काका हाथरसी की स्मृति में अनोखा कविसम्मेलन

गुरूग्राम, 20 सिंतबर । क्रिएटिव फॉउंडेशन एक गैर सरकारी संस्था, जो कि पिछले ८ वर्षों से वंचित तबके से आये बच्चों की शिक्षा और कार्य कौशल में सदैव तत्पर्ता से भारत के २२ प्रदेशो में कार्यरत है। संस्था पिछले ८ वर्षों में १०००० से अधिक बच्चों के साथ कार्य कर चुकी है। नियोफ्यूजन क्रिएटिव फाउंडेशन एनजीओ ने प्रसिद्ध हास्य कवि काका हाथरसी के जन्म एवं पुण्यतिथि वार्षिकोत्सव जज़्बा का आगाज़ किया. संस्था के बच्चों ने कत्थक में प्रशिक्षण ले रहे बच्चों के द्वारा गणेश वंदना की प्रस्तुति दी गई और बच्चों ने अनोखा हास्य कवि सम्मेलन प्रस्तुत किया। इस हास्य कवि सम्मेलन में कवि-कवयित्रियों की भूमिका एनजीओ के बच्चों ने निभाई। काका हाथरसी, शैलेश लोढ़ा, डॉ॰ अशोक चक्रधर, अरुण जैमिनी, कुमार विश्वास, पद्मिनी जी, चित्रा जी, मधुमोहिनी जी तथा राणा तबस्सुम की भूमिका-क्रमशः फिरोज, अजीत, लक्ष्मण, संजय, गोविंद, विनीता, प्रियंका, जया तथा श्रद्धा ने निभाई। सभी कवि-कवयित्रियों की हू-ब-हू वेशभूषा में काका के मंच का यथार्थ रूप दिखाई दिया। जैसाकि काका के अधिकांश कविसम्मेलनों का संचालन डॉ॰ अशोक चक्रधर किया करते थे-पात्रा लक्ष्मण ने उस याद को ताजा कर दिया। इस कवि सम्मेलन का निर्देशन श्री पंकज गुप्ता ने किया। डॉ॰ अशोक चक्रधर ने स्वयं उपस्थित होकर आशीर्वाद दिया और कहा कि वह एनजीओ की गतिविधियों को बहुत नज़दीक से देखते आ रहे हैं और इतने प्रतिभाशाली बच्चों के लिए वो वर्कशॉप लगाना चाहेंगे जिससे बच्चे और आगे बढ़ सकें.

नियोफ़्यूजन संस्था पिछले 5 वर्षों से काका हाथरसी – शिक्षा पुरस्कार. प्रेरणा पुरस्कार और प्रतिभा पुरस्कार दे रही है , इस वर्ष का काका हाथरसी शिक्षा पुरस्कार ११ हज़ार रुपये का बीकानेर के विद्यार्थी रोहन वाधवा को शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए दिया गया, प्रेरणा पुरस्कार गुरुग्राम की छात्रा प्रियंका दिवाकर को उसके सतत प्रयासों और परफार्मिंग आर्ट में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए दिया गया। नियोफ़्यूजन गोल्डन फ़ीनिक्स अवार्ड सुधीर राजपूत को दिया गया. सुधीर ने पारिवारिक परिस्थितियों के कारण पढाई छोड़ दी ठठी और फिछले वर्ष दुबारा स्कूली शिक्षा शुरू की और बहुत मेहनत के साथ पढ़ रहा है और इस वर्ष 10 वीं की परीक्षा उत्तीर्ण की।

इस कार्यक्रम में देश के विभिन्न नगरों से सैकड़ों लोगों ने दर्शकों ने अपनी उपस्थिति दर्ज की। कविसम्मेलन कार्यक्रम से पूर्व ‘नियो फ्यूजन’ की निदेशक डॉ॰ अनुभूति ने एनजीओ के कार्यों की व्याख्या की। श्रीमती गीतिका गोयल ने पुरस्कृत छात्रों के नाम की घोषणा के साथ ही उन्हें आशीर्वाद प्रदान किया। मुख्य अतिथि के रूप में श्रीमती चित्रा देसाई, विशिष्ट अतिथि के रूप में श्रीमती रेखा बब्बल कहा की वह बच्चों की प्रतिभा देखकर अचंभित भी हैं और गदगद भी, उन्होंने संस्था के द्वार किये जा रहे कार्यों की सरहाना की और कहा की ऐसी संस्थाओ को लोगों तक पहुंचना चाहिए, विशिष्ट अतिथि डॉ॰ मुकेश गर्ग ने इस कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुए कहा कि और वह इस कार्यक्रम को देखकर आल्हादित हैं कि इस तरह का प्रशिक्षण बच्चों को दिया जा रहा है और काका जी भी आज बच्चों को आशीर्वाद दे रहे होंगे । तथा विशेष अतिथि के रूप में डॉ॰ गिरिराजशरण अग्रवाल, डॉ॰ मीना अग्रवाल, श्री राहुल भटनागर , कथक गुरु डॉ॰ दीपक अरोड़ा, डॉ॰ शुभ्रा तथा बिजनौर से डॉ॰ अशोक शर्मा ने बच्चों के कार्यक्रम की खुले मन से प्रशंसा करते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। संपूर्ण कार्यक्रम का सफल संचालन डॉ॰ अनुभूति, कुहू तथा वसु ने किया।

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