भारत सारथी/ऋषि प्रकाश कौशिक

गुरुग्राम। आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जन्मदिन मनाने की शुरुआत मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने ब्लड डोनेशन कैंप में मुख्य अतिथि बनकर की। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ ने अपने कार्यकर्ताओं के लिए 20 दिन का कार्यक्रम दे दिया है जन्मदिन मनाने के लिए, जिसमें वह ब्लड डोनेशन कैंप लगाएंगे, पर्यावरण के लिए जागरूक करेंगे, पेड लगाएंगे, सफाई अभियान का प्रचार करेंगे, कुछ गरीबों में फल भी वितरित करेंगे और मोदी की वृदावली पढऩे के लिए भाजपा कार्यकर्ता मीटिंगें करेंगे।

प्रदेश अध्यक्ष शायद भूल गए कि अति हर चीज की हानिकारक होती है। आज हरियाणा में वातावरण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अनुकूल तो नहीं कहा जा सकता, अनेक लोग मोदी की कार्यशैली और स्वभाव से रुष्ट हैं या यूं कहें कि भाजपा के पंजीकृत कार्यकर्ताओं के अतिरिक्त अन्य कोई मोदी जी का समर्थक नहीं दिखाई देता। ऐसे में 20 दिन का यह कार्यक्रम मेरे विचार से प्रचार से अधिक दुष्प्रचार का कार्य करेगा।

भाजपा के पदाधिकारी, संगठन और कार्यकर्ता का तो कर्तव्य ही है प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ करना। चाहे मन से वह इस बात को गलत मानते हों किंतु जबान से वे तारीफ ही करेंगे। इसके पीछे कारण भी है कि हरियाणा में जो सरकार चल रही है, उसका कार्य भी ऐसा ही प्रतीत होता है जैसे जनता को प्रसन्न करने से अधिक ध्यान उनका प्रधानमंत्री को प्रसन्न करना है। ऐसे में यदि कोई कार्यकर्ता मोदी जी की प्रशंसा नहीं करेगा तो उसे संगठन से निष्कासित कर दिया जाएगा।

मजेदारी देखिए, इस समय के बीच भाजपा के स्थापित नेता दीनदयाल उपाध्याय का जन्मदिन भी आना है, महात्मा गांधी का जन्मदिन भी आना है, वह जन्मदिन तो एक-एक दिन मनाए जाएंगे लेकिन नरेंद्र मोदी का जन्मदिन 20 दिन मनाया जाएगा। सीधे-सीधे सोचें तो यह संदेश मिलता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उनसे 20 गुणा अधिक काबिल हैं, तभी तो 20 दिन जन्मदिन मनाया जा रहा है।

संयोग देखिए कि वर्ष में एक बार पितृ पक्ष 15 दिन का आता है और वह मोदी जी के जन्मदिन के 20 दिनों में ही आ जाएगा तथा जब 20 दिन समाप्त होंगे तो नवरात्रों का प्रारंभ हो जाएगा। ये सब संयोग हैं या प्रकृति के संदेश हैं, यह तो समय के गर्भ में है।