यूपीएससी की 10 अक्टूबर को होने वाली सिविल सर्विसिज प्रारंभिक परीक्षा को लेकर उपायुक्त की अध्यक्षता में बैठक संपन्न। गुरुग्राम 8 अक्टूबर। संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की 10 अक्टूबर रविवार को आयोजित होने वाली सिविल सर्विसिज प्रारंभिक परीक्षा को सफलतापूर्वक करवाने के लिए आज लघु सचिवालय स्थित सभागार में उपायुक्त डा यश गर्ग की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में उन्होंने सभी ड्यूटी मैजिस्ट्रेट और लोकल इंस्पेक्टिंग ऑफिसर व अन्य अधिकारियों को परीक्षा के आयोजन संबंधी आवश्यक दिशा निर्देश दिए। इस अवसर पर उनके साथ अतिरिक्त उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा, नगराधीश सिद्धार्थ दहिया सहित संघ लोक सेवा आयोग की ओर से अंडर सैक्रेटरी धीरज कुमार मीणा और जी एस रावत ने भी उपस्थित रहे। उपायुक्त ने स्पष्ट कहा कि ड्यूटी पर तैनात प्रत्येक अधिकारी व कर्मचारी समय रहते सभी संशयों को दूर कर लें। इस मामले में लापरवाही कतई बर्दाश्त नही की जाएगी। अतिरिक्त उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा ने पीपीटी के माध्यम से परीक्षा से संबंधित महत्वपूर्ण दिशा -निर्देशों के बारे में बताया। सिविल सर्विसिज परीक्षा देशभर में 10 अक्टूबर को आयोजित की जा रही है। यह परीक्षा दो सत्रों में आयोजित की जाएगी, पहला सत्र सुबह 9ः30 बजे से 11ः30 बजे तक का रहेगा और दूसरा सत्र दोपहर 2ः30 बजे से लेकर 4ः30 बजे तक का होगा। उन्होंने बताया कि परीक्षा शान्तिपूर्ण ढंग से संपन्न करवाने के लिए कंट्रोल रूम भी स्थापित किया गया है। जिला प्रशासन की ओर से अतिरिक्त उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा ने बताया कि सिविल सर्विस परीक्षा के लिए गुरुग्राम जिला में इस बार 57 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं, और इन केंद्रों पर लगभग 20 हजार 664 उम्मीदवार परीक्षा देंगे। परीक्षा को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न करवाने के लिए 13 ड्यूटी मजिस्ट्रेट और 57 लोकल इंस्पेक्टिंग ऑफिसर नियुक्त किए गए है। उन्होंने बताया कि कोरोना संक्रमण के चलते परीक्षा केंद्रों पर सामाजिक दूरी का पालन सुनिश्चित किया जा सके, इसके लिए उम्मीदवारों के लिए परीक्षा केन्द्र पर एक घंटा पहले पहुंचने के निर्देश दिए गए हैं। परीक्षा केंद्रों के एंट्री गेट समय से एक घंटा पहले खोल दिए जाएंगे साथ ही परीक्षा शुरू होने से 10 मिनट पहले इन गेटो को बंद कर दिया जाएगा जिसके बाद किसी को एंट्री नहीं दी जाएगी। उन्होंने सभी को बताया कि परीक्षा में किसी भी प्रकार के मोबाइल फोन या इलेक्ट्रॉनिक गैजेट पर पूरी तरह से प्रतिबंध है। उन्होंने बताया कि दिव्यांगजनों के लिए द्रोणाचार्य राजकीय महाविद्यालय को केन्द्र बनाया गया है। उपायुक्त ने कहा कि ड्यूटी पर तैनात स्टाफ इस बात का विशेष तौर पर ध्यान रखें कि वहां दिव्यांगजनों को किसी प्रकार की असुविधा ना हो। उन्होंने कहा कि दिव्यांग परीक्षार्थियों को प्रत्येक सत्र में अन्य परीक्षार्थियों की अपेक्षा 40 मिनट का अधिक समय दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि केवल उम्मीदवार अपने साथ अपना ई-एडमिट कार्ड लेकर आएं। साथ ही वह अपना पहचान पत्र भी साथ लाए, उम्मीदवार अपना वहीं पहचान पत्र साथ लाए जिसकी जानकारी उम्मीदवार के एडमिट कार्ड पर मौजूद है। उन्होंने कहा कि परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा एक व्यवस्थित और शांतिपूर्ण ढंग से आयोजित की जाए ,किसी भी उम्मीदवार को कठिनाई न आए, साथ ही सभी केंद्रों पर नियमो का पालन हो इस बात का विशेष तौर पर ध्यान रखा जाए। आज आयोजित बैठक में संघ लोक सेवा आयोग की ओर से अंडर सैक्रेटरी धीरज कुमार मीणा और जी एस रावत के साथ जिला प्रशासन की ओर से डीसीपी हैडक्वार्टर आस्था मोदी, अतिरिक्त उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा, नगराधीश सिद्धार्थ दहिया, जिला शिक्षा अधिकारी कैप्टन इंदु बोकन सहित कई अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे। Post navigation शनिवार को मां दुर्गा के तीसरे रूप मां चंद्रघंटा व चौथे रूप मां कुष्मांडा की होगी आराधना: पं. अमरचंद भारद्वाज सामने उम्मीदवार तो वही मगर पार्टी बदल गई !