चण्डीगढ़, 27 अगस्त – हरियाणा के अतिरिक्त मुख्य सचिव, स्वास्थ्य, श्री राजीव अरोड़ा ने आज कहा कि आगामी त्योहारों के मौसम के साथ कोविड मामलों में अचानक उछाल आने की संभावना को मद्देनजर रखते हुए राज्य में नीचले एवं सूक्ष्म स्तर पर स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ाने पर कार्य किया जा रहा है।

श्री अरोड़ा ने यह जानकारी केन्द्रीय नीति आयोग के सदस्य डॉ विनोद के. पॉल की अध्यक्षता में आयोजित की गई कोविड समीक्षा बैठक के दौरान दी। श्री अरोड़ा ने कोविड-19 की संभावित तीसरी लहर से बचाव के लिए राज्य में की जा रही तैयारियों से भी अवगत करवाया।
बैठक के दौरान डॉ पॉल ने राज्य में कोविड टीकाकरण अभियान की गति और इसकी पहली एवं दूसरी लहर के दौरान राज्य के कोविड -19 प्रबंधन की सराहना की। डॉ. पॉल का विचार था कि राज्य के लोगों को विशेष रूप से त्योहारों के मौसम के दौरान कोविड से निश्चिंत नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि वायरस का व्यवहार अप्रत्याशित है और लोगों को राज्य और केंद्र सरकारों द्वारा लागू किए जा रहे कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना चाहिए। डॉ. पॉल ने सिविल सर्जनों को सुझाव दिया कि वे दूसरी लहर के चरम के दौरान अधिकतम कोविड मामलों पर विचार करते हुए एक अनुमान तैयार करें और यह सुनिश्चित करें कि राज्य के दूर-दराज के गांवों और ग्रामीण इलाकों में भी आवश्यक संख्या में बिस्तर उपलब्ध हों।

इसके उपरान्त, श्री अरोड़ा ने अधिकारियों को कोविड की संभावित तीसरी लहर को ध्यान में रखते हुए आगामी तीन सप्ताहों में सूक्ष्म स्तर पर तैयार रहने और आईसीयू बेड की उचित संख्या, वेंटिलेटर बेड, बाल चिकित्सा बेड, नवजात वेंटिलेटर, कोविड से संबंधित दवाओं की पर्याप्त उपलब्धता, रोगी की स्थिति के अनुसार बिस्तरों के आवंटन और दवाओं के प्रशासन के लिए एक तंत्र तैयार करने, ऑक्सीजन की पर्याप्त आपूर्ति, पर्याप्त संख्या में एम्बुलेंस और कम से कम समय में गंभीर रोगियों को एम्बुलेंस की उपलब्धता सुनिश्चित करने जैसी बुनियादी आवश्यकताओं की तैयारी करने का निर्देश दिये।

बाद में, मुख्य सचिव श्री विजय वर्धन भी बैठक में शामिल हुए। मुख्य सचिव ने राज्य में स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ाने के लिए उठाए जा रहे कदमों से अवगत कराया।

इसके अतिरिक्त, अधिकारियों को होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों के लिए किट तैयार करने और ऐसे मरीजों की निगरानी करने के लिए एक तंत्र स्थापित करने के लिए कहा गया क्योंकि होम आइसोलेशन वाले मरीजों की संख्या भी अधिक होती है। साथ ही, ग्रामीण और शहरी, दोनों क्षेत्रों में ऐसे मरीजों के लिए उचित दवाओं और भोजन की उपलब्धता भी सुनिश्चित की जाए।

डॉ. पॉल ने अधिकारियों से यह भी सुनिश्चित करने के लिए कहा कि लोग त्योहारों के जश्न को अपने घरों तक ही सीमित रखें। उन्होंने कहा कि अगर लोगों द्वारा कोविड प्रोटोकॉल का पालन किया जाता है तो कोविड की संभावित तीसरी लहर को रोका जा सकता है।

बैठक के दौरान स्वास्थ्य मंत्री श्री अनिल विज, जो इस समय पीजीआई, चंडीगढ़ में हैं, ने भी डॉ. विनोद के. पॉल से वीडियो कॉल पर बात की और संभावित तीसरी लहर की तैयारियों पर चर्चा की।

बैठक में वन एवं वन्य जीव विभाग की प्रधान प्रमुख सचिव श्रीमती जी अनुपमा, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव डॉ. अमित अग्रवाल, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, हरियाणा के  मिशन निदेशक श्री. प्रभजोत सिंह, स्वास्थ्य सेवाएं की महा निदेशक डॉ वीना सिंह और जिला सिविल सर्जन भी उपस्थित थे।

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