कोरोना महामारी के बाबजूद सबसे अधिक फायदे में किसान ही रहा. कोरोनाकाल में सभी की आमदनी घटी, लेकिन फसलों के दाम बढ़े कृषि कानून बनाने में जननायक जनता पार्टी का कोई सहयोग नहीं कृषि कानून पर दुष्यंत किस बात और मुद्दे पर अपना त्यागपत्र दे फतह सिंह उजाला पटौदी । जननायक जनता पार्टी के सुप्रीमो एवं पूर्व सांसद डॉक्टर अजय सिंह चौटाला ने किसान आंदोलन को लेकर अलग ही प्रकार से अपनी बात को कहा। डॉ अजय चौटाला ने कहा केंद्र के कृषि कानूनों के विरोध में जहां पूरे हरियाणा में व दिल्ली के आसपास किसान आंदोलन चल रहा है, वही दक्षिणी हरियाणा और अहिरवार में इसका कोई प्रभाव दिखाई नहीं दे रहा। कृषि कानूनों के मुद्दे पर आंदोलनकारी किसान संगठनों सहित विपक्षी दलों के द्वारा डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला के द्वारा इस्तीफा दिए जाने की मांग के जवाब में डॉ अजय चौटाला ने कहा इस्तीफा लेना ही है तो फिर राव इंद्रजीत, चौधरी चौधरी धर्मवीर और रमेश कौशिक का लो । कृषि कानून को बनाने में जननायक जनता पार्टी और दुष्यंत चौटाला का किसी भी प्रकार से कोई भी सहयोग नहीं रहा। केंद्र के द्वारा जो कृषि कानून बनाया गया है, उसके समर्थन में बीजेपी के हरियाणा से सभी सांसदों और राज्यसभा सांसदों के द्वारा ही समर्थन करते हुए अपने हस्ताक्षर किए गए हैं। जजपा को तो एम ही नहीं है। डॉक्टर अजय सिंह चौटाला करीब 15 वर्षों के उपरांत पटौदी विधानसभा क्षेत्र में गांव खंडेवला, खोड और लौकरी में जननायक जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं के द्वारा आयोजित अभिनंदन समारोह एवं नुक्कड़ सभाओं में संबोधित कर रहे थे। यहां आगमन पर सभी स्थानों पर डॉ अजय चौटाला का जननायक जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं समर्थकों और पार्टी के पदाधिकारियों के द्वारा शानदार और यादगार अभिनंदन किया गया। इस मौके पर उन्होंने कोरोना महामारी और किसान आंदोलन को लेकर मुख्य रूप से अपनी बातों को कार्यकर्ताओं और समर्थकों के बीच में रखा । डॉक्टर अजय सिंह चौटाला ने कहा कोरोना महामारी के दौरान जहां एक आम आदमी से लेकर बड़े से बड़े उद्योगपति को हर प्रकार से नुकसान झेलना पड़ा है। वहीं करोना काल के दौरान सबसे अधिक फायदे में किसान ही रहा है । उन्होंने कहा जहां किसानों के लिए फसलों के दाम बढ़ाए गए , वही अन्य वर्ग को इस प्रकार का कोई भी लाभ अथवा फायदा नहीं मिल सका है । उन्होंने कहा केंद्र के कृषि कानूनों को लेकर विपक्षी दलों के द्वारा भ्रम फैलाया जा रहा है, यह किसान विरोधी और काले कानून है । जबकि अनेक बार पीएम मोदी और केंद्रीय कृषि मंत्री के द्वारा आंदोलनकारी किसानों से पूछा गया की कृषि कानून में आखिर क्या काला है ? वह बताया जाए । लेकिन विपक्षी दल और नेता लगातार कृषि कानूनों को मुद्दा बनाकर भोले-भाले किसानों को गुमराह करते हुए अपना राजनीतिक स्वार्थ पूरा करने में लगे हुए हैं । डॉ अजय चौटाला ने कहा इस बात में कोई गुंजाइश बाकी नहीं है कि हरियाणा में जननायक जनता पार्टी और भारतीय जनता पार्टी की गठबंधन सरकार और केंद्र में बीजेपी की पीएम मोदी के नेतृत्व में बनी सरकार के बाद में कोरोना महामारी के कारण करीब 18 माह तक सभी का जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हुआ और इसका सीधा असर आर्थिक हालात पर भी पड़ा है । लेकिन अब धीरे-धीरे कोरोना पर नियंत्रण पाया जाने के साथ हालात भी काबू में आते जा रहे हैं और आम लोगों की दिनचर्या सहित अन्य तमाम प्रकार के कार्य भी पटरी पर लौटने लगे हैं । लेकिन कोरोना का खतरा अभी पूरी तरह से समाप्त नहीं हुआ है , ऐसे में हम सभी को कोरोना कोविड-19 की संभावित तीसरी लहर को देखते हुए बेहद जागरूक और सावधान रहने की जरूरत है । उन्होंने कहा जननायक जनता पार्टी के द्वारा चुनाव के समय घोषणा पत्र में जो भी वायदे किए गए थे , हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला के द्वारा उन सभी वायदों को धीरे-धीरे पूरा किया जा रहा हैं । प्राइवेट और सरकारी नौकरियों में हरियाणा के युवाओं को 75ःप्रतिशत रोजगार का वायदा पूरा कर दिया गया है । इसी प्रकार पंचायती राज व्यवस्था में महिलाओं के लिए 50ः प्रतिशत और बीसी वर्ग के लिए 8ः प्रतिशत अलग से आरक्षण की भी घोषणा को अमलीजामा पहनाया जा चुका है । उन्होंने कहा जननायक जनता पार्टी और डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने बार-बार कहा हरियाणा में एमएसपी पर किसी भी प्रकार की आंच नहीं आने दी जाएगी । आज हरियाणा देश का पहला ऐसा राज्य है जहां गेहूं ,सरसों ,चावल, कपास सहित कुल 10 विभिन्न फसलें एमएसपी पर ही खरीद की जा रही है। हरियाणा में मैं तो किसी भी प्रकार से एमएसपी पर कोई असर हुआ है और ना ही कोई भी मंडी बंद हुई है किसानों को सरसों के दाम एमएसपी से भी अधिक मिले हैं , तो ऐसे में कृषि कानून किस प्रकार से किसान विरोधी विपक्ष के द्वारा ठहराया जा रहा है । उन्होंने विपक्षी दलों और आंदोलनकारी किसान संगठनों से सवाल किया कि इस्तीफा देने से क्या कृषि कानून वापस ले लिए जाएंगे ? एक बार कोई भी कानून बन जाए , वह कानून वापस नहीं लिया जा सकता । केवल मात्र बनाए गए कानून में सुधार अथवा संशोधन ही किया जा सकता है । किसान आंदोलन के समर्थन और केंद्र के कृषि कानून के विरोध में इस्तीफा तो दुष्यंत चौटाला के चाचा अभय चौटाला के द्वारा भी दिया गया है , लेकिन उसका किसे क्या लागू हुआ। यदि इस्तीफा दे देने से ही केंद्र के द्वारा बनाए गए कृषि कानून वापस हो सकते हैं तो डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला सहित जननायक जनता पार्टी के सभी 10 एमएलए के इस्तीफा कभी भी कोई भी व्यक्ति ले सकता है । यह 10 इस्तीफे 24 घंटे अजय चौटाला के पास मौजूद रहते हैं । उन्होंने कहा सड़क पर बैठने से बिना किसी ठोस कारण के विरोध प्रदर्शन करने हुड़दंग बाजी करने से समस्या का समाधान नहीं होता। आंदोलनकारी किसान अपने हिमायती और हमदर्द को पहचाने । जननायक जनता पार्टी आज भी कृषि कानून के मुद्दे पर आंदोलनकारी किसानों संगठनों तथा केंद्र सरकार के बीच में मध्यस्थता के लिए तैयार है । क्योंकि समस्या का समाधान केवल मात्र बातचीत से ही संभव है । सड़क पर बैठने और धरना देने से समस्या का समाधान नहीं होगा । विभिन्न किसान संगठन और बड़ी संख्या में किसान बीते 9 महीने से सड़कों पर बैठे हुए हैं , लेकिन समस्या का कोई समाधान निकलता दिखाई नहीं दे रहा। पटोदी प्रवास के दौरान डॉक्टर अजय सिंह चौटाला को गांव रामपुर ,गांव बसूंडा , गांव खंडेवला और रामजीलाल की ढाणी की सरदारी की तरफ से सामूहिक विकास मांग पत्र सौंपा गए । इस पर उन्होंने आश्वासन दिया कि यह मांग पत्र डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला तक पहुंचा दिए जाएंगे और इस बात का गंभीरता से प्रयास किया जाएगा जो भी समस्याएं अथवा मांग ग्रामीणों के द्वारा रखी गई हैं उन पर जल्द से जल्द अमल किया जाए। नूहू में लगेगी देवीलाल की सबसे ऊंची प्रतिमाजननायक जनता पार्टी के सुप्रीमो डॉक्टर अजय सिंह चौटाला ने कहा कि प्रत्येक वर्ष हम सभी किसान कमेरे मजदूर वर्ग के हितेषी स्वर्गीय पूर्व उपप्रधानमंत्री ताऊ देवीलाल की जयंती उत्साह और धूमधाम के साथ मनाते आ रहे हैं। नूंह अथवा मेवात में चौधरी देवी लाल की कोई भी प्रतिमा नहीं है, इसलिए फैसला किया गया है कि हरियाणा प्रदेश में स्वर्गीय देवीलाल की सबसे ऊंची प्रतिमा नूंह में स्थापित की जाएगी और 25 सितंबर को नूंह में ही चौधरी देवीलाल को याद करते हुए सम्मान दिवस समारोह का भी आयोजन किया जाएगा । इस बार प्रदेश स्तरीय कार्यक्रम से अलग जिला स्तर पर चौधरी देवीलाल की याद में सम्मान समारोह आयोजित करने का फैसला किया गया है । आगामी 25 सितंबर को स्वर्गीय पूर्व उप प्रधानमंत्री चौधरी देवी लाल की 108 मी जयंती पर सम्मान समारोह का आयोजन प्रत्येक जिला मुख्यालय पर किया जाएगा । अधिक से अधिक सदस्य बनाएंपटौदी विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न गांवों में अपने एक दिवसीय प्रवास और सभा संबोधन के दौरान डॉक्टर अजय सिंह चौटाला ने पार्टी के पदाधिकारियों का आह्वान किया कि अधिक से अधिक सक्रिय सदस्य बनाए जाएं । प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में कम से कम 500 सक्रिय सदस्य जननायक जनता पार्टी के बनाए जाने चाहिए । सदस्यता अभियान के साथ-साथ आम लोगों के बीच में जननायक जनता पार्टी की नीतियों और अभी तक सरकार में रहते हुए जनहित के किए गए कार्यों के विषय में भी लोगों के बीच प्रचार प्रसार किया जाए । सक्रिय सदस्यता अभियान के उपरांत सामान्य सदस्य बनाने का भी अभियान प्रदेश पर में चलाया जाएगा । जजपा के यह पदाधिकारी रहे मौजूदजननायक जनता पार्टी के सुप्रीमो डॉक्टर अजय सिंह चौटाला के आगमन पर मुख्य रूप से जननायक जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सरदार निशान सिंह, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अनंतराम तंवर , प्रदेश महासचिव पूर्व एमएलए रामवीर सिंह, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पूर्व एमएलए गंगाराम, जिला अध्यक्ष ऋषि राज राणा, जननायक जनता पार्टी महिला विंग की जिला अध्यक्ष अनू पटौदी, पूर्व मंत्री अनिता यादव, अभिमन्यु राव, भारत सिंह नंबरदार, संदीप कुंडू, सूबे सिंह बौहरा, सुरेंद्र ठाकरान , पंचायत समिति के पूर्व चेयरमैन एवं जिला पार्षद दीपचंद , कृष्णपाल, मनोनीत पालिका पार्षद आनंद भूषण, पंचायत समिति अध्यक्ष राकेश यादव, राकेश बिलासपुर, प्रदीप राठी ,तारीफ कुंडू , करण सिंह, हरिराम , महावीर , रणधीर, दरियाव सिंह सहित अनेक कार्यकर्ता समर्थक मौजूद रहे । Post navigation 10 से बढ़ाकर 50 पार, बनेगी जजपा की सरकार: निशान सिंह दहेज प्रताडना एंव मारपीट से परेशान हो फंदा लगा की आत्म हत्या