बदली ऐलनाबाद उपचुनाव की तस्वीर, विरोधियों के मंसूबों पर फिरा पानी

सिरसा, 16 अक्टूबर। ऐलनाबाद उपचुनाव में वरिष्ठ कांग्रेसी नेता एवं पूर्व विधायक भरत सिंह बैनीवाल ने पार्टी प्रत्याशी पवन बैनीवाल के चुनाव प्रचार की बागडोर संभाल ली है। उनके चुनाव प्रचार में उतरते ही विरोधियों के मंसूबों पर पानी फिर गया है। भरत सिंह बैनीवाल की इस क्षेत्र में गजब की पकड़ है और उनके हजारों समर्थक है। उन्हें क्षेत्र में पार्टी का पिल्लर माना जाता है। शनिवार को पूर्व विधायक भरत सिंह बैनीवाल ने हलका के दर्जनों गांवों में चुनाव प्रचार में शिरकत की ओर पार्टी प्रत्याशी पवन बैनीवाल के पक्ष में मतदान की अपील की।

चौ. भरत सिंह बैनीवाल रिश्ते में पार्टी प्रत्याशी पवन बैनीवाल के चाचा भी लगते है। इस चुनाव में वे टिकट के प्रबल दावेदार भी थे, मगर पार्टी की ओर से पवन बैनीवाल को चुनाव मैदान में उतारा गया। विरोधी दलों के खेमें में उस समय मायूसी छा गई, जब भरत सिंह बैनीवाल ने अपना आशीर्वाद भरा हाथ पवन बैनीवाल के सिर पर रख दिया और उनकी जीत सुनिश्चित करने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगाने का विश्वास दिलाया। विरोधी इस आश्य के कयास लगा रहे थे कि भरत सिंह बैनीवाल की नाराजगी का उन्हें लाभ पहुंचेगा। मगर, श्री बैनीवाल ने सच्चे पार्टी कार्यकत्र्ता की भांति निर्णय लिया और पार्टी हाईकमान के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चुनाव प्रचार में उतर गए।

उल्लेखनीय है कि चौ. भरत सिंह बैनीवाल इस क्षेत्र के कद्दावर नेता है और इस क्षेत्र की नस-नस से वाकिफ है। वे दड़बा विधानसभा क्षेत्र से वर्ष 2005 में विधायक बने थे। वे वर्ष 2010 के उपचुनाव में मैदान में उतरे थे और उन्होंने इनेलो के अभय सिंह चौटाल को कड़ी टक्कर दी थी। तब उन्हें 6227 वोटों के अंतर से पराजय मिली थी। ऐलनाबाद हलका में उनकी गजब की पकड़ है। ऐसे में उनके पार्टी प्रत्याशी पवन बैनीवाल के पक्ष में चुनाव प्रचार में उतरने से कांग्रेस प्रत्याशी की स्थिति न केवल मजबूत हुई बल्कि चुनावी पलड़ा भी भारी हुआ है। चौ. भरत सिंह बैनीवाल के मैदान में उतरते ही विरोधियों को भारी झटका लगा है। उनके मंसूबों पर पानी फिरता हुआ दिखाई देने लगा है। आने वालों दिनों में चुनावी तस्वीर अधिक साफ हो जाएगी।

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