बैंक खाते से ट्रांसजेक्सन करके रुपए आरती के खाते में भेजे गए.
गूगल की गुगली में फंसा फर्रूखनगर में परचून का दुकानदार पवन

फतह सिंह उजाला
पटौदी।
 सावधान अगर आपके पास कोई अजनबी व्यक्ति या महिला  आकर आपके खाते को गुगल पे, फोन पे, पेटीएम आदि ऐप से जोड कर नगद रहित लेनदेन को कहता है तो ऐसा करने से पहले पूर्ण जानकारी प्राप्त कर ले। क्योंकि एक ऐसा ही मामला फर्रूखनगर में बस अडडे पर परचून की थोक की दुकान चलाने वाले पवन पुत्र ईश्वर दास कपूर के साथ घटित हो गया है।

गुगल ऐप से बैंक खाते से जोड़कर 12 लाख 70 हजार रुपए की रकम हड़प कर ली है। पुलिस ने मामला दर्ज करके जांच शुरु कर दी है। समाचार लिखे जाने तक अभी तक गुगल पे लिंक करने वाले का अभी तक पुलिस सुराग नहीं लगा पाई थी।

पुलिस को दिए बयान में पवन पुत्र ईश्वर दास कपूर निवासी वार्ड 13 फर्रूखनगर ने बताया कि उसने फर्रूखनगर के बस अडडे पर मोहन लाल एंड संस के नाम से किरयाने की दुकान की हुई है। जुलाई 2021 में उसके पास दुकान पर एक व्यक्ति ननकु पुत्र रोशन लाल गांव कापरो जिला हिसार आया और गुगल पे, जी पे को एक्टिवेट कराने के बारे में कहने लगा। उसके कहने पर  अपना खाता जी पे से एक्टिवेट करवा लिया और क्यूं आर कोड भी लगवा लिया। जिसने उसके एचडीएफसी बैंक से जोडने के लिए एटीएम कार्ड भी लिया और गुगल पे खाते से जोड़ कर चला गया।

25 अगस्त 2021 को सीए गौरव जैन का फोन आया आई टीआर भरने के आपके खाते में रुपए नहीं है। बैंक में जाकर जब खाते को चेक किया तो पता चला कि जुलाई 2021 से अब तक उसके खाते से अलग अलग ट्रांसजेक्सन से 12 लाख 70 हजार रुपए किसी आरती के खाते भेजे गए है। उसने तुरंत अपना बैंक खाता बंद करवा दिया। उसे शक है कि ननकु ने ही उसके खाते से यह सब रुपए ट्रांसफर किए है। क्योंकि वह जब भी आता था तो कहता था कि लाओं तुम्हारे गुगल पे को अपडेट कर देता हूं। अपडेट करने के बहाने उसने ही रुपए निकाले है।

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