अवेयरनेस एंड यूज ऑफ उरकंड-एंटी प्लेगरिज्म सॉफ्टवेयर अमंग फैकल्टी एंड पीजी स्टूडेंट्स रखा गया विषय

हिसार : 29 सितंबर – , की नेहरू लाइबे्ररी में एक दिवसीय ऑनलाइन प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। प्रशिक्षण का विषय अवेयरनेस एंड यूज ऑफ उरकंड- एंटी प्लेगरिज्म सॉफ्टवेयर अमंग फैकल्टी एंड पीजी स्टूडेंट्स रखा गया।

कार्यक्रम के शुभारंभ अवसर पर विश्वविद्यालय के अनुसंधान निदेशक डॉ. एस.के. सहरावत बतौर मुख्यातिथि शामिल हुए। उन्होंने प्रतिभागियों से आह्वान किया कि वे अपने शोध में गुणवत्ता को महत्ता दें और प्लेगरिज्म से बचें। साथ ही अपने शोध में एंटी प्लेगरिज्म टूल का अवश्य उपयोग करें। पुस्कालयाध्क्ष डॉ. बलवान सिंह ने बताया कि यह प्रशिक्षण भारत सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय की विभिन्न योजनाओं के तहत शुरू किए गए एक कार्यक्रम शोधशुद्धि के तहत आयोजित किया गया है। इस प्रशिक्षण से प्रतिभागी शोध में एंटी प्लेगरिज्म टूल के उपयोग के बारे में गहराई से जानकारी हासिल कर पाएंगे।

कार्यक्रम की मुख्य वक्ता के तौर पर ई-गेंगलेक्टिक की प्रोजेक्ट मैनेजर प्रीती राठी ने सॉफ्टवेयर का उपयोग अपने शोध कार्यों में उपयोग करने के तौर-तरीकों के बारे में बताया। कार्यक्रम की आयोजक व विश्वविद्यालय के लिए शोधशुद्धि कार्यक्रम की संयोजक डॉ. सीमा परमार ने बताया कि एंटी प्लेगरिज्म का उपयोग विश्वविद्यालय में बिल्कुल मुफ्त है और विश्वविद्यालय का कोई भी शिक्षक एवं विद्यार्थी इसका प्रयोग पंजीकरण करवाने के बाद कर सकता है और अपना कोई भी शोध प्लेगरिज्म चेक करने के लिए प्रस्तुत कर सकता है। साथ ही यह सॉफ्टवेयर सभी स्थानीय भाषाओं के कार्यों को भी स्वीकृत करता है।

इस प्रशिक्षण में 343 प्रतिभागियों ने पंजीकरण करवाकर लाभ उठाया। इस अवसर पर डॉ. राजीव पटेरिया व डॉ. भानू ने धन्यवाद प्रस्तुत किया।

error: Content is protected !!