भारत सारथी/ऋषि प्रकाश कौशिक

गुरुग्राम। संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा बुलाया गया भारत बंद हरियाणा में पूर्णतया सफल नजर आया और खुशी की बात यह है कि कहीं से भी किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली। किसानों ने संयम बनाए रखा, मरीज और अति आवश्यक कार्य वालों को नहीं रोका गया। सरकार की पुलिस को कहीं भी उग्र रूप नहीं अपनाना पड़ा।

इस सफल बंद से सरकार अवश्य बैकफुट पर आई है। मजेदारी की बात यह है कि जब पिछले दिनों किसान संगठन व उनके सहयोगी जनता में बंद को सफल बनाने की अपील कर रहे थे तब कहीं भी सरकार की ओर से या भाजपा संगठन की ओर से ऐसी अपील नजर नहीं आई कि बंद न किया जाए, यह प्रदेश के लिए घातक है।

इस बंद ने उन जिलों में भी काम किया, जहां पहले कहीं किसान आंदोलन नजर नहीं आता था, जैसे गुरुग्राम, रेवाड़ी आदि-आदि। तात्पर्य यह कि इस सफल बंद से किसानों के हौसले बढ़ेंगे और जहां सोचा जाता है कि बंद से जनता परेशान होगी और बंद करने वालों से रुष्ट हो जाएगी, ऐसे समाचार कहीं से प्राप्त नहीं हुए। जनता की परेशानी का आलम देखना है तो यह सुबह की रजोकरी की तस्वीर सब बताने के लिए पर्याप्त है।

अब सरकार को सोचना होगा कि वह किस नीति पर काम करे, क्योंकि 23 तारीख को राव इंद्रजीत के शहीद सम्मान समारोह में प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ की उपस्थिति में किसानों के समर्थन की बात कही गई। इसी प्रकार 25 तारीख को जींद में पूर्व केंद्रीय मंत्री दिग्गज नेता चौ. वीरेंद्र सिंह धूमरखां ने भी किसानों के समर्थन की बात कही। इसी प्रकार से भाजपा में से किसानों की समर्थन की बात उठनी लगी हैं, सरकार को सोचना होगा।

error: Content is protected !!