·         कुचले जाने वाले किसानों के हक में अगर प्रियंका गांधी आवाज नहीं उठातीं तो कुचलने वाले खुलेआम घूमते – दीपेंद्र हुड्डा

·         प्रियंका गांधी, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ वाराणसी पहुंचे दीपेंद्र हुड्डा ने किसान न्याय रैली को किया संबोधित

·         दीपेंद्र हुड्डा ने किसानों के न्याय की लड़ाई में साथ देने लगायी गुहार, कहा – एक तरफ सत्ता खड़ी है, दूसरी तरफ सत्य खड़ा है

·         एक तरफ अंधा अहंकार है, तो दूसरी तरफ प्रियंका गांधी की ललकार है – दीपेंद्र हुड्डा

चंडीगढ़, 10 अक्टूबर। सांसद दीपेंद्र हुड्डा आज कांग्रेस महासचिव श्रीमती प्रियंका गांधी, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ वाराणसी में आयोजित किसान न्याय रैली में पहुंचे। उन्होंने कहा कि प्रियंका गांधी फौलादी इरादों वाली नेता हैं। 1 नहीं 100 बार गिरफ्तारी से भी वे डरने वाली नहीं। वे किसानों को न्याय दिलाने की इस लड़ाई में पीछे हटने वाली नहीं हैं। अगर श्रीमती प्रियंका गांधी कुचले जाने वाले किसानों के हक में आवाज नहीं उठाती तो आज कुचलने वाले खुलेआम घूम रहे होते। उन्होंने कहा कि किसानों के आंसू पोंछने जा रही प्रियंका गांधी को रोकने के लिये जितनी पुलिस लगायी गयी, अगर उतनी पुलिस लखीमपुर सांसद और मंत्री पुत्र को रोकने के लिये लगाते तो आज देश को और देश के किसानों को ये दिन नहीं देखना पड़ता। हर तरह के उत्पीड़न के बाद भी प्रियंका गांधी न्याय की इस लड़ाई में आगे बढ़ती रहीं।

दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि मैं आज देश के किसान और मजदूर के न्याय की गुहार लगाने आया हूं। लखीमपुर खीरी में सत्ता के मद में मदांध मंत्री पुत्र की गाड़ियों ने सिर्फ किसानों को ही नहीं, देश की आत्मा, देश के संविधान और लोकतंत्र को भी निर्ममता से रौंद दिया। जब देश का दिल दहला तो किसान के आंसू पोंछने के लिये वहां पहुंचने का सबसे पहला कदम प्रियंका गांधी ने बढ़ाया। पूरे देश के किसान ने देखा कि हमें रोकने के लिये हर तरह की बाधाएं खड़़ी की गयीं। पुलिस ने धक्का-मुक्की की, गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने पूछा कि क्या इस देश में किसी दुखिया के आंसू पोंछना अपराध है। दीपेंद्र हुड्डा ने रैली में उमड़े जनसैलाब से सीधा सवाल किया जब देश की ‘आत्मा’ को रौंदा गया तब आपकी ‘अंतरात्मा’ जागी या नहीं जागी?

उन्होंने किसानों के न्याय की लड़ाई में साथ देने की गुहार के साथ कहा कि आप किसका साथ देंगे कुचलने वालों का या जो कुचले गये उनके न्याय का? एक तरफ कुचलने वाले खड़े हैं, दूसरी तरफ जो कुचले गये वो खड़़े हैं। एक तरफ घमंड में लैस मंत्री पुत्र खड़े हैं दूसरी तरफ किसान-मजदूर अपने पसीने के साथ खडे हैं। एक तरफ सत्ता खड़ी है, दूसरी तरफ सत्य खड़ा है। एक तरफ सत्ता का निरंकुश अभिमान खड़ा है, दूसरी तरफ किसान और मजदूर का स्वाभिमान खड़ा है। एक तरफ विभाजन की सोच खड़ी है, तो दूसरी तरफ भाईचारे का सिद्धांत खड़ा है। एक तरफ बड़े उद्योगपति और सरमायेदार खड़े है, तो दूसरी तरफ किसान-मजदूर-छोटा दुकानदार खड़ा है। एक तरफ धनबल, सत्ताबल, सरकारी तंत्र का बल और पुलिस बल खड़ा है, दूसरी तरफ नैतिक बल खड़ा है। एक तरफ अंधा अहंकार है, तो दूसरी तरफ प्रियंका गांधी की ललकार है।

किसान न्याय रैली में पहुँचने से पहले प्रियंका गाँधी, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में षोडशोपचारपूर्वक पूजन कर बाबा विश्वनाथ से देश-प्रदेश की खुशहाली व समृद्धि की कामना की। उन्होंने दुर्गाकुंड स्थित दुर्गा मंदिर में माँ दुर्गा से पाप और अन्याय का संहार कर देश में शांति और न्याय स्थापित करने की प्रार्थना की।