आरोपी बेटे ने वारदात को अंजाम देकर पूरे घर में लॉक लगाकर अपने दोस्त के पास होटल में चला गया. इस दौरान उसने रास्ते में पिस्तौल भी फेंक दी. इसके बाद खरावड़ स्थित एक ढाबे पर लंच किया और फिर वापस घर जाकर पूरा ड्रामा किया. हत्यारोपी अभिषेक रोहतक. हरियाणा के रोहतक में 27 अगस्त को विजय नगर कॉलोनी में हुए 4 लोगों की हत्या मामले में आरोपी बेटे ने पुलिस रिमांड के दौरान कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं. पुलिस ने सिलसिलेवार पूरे घटनाक्रम के बारे में बताया कि आरोपी ने कैसे इस वारदात को अंजाम दिया और इसकी वजह क्या रही. फिलहाल पुलिस ने इस मामले में आरोपी के दोस्त की संलिप्तता से इंकार किया है. रोहतक डीएसपी गोरखपाल राणा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की और बताया कि हत्यारोपी अभिषेक ने अपने जुर्म को कुबूल लिया है. पुलिस उससे पूरी पूछताछ कर चुकी है, अब उसका और रिमांड नहीं लिया जाएगा. उत्तराखंड निवासी उसके दोस्त कार्तिक लटवाल की हत्या मामले में कोई भूमिका सामने नहीं आई है. पुलिस ने बताया कि आरोपी इस हत्या की योजना काफी वक्त से बनाए हुए था. परिवार के लोग उसके संबंधों को लेकर काफी नाराज थे और जिसके चलते उसके पिता ने उसे खर्च देना भी बंद कर दिया था. अभिषेक ने कई दिन पहले ही अपने पिता के अवैध पिस्तौल को छिपाकर अपने पास रख लिया था. 27 अगस्त को वारदात वाले दिन उसने सबसे पहले घर के ऊपरी हिस्से में अपने कमरे में सो रही बहन को गोली मारी, इसके बाद नानी को गिटार दिखाने के बहाने बुलाया और फिर उसे भी गोली मार दी. इसके बाद नीचे आया और मां को यह कहकर ऊपर लेकर गया कि नानी को पता नहीं क्या हो गया. जब मां भी कमरे में पहुंची तो उसे भी गोली मार दी. गोलियों की आवाज किसी को सुनाई ना पड़े इस वजह से तेज आवाज में म्यूजिक ऑन कर दिया था. बाद में उसने नीचे आकर अपने मोबाइल पर वीडियो देख रहे पिता बबलू पहलवान के माथे से सटाकर दो गोली मार दी. दो गोली लगने के बाद भी पहलवान उठने लगा तो उसने तीसरी गोली भी मार दी. इस तरह से वह वारदात को अंजाम देकर पूरे घर में लॉक लगाकर अपने दोस्त के पास होटल में चला गया. इस दौरान उसने रास्ते में पिस्तौल भी फेंक दी. ढाबे पर जाकर लंच किया होटल में जाकर सबसे पहले तो उन्होंने चेक आउट किया और इसके बाद खरावड़ स्थित एक ढाबे पर लंच किया और फिर वापस घर जाकर पूरा ड्रामा किया, ताकि कोई उस पर शक ना कर सके. शुरुआती पूछताछ में अभिषेक ने पुलिस को कई हार्डकोर क्रिमिनल के नाम भी बताएं कि उनके पापा बोलते थे कि उनको इनसे खतरा है. इसके अलावा अपने कई रिश्तेदारों पर भी शक जताया ताकि पुलिस इसी मामले में उलझी रहे. पुलिस ने 5 दिन के रिमांड के दौरान उससे काफी पूछताछ की और उसके दोस्त की भूमिका की भी जांच की गई. पुलिस ने अभिषेक के दोस्त कार्तिक की हत्या मामले में संलिप्तता से फिलहाल पूरी तरह से इनकार कर दिया. Post navigation खेलों के विकास में हरियाणा मॉडल पूरे देश में बन रहा है नज़ीर : मुख्यमंत्री रूस से मैडल जीतकर लाये पहलवान दीपक नेहरा को विधायक बलराज कुंडू ने दिया 1 लाख 51 हजार का ईनाम