23 अगस्त 2021 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने कांग्रेस नेतृत्व से आग्रह किया कि वे हरियाणा में जिला व ब्लाक स्तर पर संगठन बनाने में और देरी न करे। धरातल की वस्तुस्थिति यह है कि अक्टूबर 2011 के बाद से प्रदेश में कांग्रेस का जिला व ब्लॉक स्तर पर कोई संगठन नही है। विद्रोही ने कहा कि विगत दस सालों से विधिवत रूप से कांग्रेस का जिलाध्यक्ष व ब्लॉक अध्यक्ष न होने से कांग्रेस का संगठन चंद नेताओं के रहमो-करम पर निर्भर हो गया है जिसके चलते प्रदेश में उस प्रभावी ढंग से केन्द्र की मोदी सरकार व हरियाणा की भाजपा खट्टर सरकार की जनविरोधी, फासिस्ट नीतियों का धरातल पर कांग्रेस विरोध नही कर पाती है जितना उसका प्रदेश में जनाधार है। आमजन भाजपा सरकार की फासिस्ट नीतियों, आर्थिक बदहाली, महंगाई, बेरोजगारी, अराजकता, बिगड़ी कानून व्यवस्था, भारी प्रशासनिक-पुलिस भ्रष्टाचार से त्रस्त है। पर इन मुद्दों पर कांग्रेस की ओर से जमीन पर प्रभावी विरोध नही हो पाने से निराशा भी है। विद्रोही ने कहा कि हरियाणा में आमजन तो बदलाव के लिए तैयार बैठा है और वह सड़कों पर सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ खडा होना भी चाहता है, लेकिन प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस के संगठन अभाव में आमजन भी मन मसोसकर रह जाते है। विगत दल साल से चुनाव में जीते व हारे नेताओं के बल पर ही कांग्रेस अपना संगठनात्मक कार्य एडहोक रूप से चलाकर पार्टी कार्यक्रम करने की औपचारिकताएं तो पूरी कर रही है, पर कांग्रेस जनभावनाओं के अनुरूप धरातल पर संघर्ष नही पा रही है। पार्टी से जो नये युवा जितने जुडने चाहिए, वे संगठन के अभाव व नेताओं की व्यक्तिगत पसंद-नापसंद के कारण जुड नही पा रहे है। विद्रोही ने कहा कि प्रदेश में बहुत से पूर्व विधायक, पूर्व सांसद व जुझारू नेता कांग्रेस से जुडऩा चाहते है, पर संगठन की हालत देखकर हिचक रहे है। कांग्रेस नेतृत्व का संगठन के संदर्भ में निर्णय न लेना स्वयं कांग्रेस के लिए आत्मघाती कदम है। प्रदेश में सभी कांग्रेस नेताओं को खुश करके संगठन बनाना असंभव है। हाईकमान को प्रदेश के नेताओं की नाराजगी व खुशी को दरकिनार करके प्रदेश, जिला व ब्लॉक स्तर पर सभी कांग्रेस पदाधिकारियों की अविलम्ब नियुक्तियां कर देनी चाहिए। विद्रोही ने कहा कि जमीनी धरातल की वास्तविकता यह है कि इस दिशा में कांग्रेस जितनी देरी करेगी, भाजपा को उतना ही लाभ और कांग्रेस को हानि होना तय है। Post navigation कल्याण सिंह का निधन भारतीय राजनीति के लिए अपूरणीय क्षति : मुख्यमंत्री मनोहर लाल आफ द रिकार्ड–यशवीर कादियान