राजकीय कॉलेज जटौली में 450 पौधों पर बना गंभीर संकट. जन स्वास्थ्य विभाग के एसटीपी का गंदा पानी मुख्य कारण. वन विभाग के द्वारा क्षति पूर्ति के लिए उच्चाधिकारियों को लिखा फतह सिंह उजाला । पटौदी । जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग के द्वारा हेली मंडी नगर पालिका द्वारा उपलब्ध करवाई गई जमीन पर जाटोली में राजकीय कालेज जाटोली के साथ बनाया गया एसटीपी पौधों का दुश्मन साबित हो ही रहा है । बल्कि पर्यावरण के लिए भी खतरा बन चुका है । इतना ही नहीं विभाग की दबंगई के कारण कालेज परिसर में गंदा पानी फैलने से रोकने के लिए यहां पर गहरी खाई खोद कर कथित रूप से कब्जा भी किया जा चुका है । अब इस पूरे मामले में नया मोड़ आ गया है । वन विभाग अधिकारी क्षेत्रीय रेंज हेली मंडी कार्यालय के द्वारा जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग के पटौदी कार्यालय के उपमंडल अभियंता को पत्र भेजकर विभाग के द्वारा की गई मनमानी और अनियमितताओं की तरफ ध्यान दिलाया है। गौरतलब है कि जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग के द्वारा हेली मंडी नगर पालिका क्षेत्र से सीवरेज का पानी निकासी के लिए जाटोली कॉलेज के बराबर में करीब 8 करोड रुपए की लागत से एसटीपी सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण किया गया, जो कि करीब बीते 1 वर्ष से काम भी काम भी कर रहा है । जानकारों एवं सूत्रों के मुताबिक इस सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट को बनाते समय यहां ट्रीटमेंट होने वाले पानी की निकासी के लिए किसी भी प्रकार की ठोस योजना विभाग के द्वारा तैयार नहीं की गई । जिसका खामियाजा अब सबसे अधिक राजकीय कालेज जाटोली प्रशासन के साथ-साथ यहां पठन-पाठन करने वाले शिक्षक और छात्र वर्ग को झेलने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है । सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का ट्रीटमेंट हुआ पानी की निकासी की व्यवस्था नहीं होने की वजह से जाटोली कॉलेज की दीवार और फरीदपुर सड़क के साथ में वन भूमि को सीवरेज नाला निर्माण के लिए प्रयोग हेतु शशर्त अनुमति प्रदान की गई थी । यह अनुमति भारत सरकार पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय उत्तर क्षेत्रीय कार्यालय चंडीगढ़ के पत्र क्रमांक नो एच आर बी 167/ 2016 सी एच ए , 21 मार्च 2018 के मुताबिक दी गई थी। वन विभाग हेली मंडी कार्यालय के द्वारा जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग पटौदी कार्यालय को लिखे गए पत्र में कहा गया है कि जन स्वास्थ्य विभाग की कोताही और लापरवाही के कारण राजकीय कालेज जाटोली परिसर में सीवरेज का पानी भरने के कारण करीब 50 पौधे मर चुके हैं और पर्यावरण भी दूषित हो रहा है । वन विभाग के मुताबिक राजकीय कॉलेज जटौली परिसर में 500 पौधे लगाए गए थे । जिससे कि कॉलेज परिसर का पर्यावरण शुद्ध रहे और यहां पर हरियाली भी बनी रहे । जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग के द्वारा फरीदपुर सड़क मार्ग के साथ में वन भूमि क्षेत्र में जो नाले का निर्माण किया गया है, वह नाला भी जमीन से ऊपर बनाया गया है । इस नाले को कवर भी नहीं किया गया, जिसके कारण तमाम गंदा पानी आसपास में फैल रहा है और इसी गंदे पानी के कारण वन विभाग के एक दर्जन हरे भरे पेड़ भी नष्ट हो चुके हैं । वन विभाग हरियाणा सरकार वन अधिकारी क्षेत्रीय रेंज हेली मंडी कार्यालय के द्वारा जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग के उपमंडल अभियंता को प्रेषित पत्र में कहा गया है कि जन स्वास्थ्य उप मंडल कार्यालय पटौदी की लापरवाही और कोताही के कारण पौधे नष्ट होने के साथ ही पर्यावरण दूषित होने को ध्यान में रखते हुए सरकार को होने वाली वित्तीय क्षति पूर्ति के लिए आगामी कार्रवाई वास्ते विभाग के उच्चाधिकारियों को पत्र लिखकर की जाने वाली संबंधित कार्रवाई के लिए कहा गया है। Post navigation शहीदी दिवस से पहले राव इंद्रजीत के द्वारा कई करोेड़ की सौगात स्वस्थ महिला, स्वस्थ समाज और स्वस्थ राष्ट्र: डॉ जयिता चौधरी