– बारिश के बाद प्रदेश मंे डेंगू और मलेरिया का खतरा, सरकार आंखे मूंदे हैं;- डा सारिका वर्मा -प्रदेश मंे पानी की निकासी की सही व्यवस्था करे सरकार;- मंजू सांखला, महिला जिला अध्यक्ष आम आदमी पार्टी गुरुग्राम 23 सितंबर। आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद डा सुशील गुप्ता का कहना है कि हरियाणा में पहले बारिश ने अपना कहर बरपाया अब उससे होने वाली बिमारियों ने अपना रूप दिखाना शुरू कर दिया है। प्रदेश में कोरोना महामारी के बीच डेंगू और मलेरया जैसी घातक बीमारियों ने भी दस्तक दे दी हैं। लेकिन प्रदेश की सरकार और स्वास्थ्य विभाग दोनों ही आंखे मूंदे हुए हैं। डा सारिका वर्मा बादशाहपुर अध्यक्ष ने कहा कि बारिश का पानी जगह जगह इकट्ठा हो रखा है और अब डेंगू- मलेरिया ने अपनी रंगत दिखानी शुरू कर दी है। प्रतिदिन डेंगू और मलेरिया के केस बढ रहे है। यह सब बारिश के पानी की निकासी ना होना और पानी के कई दिनों तक एक ही स्थान पर भरे रहना है। हर कॉलोनी में मार्केट में सड़कों के किनारे पानी रुका हुआ है और उसमें डेंगू फैलाने वाले मच्छर पनप रहे हैंl हम सरकार से अनुरोध करेंगे कि हर जगह मच्छर की दवाई छिड़काव कराया जाएl दूसरा जिस तरह दिल्ली में 10:00 बजे 10 हफ्ते 10 मिनट डेंगू पे वार कार्यक्रम चलाया जा रहा है उसी तरह गुड़गांव में भी लोगों को डेंगू के मच्छर से बचने के लिए प्रोग्राम चलाया जाना चाहिएl मंजू सांखला महिला अध्यक्ष आम आदमी पार्टी जिला गुरुग्राम ने कहा कि प्रदेश में बारिश के पानी की निकासी सही तरीके से ना होने के कारण क्षेत्र में हाहाकार मचा रहता है। जिसके कारण प्रदेश के किसानों की खेतों में खडी फसलें पहले ही बरबाद हो चुकी है। किसान कर्ज के बोझ में दब रहा। दूसर बारिश का पानी घरों व दुकानों में भरना आम बात हो चुकी हैं। 30 मिनट की बारिश में शहर की सड़कों पर तीन फीट तक पानी जमा हो जाता है। मुकेश डागर जिला अध्यक्ष गुड़गांव ने कहा शहरों के नालों की सफाई पर हर साल लाखों रुपये खर्च किए जाते हैं, बावजूद इसके लोगों को वर्षों से जलभराव का दंश झेलना पड़ रहा है। पानी की निकासी न होने की वजह से उनकी दुकानों के बाहर दो से तीन फीट पानी जमा हो जाता है। दुकानदारी तो प्रभावित होती ही है। बरसात बंद होने के दो घंटे बाद भी स्थिति सामान्य नहीं हुई। इस हाल कोर्ट परिसर भी अछूते नहीं रहे है। पानी भराव के कारण आम आदमी का रोड पर चलना तक दूभर हो गया है। व्यापारियों से लेकर आम लोगों को बारिश का पानी घर पर गोदाम में आने की वजह से लाखों रुपए का नुकसान उठाना पड रहा है, वो भी कोरोना जैसी महामारी के चलते। डॉ सुशील गुप्ता ने कहा इस बार सितंबर महीने में लगातार हो रही मानसून की रिकॉर्ड तोड़ बारिश ने किसानों की चिंता बढ़ा दी हैं। फसलें बारिश के कारण सबसे ज्यादा प्रभावित हुई हैं, उनमें कपास, मूंग, ग्वार, बाजरा, धान व मूंगफली की फसल शामिल है। डा गुप्ता ने कहा कपास खरीफ सीजन की फसलें ग्वार, बाजरा, मूंग आदि लगभग सभी खेलों में ं पककर तैयार हो चुकी हैं। अमूमन अक्टूबर के पहले सप्ताह में इन फसलों की कटाई शुरू हो जाती है, लेकिन इस बार हो रही बारिश के कारण इन फसलों को लगातार नुकसान हो रहा है। बारिश के कारण ग्वार और मूंग की फलियां फूलकर खुद ही फटना शुरू हो गई हैं, जिस कारण दाना जमीन पर गिरकर खराब हो रहा है। वहीं लगातार नमी वाला मौसम रहने के कारण बाजरे व मूंगफली की दाने पौधे पर ही उगना शुरू हो गए हैं। उन्होंने हरियाणा सरकार से मांग करते हुए कहा कि वह बारिश के कारण किसानों, दुकानदारों तथा अन्य लोगों की भरपाई करें। वह किसानों को उचित मुआवजा भी दे, ताकि किसान अपने कर्जो से भी मुक्ति पा सके। Post navigation अहीर कॉलेज जमीन घोटाले का मामला पंहूचाया मुख्यमंत्री के पास डेढ़ महीने तक क़ानूनी जागरूकता अभियान चलाएगा जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण