हेलीमंडी पालिका कार्यालय में चेयरमैन कक्ष के बोर्ड पर केवल दो ही नाम. पटौदी नगरपालिका कार्यालय में चुने गए सभी 11 चेयरमैन के लिखे नाम. हेली मंडी नगरपालिका प्रशासन और सचिव के अपने ही नियम कानून फतह सिंह उजालापटौदी । बीती 9 अगस्त को सांसद एवं केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के हाथों हेलीमंडी नगर पालिका प्रशासन के द्वारा करीब सवा तीन करोड़ रुपए की लागत के फाइव स्टार लुक वाले पालिका कार्यालय का उद्घाटन करवाया गया । ऐसा लगता है की हेलीमंडी नगर पालिका के अपने अलग ही नियम कानून बनाए हुए हैं, जिनका जी सरकार की नीतियों और पॉलिसी से कोई लेना-देना ही नहीं है। हेलीमंडी नगरपलिका के फाइव स्टार लुक वाले शानदार कार्यालय में बनाए गए पालिका चेयरमैन के कक्ष में जो इनकंबेंसी बोर्ड ऑफ प्रेसिडेंट मुंसिपल कमेटी का लगाया गया है , उस पर केवल मात्र दो पालिका चेयरमैन के नाम लिखे गए । एक मौजूदा पालिका चेयरमैन सुरेश यादव और दूसरा नाम निवर्तमान पालिका चेयरमैन जोकि मौजूदा पालिका चेयरमैन सुरेश यादव की धर्मपत्नी रितु यादव का ही है । इसके अलावा हेलीमंडी नगर पालिका में अभी तक जो भी पार्षद पालिका चेयरमैन बने अथवा चुने गए उनके नाम क्यों और किसके कहने पर नहीं लिखे गए ? यह अपने आप में बहुत बड़ा सवाल है । नगर परिषद, नगर निगम, जिला परिषद, नगर पालिका के चेयरमैन को शहर के प्रथम नागरिक का दर्जा दिया गया है । लेकिन लगता है हेलीमंडी नगर पालिका में शायद किसी दुश्मन देश के नागरिक पार्षद का चुनाव जीतने के बाद हेलीमंडी पालिका के चेयरमैन चुने अथवा बने । शायद यही कारण है ऐसे चुने हुए हेलीमंडी नगर पालिका के प्रथम नागरिक कहलाने वाले चेयरमैन का नाम इनकंबेंसी बोर्ड पर नहीं लिखा गया है। दूसरी तरफ पटौदी विधानसभा क्षेत्र में ही पटौदी नगर पालिका कार्यालय में पालिका चेयरमैन के कक्ष में जो इनकंबेंसी बोर्ड लगा हुआ है , उस बोर्ड पर विधिवत रूप से हरियाणा सरकार का लोगो और अभी तक जो भी 11 पार्षद चेयरमैन बने अथवा चुने गए सभी के नाम सम्मान के साथ में लिखे गए हैं । अब ऐसे में सवाल उठना स्वाभाविक है कि जो मौजूदा पालिका पार्षद है या भविष्य में जो भी पालिका के पार्षद चुने जाएंगे और जो भी कोई पालिका का चेयरमैन बनेगा अथवा चुना जाएगा , क्या उन्हें इतना अधिकार भी नहीं होगा कि उनसे पहले कौन-कौन लोग हेलीमंडी नगर पालिका के चेयरमैन रह चुके हैं । उनके विषय में जानकारी भी प्राप्त हो सके । इस मामले में हेली मंडी पालिका के सचिव को भी व्हाट्सएप भेज कर जानकारी मांगी गई , लेकिन आज तक कोई भी जवाब नहीं दिया जा सका है । वही जब यह मामला पटौदी के विधायक सत्यप्रकाश जरावता के संज्ञान में आया तो उनके द्वारा हेलीमंडी नगर पालिका सचिव को इनकंबेंसी बोर्ड पर सभी पालिका चेयरमैन के नाम लिखवाया जाने के निर्देश देने का दावा किया गया । यदि यह बात सत्य है तो फिर हेलीमंडी पालिका सचिव के लिए विधायक सत्य प्रकाश जरावता के आदेश और निर्देश कोई महत्व ही नहीं रखते हैं । हेलीमंडी नगर पालिका के अभी तक कुल 12 पालिका चेयरमैन चुने जा चुके है सेठ कल्याण दास जैन पहले चेयरमैन बने, जिनके द्वारा बनाया गया भगवान महावीर अस्पताल आज भगवान महावीर राजकीय सामान्य नागरिक अस्पताल क्षेत्र में लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवा रहा है। इसके बाद में फ्रीडम फाइटर लाला सूरजभान निकल हेली मंडी पालिका के चेयरमैन बने । पटौदी से चुनाव जीतकर दक्षिणी हरियाणा अहीरवाल से पहले सीएम बने राव वीरेंद्र सिंह के और पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी के बेहद करीबी लाला रंजीत सिंह अग्रवाल हेली मंडी नगर पालिका के चेयरमैन बने । सेठ बनारसी दास अग्रवाल हेली मंडी नगर पालिका के चेयरमैन बने । इसके बाद करीब दो दशक तक पालिका के चुनाव किन्ही कारणों से नहीं हो सके। इसके उपरांत पूर्व उपप्रधानमंत्री चौधरी देवीलाल के बेहद करीबी राव संतलाल राजपुरा के पुत्र कृष्ण लाल यादव पालिका के चेयरमैन बने। इसके बाद में अनुसूचित वर्ग के जाटोली निवासी जगराम और ठाकर दास हेली मंडी नगर पालिका के चेयरमैन चुने गए। क्षेत्र के प्रसिद्ध समाजसेवी ओम प्रकाश गुप्ता के पुत्र शिवकुमार शेष गुप्ता चेयरमैन बने । उस समय कांग्रेस के एमएलए चौधरी भूपेंद्र की वजह से शिव कुमार गुप्ता को इस्तीफा देना पड़ा और दिलीप चंद सोनी को पालिका चेयरमैन बनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ । इसके बाद में अनुसूचित वर्ग के ही हुकम चंद और दिल्ली नगर निगम में अधिकारी रह चुके इसी वर्ग के ही जगदीश सिंह पालिका के चेयरमैन बने । इसके बाद में इनेलो के विधायक गंगाराम को साथ लेकर सांसद एवं केंद्र में मंत्री राव इंदरजीत सिंह के राजनीतिक दखल और संरक्षण की बदौलत मौजूदा चेयरमैन सुरेश यादव की धर्मपत्नी रितु यादव को हेली मंडी नगर पालिका चेयरमैन बनवाया गया । धर्मपत्नी रितु यादव का कार्यकाल समाप्त होने के बाद, हेली मंडी नगरपलिका के पार्षद चुने गए सुरेश यादव हेली मंडी नगर पालिका के चेयरमैन पद पर विराजमान है। अब सवा तीन करोड़ रुपए के पालिका कार्यालय में पालिका चेयरमैन कक्ष में पहले 10 पालिका के चेयरमैन के नाम को पूरी तरह से भूलाकर -अनदेखा कर केवल मात्र पत्नी और पति चेयरमैन का नाम ही इनकंबेंसी बोर्ड ऑफ प्रेसिडेंट मुंसिपल कमेटी हेली मंडी के बोर्ड पर लिखा गया है । इस बोर्ड पर भी हरियाणा सरकार का लोगो नहीं बनाया गया है । ऐसे में निवर्तमान नगरपालिका के खास तौर से अनुसूचित वर्ग के पालिका चेयरमैन में अपनी अनदेखी और इनकंबेंसी बोर्ड पर नाम लिखकर सम्मान नहीं दिए जाने को लेकर तीव्र रोष भी बना हुआ है । इसके विपरीत पटौदी नगरपालिका कार्यालय परिसर में पालिका चेयरमैन के कक्ष में बिना किसी भेदभाव के अभी तक चुने गए सभी 11 नगर पालिका चेयरमैन के नाम सम्मान के साथ में अंकित किए गए हैं । यही मानसिकता दर्शाती है कि कहां कौन किसको कितना सम्मान दे रहा है और किस के मन में सत्ता का अभिमान मचल रहा है। Post navigation राज्य स्तरीय ऑनलाइन निबंध लेखन में जाटौली कालेज की ममता प्रथम लूट की नीयत से गोली मारने के तीन आरोपी दबोचे