-एक गुट ने कुछ लोगों पर एक ट्रस्ट की आड़ में समाज को गुमराह करने का लगाया आरोप

नारनौल, (रामचंद्र सैनी): नारनौल के अग्रवाल समाज के तत्वावधान में हर वर्ष मनाये जाने वाले अग्रसेन जयंती समारोह के भव्य कार्यक्रम को लेकर इस बार नारनौल अग्रवाल समाज दो गुटों में बंट गया है। दोनों गुटों की पीठ पीछे अप्रत्यक्ष रूप से उन्हीं लोगों के चेहरे नजर आ रहे है, जो पिछले कई सालों से लेकर नारनौल की सनातन धर्म सभा व आदर्श ड्रामेटिक क्लब के विवाद में आमने-सामने है। इस विवाद को लेकर करीब डेढ़ दशक से नारनौल में सबसे प्रसिद्ध मंच पर रामलीला का मंचन नहीं हो रहा है। लेकिन दोनों गुटों द्वारा दशहरा यात्रा भी अलग-अलग निकाली जा रही है। इन दोनों गुटों के इस विवाद के आग की चिंगारी अग्रवाल सभा में चार साल पहले पहुंच चुकी है, परिणाम स्वरूप सभा पर चार सालों से जिला प्रशासक नियुक्त है। हर वर्ष मनाई जाने वाली अग्रसेन जयंती को लेकर भी अब इन दोनों गुटों में मूंछों की लडाई शुरू हो गई है। जिसको लेकर आज एक गुट ने नारनौल के नरूला होटल में एक पत्रकार वार्ता करके दूसरे गुट पर गंभीर आरोप लगाये और एक तथाकथित ट्रस्ट की आड में नारनौल के अग्रवाल समाज को लेकर गुमराह करने का आरोप लगाया।

अग्रसेन जयंती को लेकर इस बात पर हुआ पैदा हुआ विवाद:-

इस सारे मामले को लेकर शनिवार को यहां के नरूला होटल में आयोजित एक पत्रकार सम्मेलन में अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन के प्रदेश मंत्री बजरंग लाल अग्रवाल, व्यापारी नेता नीरज संघी, गोबिंद राम मित्तल, बद्री प्रसाद गर्ग, संदीप नूनीवाला व कृष्ण कंछल आदि लोगों ने संयुुक्त रूप से बताया कि वर्ष 2017 में अग्रवाल सभा नारनौल पर प्रशासक नियुक्त हो गया था। महाराजा अग्रसेन जयंती समारोह नारनौल अग्रवाल सभा द्वारा सैकडों सालों से मनाया जाता रहा है। प्रशासक लगने के बाद उनकी अनुमति से अग्रवाल समाज नारनौल के लोग आपसी सहयोग से महाराजा अग्रसेज जयंती समिति के बैनर तले पिछले चार सालों से जयंती समारोह धूमधाम से मनाते रहे हैं। इन लोगों ने बताया कि 2017 से 2020 तक उपरोक्त बैनर तले ही अलग-अलग जयंति समिति के  संयोजक बनाकर इसे मनाया गया। इस बार 2021 के प्रस्तावित समारोह को लेकर अग्रवाल समाज के लोगों ने बजरंग लाल अग्रवाल को जयंति समिति 2021 के लिए संयोजक बनाकर समारोह की रुपरेखा तैयार की थी।

अग्रवाल समाज के उपरोक्त लोगों ने पत्रकारों को बताया कि समाज के कुछ लोगों ने अग्रवाल सभा के प्रबंधक से मिलीभगत करके उसी समिति के नाम से जयंति समारोह मनाने के लिए सभा भवन की गलत तरीके से परमिशन ले ली, जिसका बजरंग लाल अग्रवाल को जयंति संयोजक बनाया था। समिति के संयोजक बजरंग लाल अग्रवाल व अन्य लोगों ने बताया कि उन्होंने इस मामले में जिला उपायुक्त को एक शिकायत करके उन्हें जयंति की परमिशन देने तथा सभा की गलत तरीके से की गई बुकिंग को रद्द करने की मांग की थी। बजरंग लाल अग्रवाल ने बताया कि उपायुक्त ने इस मामले में संज्ञान लेते हुए 27 अगस्त को अपने पत्र क्रमांक 1583 के तहत  तथाकथित ट्रस्ट चलाने वाले गुट के लोगों द्वारा श्री महाराजा अग्रसेन जयंती समिति के नाम पर गलत तरीके से की बुकिंग को रद्द करने के लिए अग्रवाल सभा के प्रबंधक को लिख दिया है। वहीं इस जयंति समारोह के लिए बजरंग लाल अग्रवाल को एसडीएम कार्यालय द्वारा परमिशन भी जारी कर दी गई है।

इस मामले में पत्रकारवार्ता करने वाले अग्रवाल समाज के लोगों ने कहा है कि यदि दूसरे गुट के लोग यदि अब उनके आयोजन समारोह में किसी प्रकार की अडचन या हस्तक्षेप करेंगे तो वे उनका डटकर विरोध करेंगे और इस मामले में कानूनी कार्रवाई भी करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि अग्रसेन जयंती समारोह पूरे समाज का है, अग्र बंधु होने के नाते यदि वे लोग जयंती समारोह में शामिल होते हैं तो उन्हें कोई दिक्कत नहीं है। इस मौके पर भवेश मित्तल को शोभा यात्रा का सहसंयोजक बनाया गया। इस मौके पर विजय छापडा वाले, सुरेश संघी, नरोत्तम गोयल, हीरालाल छापडा वाले, अमित गर्ग सीए, आशु अग्रवाल एडवोकेट, मनीष तायल व रमेश कांटी वाल आदि उपस्थित थे।

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