यक्ष नफे सिंह राठी ने शुक्रवार को एक बयान जारी कर कहा कि ऐलनाबाद उपचुनाव में भाजपा का उम्मीदवार गोविंद कांडा सरकार की सह पर आदर्श आचार संहिता का खुल कर दुरुपयोग कर रहा है जिसकी शिकायत इनेलो पार्टी द्वारा मुख्य निर्वाचन अधिकारी को एक पत्र लिख कर की गई है। शिकायत में कहा गया है कि चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा प्रत्याशी गोविंद कांडा मतदाताओं के मन में भय और भय की भावना पैदा कर रहे हैं। कांडा के काफिले में सरकारी मशीनरी और अत्यधिक सुरक्षा बल के अलावा उनके भाई गोपाल कांडा जो हरियाणा लोकहित पार्टी के विधायक हैं वो भी भाजपा उम्मीदवार के समर्थन में भारी दल बल और बड़े क़ाफ़िले के साथ चल रहे हैं। अब सवाल यह उठता है कि उन्हें इतना भारी दल बल किसने प्रदान किया है और किस प्रावधान के तहत हरियाणा विधानसभा के विधायकों के पास ऐसा बल है?  चुनाव प्रचार में इस प्रकार का आतंक स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि सत्तारूढ़ दल के उम्मीदवार की शरारती मंशा विशेष रूप से मतदाताओं के मन में डर पैदा करने की कोशिश कर रही है। सत्तारूढ़ दल के उम्मीदवार के काफिले में स्थानीय पुलिस के अलावा रैपिड एक्शन फोर्स और अन्य अर्धसैनिक बलों से भरी आठ बसों द्वारा दिनांक 14-10-2021 वीरवार को 46-ऐलनाबाद निर्वाचन क्षेत्र के गांव ममेरा इत्यादि को पार करते समय किया गया जिसकी एक वीडियो क्लिपिंग संलग्न है जिसमें आचार संहिता के इस प्रकार के उल्लंघन को दर्शाया गया है।

शिकायत में कहा गया है कि सत्तारूढ़ दल के उम्मीदवार द्वारा इस तरह का दुरुपयोग एक नियमित अभ्यास है। यदि आचार संहिता के इस खुलेआम उल्लंघन को तत्काल नहीं रोका गया तो यह मतदाताओं के अंदर भय पैदा करने वाला होगा और स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव का उद्देश्य विफल हो जाएगा।  जहां तक उनकी व्यक्तिगत सुरक्षा का संबंध है, सभी चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों को समानता के सिद्धांत पर व्यवहार किया जाना चाहिए। सरकार का इस तरह का दुरूपयोग एक विशेष उम्मीदवार के हितों को बढ़ावा देने के लिए आचार संहिता के उल्लंघन का स्पष्ट मामला है जिस पर तुरंत अंकुश लगाने की आवश्यकता है ताकि स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव हो अन्यथा यह मतदाताओं को डराने और आतंकित करने के समान होगा। शिकायत में आचार संहिता के ऐसे उल्लंघनों को रोकने के लिए तत्काल और आवश्यक कार्रवाई करने की माँग की गई है ताकि चुनाव का माहौल खराब न हो और चुनाव निष्पक्ष हो।

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