हुड्डा नहीं, मुख्यमंत्री खट्टर कर रहे हैं किसानों को उकसाने का काम – दीपेन्द्र हुड्डा

• शांतिपूर्ण आन्दोलनरत किसानों को उकसाकर सरकार की विफलताओं से लोगों का ध्यान हटाना चाहते हैं मुख्यमंत्री खट्टर -दीपेन्द्र हुड्डा
• उप-मुख्य मंत्री से हरियाणा की जनता का विश्वास पूरी तरह उठ चुका और लोग उनको सीरियस नहीं लेते क्योंकि वो सुबह कुछ कहते हैं और शाम को कुछ और -दीपेन्द्र हुड्डा
• बीजेपी सरकार की किसान विरोधी नीतियाँ, कार्यक्रम और कार्रवाई ही किसानों में रोष का सबसे बड़ा कारण-दीपेन्द्र हुड्डा

चंडीगढ़, 1 सितम्बर। सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने हरियाणा के मुख्य मंत्री मनोहर लाल खट्टर द्वारा पूर्व मुख्य मंत्री और हरियाणा विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर किसानों को उकसाने के आरोपों पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि हुड्डा साहब किसानों को नहीं उकसा रहे हैं। हक़ीक़त ये है कि मुख्य मंत्री, उप-मुख्य मंत्री और बीजेपी सरकार में बैठे नेता, उनके इशारों पर काम करने वाले अधिकारी किसानों को उकसाने वाली हरकतें कर रहे हैं। ये बात हम ही नहीं, मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक जी भी कह चुके हैं। किसानों के सिर फोड़ने का आदेश देने वाले अधिकारी का बचाव करके खुद मुख्यमंत्री ने इस बात को साबित भी कर दिया है। उन्होंने कहा कि शांतिपूर्ण आन्दोलन कर रहे किसानों को उकसाकर हरियाणा सरकार अशांति फैलाने का काम कर रही है ताकि अपनी विफलताओं और घपले-घोटालों से लोगों का ध्यान हटा सके।

उन्होंने आगे कहा कि सरकारी अमले द्वारा लगातार उकसाने की हरकतों के बावजूद शांति और संयम से बैठे किसान प्रशंसा के पात्र हैं। हम भी बार-बार ये अपील करते हैं कि किसान शांति और संयम से रहें। क्योंकि लोकतंत्र में शांति और संयम ही सबसे बड़े हथियार हैं। करनाल में पुलिस कार्रवाई का बचाव करने और आन्दोलन के नाम पर हिंसा तोड़फोड़ एवं अराजकता का माहौल पैदा करने का आरोप लगाने वाले हरियाणा के उप-मुख्यमंत्री के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उप-मुख्यमंत्री से हरियाणा की जनता का विश्वास पूरी तरह उठ चुका है और लोग उनको सीरियस नहीं लेते। क्योंकि, वो सुबह कुछ कहते हैं और शाम को कुछ और। बीजेपी-जेजेपी सरकार की किसान विरोधी नीतियाँ, कार्यक्रम और किसान विरोधी कार्रवाई ही किसानों के रोष का सबसे बड़ा कारण है। सांसद दीपेन्द्र ने कहा कि पिछले 9 महीने से ज्यादा समय से किसान शांतिपूर्ण ढंग से आन्दोलन कर रहे हैं और 500 से ज्यादा किसानों ने इस दौरान अपनी जान की कुर्बानी दे दी। बावजूद इसके उनके जख्मों पर मरहम लगाने की बजाय हरियाणा सरकार लगातार उनको जख्म देती आ रही है। उन्होंने पूरे मामले की उच्च स्तरीय न्यायिक जांच कराने की मांग दोहराते हुए हरियाणा सरकार और दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।

दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि हरियाणा सरकार कभी लाठीचार्ज, आंसू गैस, वाटर कैनन की बौछारें, सड़कों पर कील ठोंक कर और देश द्रोह के झूठे मुकदमे लगाकर किसानों के घाव कुरेदने का काम कर रही है। हरियाणा सरकार, सरकार में बैठे नेता, अधिकारी अपनी हरकतों से बार-बार किसानों को उकसाने और अपने बयानों से किसानों को अपमानित करने का काम कर रहे हैं। जब तक सरकार की शह नहीं होगी, तब तक कोई भी अधिकारी ‘किसानों के सिर फोड़ दो’ जैसे शब्दों का इस्तेमाल कर उनको लहूलुहान नहीं कर सकता। दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि किसानों के सिर फोड़वाने वाली हरियाणा सरकार को एक पल भी सत्ता में बने रहने का हक नहीं है।

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