मौलवी की गैरमौजूदगी में बच्ची के साथ हुई मस्जिद में अश्लील हरकत.
यह घटना सिने स्टार सैफ अली खान के पैतृक शहर पटौदी की.
9 वर्षीय मासूम बच्ची मौलवी के लिए मस्जिद में पहुंची थी देने.
अपने साथ अश्लील हरकत की बच्ची ने मां को दी जानकारी

फतह सिंह उजाला

पटौदी । मस्जिद में मौलवी को खाना देने के लिए गई मासूम बच्ची को कथित रूप से जबरन पकड़कर उसके साथ अश्लील हरकत करने के आरोपी को पटौदी पुलिस के द्वारा मंगलवार को पटौदी कोर्ट में पेश किया गया। पटौदी कोर्ट में आरोपी को दोपहर बाद पेश किया जाने के बाद कोर्ट के आदेशानुसार न्यायिक हिरासत में भोंडसी जेल में सलाखों के पीछे भेज दिया गया है। इंसानीयत और मानवता को शर्मशार कर देने वाली यह घटना सिनेस्टार सैफ अली खान के अपने ही पैतृक शहर में ही एक मस्जिद घटी है , जो यह सोचने पर मजबूर करती है कि कि यह वर्ग विशेष की मानसिकता है या फिर कथित रूप से मदरसे में ऐसी ही मानसिकता का पाठ पढ़ाया जाता है। सूत्रों के मुताबिक पटौदी में मुसिलम समुदाय सेे चंदा एकत्रित करने के लिए आया मुस्लिम यहां एक मस्जिद में ही ठहरा हुआ था। इसकी पहचान गुलशन्नवर निवासी मुजफ्फरनगर शामली के तौर पर की गई है।

इस पूरे शर्मसार कर देने वाले घटनाक्रम पर विश्व हिंदू परिषद के जिला अध्यक्ष अजीत सिंह ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा है कि यह वर्ग विशेष से अधिक एक सामाजिक चिंतन और मंथन की घटना है । उन्होंने कहा पटौदी के प्रबुद्ध मुस्लिम नागरिकों को बाहर से यहां मस्जिद और मदरसों में आने और ठहरने वाले लोगों के विषय में पुख्ता जानकारी लेनी चाहिए।  जिससे कि इस प्रकार की क्षेत्र की बदनाम होने वाली घटनाओं की पुनरावृत्ति नहीं हो सके । वही हजरत बाबा सैयद नूरूद्दीन धर्मार्थ ट्रस्ट के चेयरमैन एवं पंडित कैलाश चंद्र बाली के शिष्य सैयद एजाज हुसैन जैदी जज्जू बाबा ने भी इस घटना को पटौदी के लिए बड़ी बदनामी का कारण बताया है । जज्जू बाबा ने भी कहा कि जल्द ही मुस्लिम समुदाय के प्रबुद्ध नागरिकों की बैठक कर यह तय किया जाएगा कि भविष्य में जो भी कोई व्यक्ति मस्जिद या फिर मदरसे में बाहर से आए , उसकी पहले पूरी तरह से तहकीकात की जाए । धार्मिक स्थल कोई भी हो वहां अश्लीलता और अश्लील हरकतें किसी भी सभ्य समाज को स्वीकार्य नहीं हो सकती हैं।

पटौदी में जैसे ही इस घटना के बारे में स्थानीय मुस्लिम व अन्य समुदाय के लोगों को पता लगा तो संबंधित मस्जिद में ही मौके पर कथित मौलवी से की गई पूछताछ में भी उसने स्वीकार किया कि उसने लाड-दुलार ही में ही बच्ची को चूूमा था । इसके बाद में लोगों का गुस्सा फूट पड़ा और गुस्साई भीड़ ने कथित मौलवी को मस्जिद से बाहर बुलाकर जमकर धुनाई भी कर डाली । मौलवी की धुनाई करने वालों में मासूम बच्ची की मां भी शामिल रही । बच्ची की मां की शिकायत पर पटौदी थाना में आरोपी कथित मौलवी के खिलाफ पास्को 8 के तहत मामला दर्ज किया गया है ।

पुलिस में दी गई शिकायत और दर्ज मामले के मुताबिक मूल रूप से पलवल के रहने मुस्लिम समुदाय का एक परिवार पटौदी में ही बीते करीब छह-सात माह से वार्ड नंबर 9 पर किराए पर रह रहा है । पुलिस में दी गई शिकायत के अनुसार पीड़ित बच्ची की मां ने कहा है कि वह घरेलू काम करती है, सोमवार को दोपहर के समय उसकी बच्ची मस्जिद में मौलवी के लिए गई थी । जिस समय बच्ची मस्जिद में खाना लेकर पहुंची, मुख्य मौलवी मौजूद नहीं था । बताया गया है कि मौलवी की गैरमौजूदगी में उस समय एक अन्य कथित मौलवी ने मस्जिद में नाजायज फायदा उठाते हुए खाना लेकर आई मासूम बच्ची को जबरदस्ती पकड़कर उसके साथ में अश्लील हरकतें की। मासूम बच्ची ने अपने साथ घटित इस घृणित कुकृत्य की जानकारी अपनी मां को दी । इसके बाद में मासूम बच्ची की मां संबंधित मस्जिद में पहुंची और घटना के बारे में आरोपी मौलवी से तहकीकात करनी चाही। बताया गया है कि पहले तो आरोपी मौलवी ने कथित रूप से सही बात बताने में आनाकानी की लेकिन जब बच्ची ने हीं मौके पर मौलवी के सामने उसके द्वारा की गई हरकतों की जानकारी दी तो बच्ची की मां औैर भीड़ अपना आपा खो बैठी और मौलवी की थप्पड़ चप्पल से धुनाई कर डाली।

सिने स्टार सैफ अली खान के पैतृक शहर पटौदी में ही एक मस्जिद में कथित मौलवी के द्वारा मासूम बच्ची के साथ की गई अश्लील हरकत की करतूत की जानकारी जंगल की आग की तरह फैल गई । कथित रूप से आरोपी मौलवी को स्थानीय लोगों के द्वारा पाटोदी थाने में ले जाकर पुलिस के हवाले कर दिया गया । वही पीड़ित बच्ची की मां के द्वारा दी गई शिकायत के बाद में आरोपी  के खिलाफ पास्को एक्ट 8 के तहत मामला दर्ज किया गया ।  हिंदू मुस्लिम एकता और भाईचारे के लिए विख्यात पटौदी में ही मस्जिद में एक मासूम बच्ची के साथ बाहर से आए हुए कथित मौलवी के द्वारा की गई अश्लील हरकत की घटना को लेकर जहां लोगों में गुस्सा बना हुआ है। वही आम लोगों व अन्य सामाजिक संगठनों के द्वारा इस प्रकार के कुकृत्य की कड़े शब्दों में निंदा भी की जा रही है । इसी बीच में यह मांग भी एकक बार फिफर से जोर पकड़़ गई  है कि पटौदी में मस्जिदों में बाहर से आवागमन करने वाले आलिमो और मौलवियों का विधिवत रूप से लिखित में रिकॉर्ड भी रखा जाना सोमवार को घटित घटना को ध्यान में रखते हुए जरूरी किया जाना चाहिए।

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