मानेसर नगर निगम तो पटौदी को जिला बनाने को बढ़ाते कदम.

नमो मंत्रिमंडल में अहीरवाल क्षेत्र से बने दो-दो वजीर

मनो चाहते तो अहीरवाल में बन जाती एक नजीर

पटौदी से चुनाव जीत राव बिरेंदर बने थे सीएम

पटौदी के गांव जमालपुर के भूपेंद्र केंद्र में वजीर

फतह सिंह उजाला

आजादी के उपरांत और हरियाणा राज्य बनने के बाद यह पहला मौका है जब केंद्र सरकार में अहीरवाल कहलाने वाले इलाके से एक साथ दो-दो मंत्री बने हैं । सीधे और सरल शब्दों में यही कहना उचित रहेगा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने अहीरवाल पर अपना दिल लूटा दिया है । मोदी सरकार एक में अहीरवाल के दिग्गज राव इंद्रजीत सिंह को मंत्री बनाया गया और अब मोदी सरकार दो में भी राव इंद्रजीत सिंह मोदी मंत्रिमंडल में वजीर है । इस बात में कतई भी शक और गुंजाइश नहीं है कि हरियाणा में किसी भी पार्टी की सरकार बनी हो , सरकार बनने और बनाने में दक्षिणी हरियाणा अथवा अहिरवार का अभी तक जो भी योगदान रहा है उसको नजरअंदाज करना संभव ही नहीं है।नमो मास्टर स्ट्रोक खेलते हुए अब रामपुरा हाउस की राजनीति के अभेद्य राजनीतिक गढ़ पटौदी इलाके के गांव जमालपुर के मूलनिवासी भूपेंद्र यादव को कैबिनेट मंत्री बनाकर दूरगामी सोच का परिचय कराया है।

हाल ही में कैबिनेट मिनिस्टर भूपेंद्र यादव के मूल गांव जमालपुर में उनका नागरिक अभिनंदन सहित यहां से 700 किलोमीटर दूर राजस्थान तक जन आशीर्वाद यात्रा का भी आयोजन किया गया। इस दौरान अहीरवाल के दिग्गज राव इंद्रजीत सिंह के तमाम समर्थकों के द्वारा जन आशीर्वाद यात्रा सहित अभिनंदन समारोह आयोजन से दूरी बनाए रखी गई । पीएम मोदी के द्वारा अपने मंत्रिमंडल में अहीरवाल क्षेत्र से दो कद्दावर नेताओं को मंत्री बनाना राजनीतिक विश्लेषकों के लिए विश्लेषण का सवाल है । लेकिन खरी बात यह है कि मनोहर लाल खट्टर अहीरवाल की राजनीति को लूटने में संभवत चूक कर गए । पीएम मोदी मंत्रिमंडल के कैबिनेट मिनिस्टर भूपेंद्र यादव के अभिनंदन समारोह में जमालपुर पहुंचे सीएम खट्टर ने बेबाक शब्दों में कहा गुरुग्राम हरियाणा का पहला ऐसा जिला है जहां गुरुग्राम और मानेसर दो नगर निगम है। अहीरवाल से हरियाणा के पहले सीएम बनने वाले स्वर्गीय राव वीरेंद्र सिंह के निर्वाचन क्षेत्र पटौदी में ही मौजूद कैबिनेट मिनिस्टर भूपेंद्र सिंह यादव के मूल गांव जमालपुर के विकास के लिए सीएम खट्टर ने खजाने का मुंह खोल दिया। संभवत सीएम मनोहर लाल खट्टर के संज्ञान में यह बात नहीं रही की अहीरवाल क्षेत्र से हरियाणा के पहले और अंतिम सीएम बनने वाले राव बिरेंदर सिंह का भी निर्वाचन क्षेत्र पटौदी अहीरवाल का सबसे मजबूत और अभेद्य राजनीतिक गढ भी है।

जिला गुरुग्राम हरियाणा के खजाने में सबसे अधिक राजस्व देने वाला जिला है और मानेसर नगर निगम बनने के बाद मानेसर निगम भी राजस्व के मामले में एक अलग ही मुकाम बना चुका है । दूसरा मानेसर दिल्ली जयपुर नेशनल हाईवे पर स्थित संभवत सबसे बड़ा औद्योगिक इलाका भी है। मानेसर के साथ साथ बिनोला भी एक औद्योगिक क्षेत्र के रूप में पहचान बनाए हुए हैं । बिनोला में ही देश की पहली डिफेंस यूनिवर्सिटी भी बनाई जानी प्रस्तावित है । थोड़ा सा और आगे चले तो धारूहेड़ा और साथ लगता राजस्थान का भिवाड़ी इलाका भी पटौदी के बगल में ही मौजूद है। कैबिनेट मिनिस्टर भूपेंद्र यादव के अभिनंदन समारोह मंच पर भाजपा के तमाम वरिष्ठ नेता तथा स्वयं सीएम मौजूद रहे और सीएम ने जब यह कहा कि मानेसर को नगर निगम बनाया , एक बार तो महसूस भी किया गया शायद सीएम खट्टर पटौदी को जिला बनाने की तरफ कदम बढ़ाते हुए घोषणा कर दे, लेकिन ऐसी घोषणा करने या आश्वासन देने में संभवतः भूल हो गई । सीएम मनोहर लाल खट्टर अहीर बाहुल्य केंद्रीय गांव जमालपुर में पटौदी को जिला बनाने की तरफ अपने कदम बढ़ाते तो इस बात में कोई भी गुंजाइश बाकी ही नहीं बचती कि वह स्वयं और भाजपा के लिए दक्षिणी हरियाणा सहित अहिरवार को राजनीतिक रूप से भाजपा का मजबूत किला बना देते ।

पटौदी के एमएलए और भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश मंत्री एडवोकेट सत्य प्रकाश जरावता पटौदी और हेली मंडी नगरपालिका को मिलाकर एक नगर परिषद बनाने की योजना पर गंभीरता से काम कर रहे हैं। वही पटौदी विधानसभा क्षेत्र के साथ ही केएमपी मौजूद है , एक तरफ दिल्ली जयपुर नेशनल हाईवे है, दूसरी तरफ रेवाड़ी झज्जर रोहतक राज्य राजमार्ग है , इसके साथ ही गुरुग्राम से रेवाड़ी तक नेशनल हाईवे बनाना प्रस्तावित है । बिलासपुर से कुलाना के बीच फोरलेन सड़क मार्ग पर भी काम चल रहा है और भी दूरगामी अनेक विकास के प्रोजेक्ट पाइप लाइन में है जो कि पटौदी विधानसभा क्षेत्र से ही होकर गुजरते हैं। बीते कुछ माह से पटौदी को जिला बनाने की मांग भी धीरे-धीरे गर्म होती जा रही है और समय के साथ साथ पटौदी को जिला बनाने की मांग का जोर पकड़ना भी तय है । पटौदी को जिला बनाने के सवाल पर अहीरवाल के दिग्गज और मोदी मंत्रिमंडल में वजीर राव इंद्रजीत सिंह कह भी चुके हैं की जिला बनाना राज्य सरकार के अधिकार क्षेत्र में है ।

इसके अलावा पटौदी के एमएलए एडवोकेट सत्य प्रकाश सार्वजनिक मंच से कहते आ रहे हैं कि पटौदी को उसके अतीत जैसा गौरव दिलाना ही उनके राजनीतिक जीवन का लक्ष्य है । एमएलए के इस कथन में पटौदी को जिला बनाने के संकल्प का रहस्य भी छिपा हुआ है । राजनीतिक जानकारों के मुताबिक अहीरवाल से ही संबंध रखने वाले केंद्र में मंत्री बनाए गए भूपेंद्र यादव के मूल गांव जमालपुर में आयोजित अभिनंदन समारोह के मंच से ही पटौदी को जिला बनाने की घोषणा कर दी जाती तो यह सही मायने में अहीरवाल के दिग्गज और पटौदी से चुनाव जीतकर अहीरवाल से हरियाणा के पहले सीएम बनने वाले राव बिरेंदर सिंह के नाम को हरियाणा की राजनीतिक पटल पर स्वर्ण अक्षरों में अंकित करने से भी कहीं अधिक स्वर्णिम हो सकता था । राव बिरेंदर सिंह हरियाणा के सीएम ही नहीं केंद्र में मंत्री भी रह चुके हैं । हरियाणा में गिनती के ही राजनेता है जोकि हरियाणा में सीएम भी बने और केंद्र में मंत्री भी रहे हैं , इनमें स्वर्गीय चौधरी देवी लाल, स्वर्गीय बंसीलाल, स्वर्गीय भजनलाल के नाम शायद ही कोई राजनीतिक दल और राजनेता नजरअंदाज कर सकेगा ।

लेकिन यहां बात , सवाल और जिज्ञासा जिला को लेकर है । अब देखना यही है कि पटौदी को जिला कब कैसे और किस प्रकार बना कर पटौदी को जिला बनाने की मांग को पूरा किया जा सकेगा । बहरहाल केंद्र और हरियाणा दोनों जगह भाजपा के डबल इंजन वाली सरकार है । इतना ही नहीं अब तो डबल इंजन वाली सरकार के साथ साथ विशेष रुप से अहीरवाल क्षेत्र से ही संबंध रखने वाली डबल राजनीतिक पावर राव इंद्रजीत सिंह और भूपेंद्र यादव भी दक्षिणी हरियाणा अथवा अहीरवाल से ही है । ऐसे में पटौदी को जिला बनाने की घोषणा से पहले पटौदी क्षेत्र में इतने अधिक विकास कार्यों के साथ रोजगार के अवसर उपलब्ध करवा दिए जाने चाहिए कि चंडीगढ़ की कुर्सी पर कोई भी नेता बैठे उसके सामने पटौदी को जिला बनाने के अलावा अन्य कोई भी विकल्प नही बचे। 

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