चण्डीगढ, 20अगस्त:-डिपो स्तर की लम्बित पङी समस्याओं व मुख्यालय के आदेशों की अवहेलना में सीनियर व जूनियर कर्मचारियों में हो रहे भेदभाव को लेकर हरियाणा रोङवेज संयुक्त कर्मचारी संघ के वरिष्ठ राज्य उप-प्रधान बलवान सिंह दोदवा व डिपो प्रधान चन्द्रभान सोलंकी महाप्रबंधक से बातचीत करने के लिए कार्यालय में गये थे। लेकिन महाप्रबंधक द्वारा विवादित मुद्दों पर बातचीत करके समाधान करने की बजाय युनियन पदाधिकारियों के साथ दुर्व्यवहार करना शुरू कर दिया तथा उन्हें देख लेने व तबादला करवाने की धमकी देने लगे। महाप्रबंधक द्वारा अपनाए जा रहे तानाशाही व पक्षपात रवैये से युनियन में काफी रोष है। युनियन डिपो में हो रहे भ्रष्टाचार व घोटालों की लिखित शिकायत सरकार व परिवहन विभाग के उच्च अधिकारियों को करेगी।

हरियाणा रोङवेज संयुक्त कर्मचारी संघ के वरिष्ठ राज्य उप-प्रधान बलवान सिंह दोदवा, चण्डीगढ डिपो के प्रधान चन्द्रभान सोलंकी, उप-प्रधान धन सिंह गुहणा, सचिव रामकुमार शिशवाल, कैशियर विनोद तिहाङा, सह-सचिव जोगेन्द्र सिंह, आडिटर सत्यवान,मुख्य संगठन सचिव अनील कुमार व कार्यालय सचिव जगदेव सिंह यादव ने संयुक्त ब्यान जारी करते हुए बताया कि कर्मचारियों की बहुत सी आर्थिक अदायगी जैसे कि एरियर, शिक्षा भत्ता, रात्रि भत्ता, मैडिकल बिल, एसीपी, एलटीसी व अन्य अदायगी काफी समय से लम्बित पङी हुई हैं। महाप्रबंधक को डिपो में आये लगभग 8महिने हो चुके हैं तथा युनियन उसी दिन से लम्बित पङी आर्थिक अदायगी का भुगतान करवाने की मांग कर रही है लेकिन महाप्रबंधक का इस तरफ कोई ध्यान नहीं है तथा लगातार युनियन की अनदेखी कर रहे हैं। महाप्रबंधक कर्मचारियों की आर्थिक अदायगी रोककर तथा खर्चा कम दिखाकर विभाग के उच्च अधिकारियों में अपनी वाही-वाही लुटने में लगे हुए हैं। इतना ही नहीं, महाप्रबंधक महोदय आर्थिक अदायगी करने की बजाय चालकों पर नाजायज रिकवरी डालकर उनका शोषण भी कर रहे हैं।

उन्होंने बताया कि महाप्रबंधक एक युनियन को बढ़ावा देकर डिपो में गुटबाजी को बढ़ावा दे रहे हैं जिसके कारण डिपो में कभी भी झगड़ा हो सकता है। महाप्रबंधक ने मुख्यालय के आदेशों की धज्जियां उड़ाते हुए एक युनियन के कई सदस्यों को कार्य शाखा में लगाया हुआ जो भेदभाव करके कर्मचारियों का शोषण कर रहे हैं। महाप्रबंधक ने भेदभाव की निति अपनाते हुए जूनियर चालक व परिचालकों को कार्यालय में तथा सीनियर को मार्गों पर चलाया जा रहा है जो मुख्यालय के आदेशों की उल्लंघना है।

अगर युनियन इसका विरोध करती है तो महाप्रबंधक द्वारा युनियन के सदस्यों को निलंबित व तबादला करवाने जैसे धमकियां दी जाती हैं। युनियन ने चेतावनी दी है कि महाप्रबंधक के हर तानाशाही रवैये का डटकर विरोध किया जायेगा तथा जरूरत पङने पर महाप्रबंधक के खिलाफ आन्दोलन भी किया जायेगा। जिसकी सारी जिम्मेदारी डिपो प्रशासन की होगी।

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