आने वाले दो दिन दक्षिण हरियाणा की राजनीति में होंगे निर्णायक,
जन आशीर्वाद यात्रा करेगी राव इंदरजीत को प्रभावित,
शीर्ष नेताओं के निर्देश पर की जा रही है यात्रा,
यात्रा की जनसभा में मुख्यमंत्री की मौजूदगी बदलेगी राजनैतिक मायने

ईश्वर धामु

चंडीगढ। दक्षिण हरियाणा के प्रभावी नेता केंद्रीय मंत्री राव इंदरजीत को भाजपा एक बार फिर से उन्ही के क्षेत्र में घेरने का प्रयास कर रही है। भाजपा में राव विरोधी गुट ने इस बार उनके समानान्तर केंद्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव को खड़ा करने का प्रयास किया है। दक्षिण हरियाणा में राव इंदरजीत को मात देने के लिए भूपेन्द्र यादव के सम्मान में जन आशीर्वाद यात्रा की शतरंज बिछाई गई है। कांग्रेस से करीब आठ साल पहले भाजपा में शामिल हुए राव इंदरजीत का कद पार्टी में सीमिट कर रह गया है। यंहा तक कि वें अपने समर्थको की संख्या भी नहीं बढ़ा पाए हैं। आज भी उनके साथ सांसद रमेश कौशिक और रेडमैन धर्मबीर सिंह के अलावा अन्य कोई समर्थक सांसद नहीं है।

राव इंदरजीत की अपनी सैल्फ स्टाइल की राजनीति के चलते मुख्यमंत्री मनोहरलाल से भी अधिक समय तक नहीं पट पाई तो मंख्यमंत्री ने एक सधे हुए राजनेता की तरह राव को राडार पर ले लिया। ऐसा भी पहली बार हुआ कि राव की सभा में गुरूग्राम और रेवाड़ी में हुटिंग हुई। भाजपा ने राव के क्षेत्र में वरिष्ठ नेता अरविंद यादव को वजन देना शुरू कर दिया। यंहा तक कि लम्बे समय से पार्टी में उपेक्षित चले आ रहे ठाडे नेता अरविंद यादव को हरको बैंक का चेयरमैन बना कर उनका राजनैतिक कद बढ़ा दिया। मुख्यमंत्री समर्थक गुट अरविंद यादव को राव इंदरजीत की काट के रूप में देखने लगे। इतना ही नहीं जिला प्रशासन में अरविंद यादव के काम होने लगे। तेजी से बदले हालातों में अरविंद यादव ने राव इंदरजीत की रफ्तार को तो रोक दिया पर उसको पिछे नहीं धकेल नहीं पाए।

फिर केंद्रीय मंत्रिमंडल में हुए बदलाव के बाद मुख्यमंत्री समर्थकों ने इसे एक अवसर के रूप में लिया। अब इस गुट ने भूपेन्द्र यादव को मोदी मंत्रिमंडल में शामिल होते ही उनको माध्यम बनाने का निश्चय कर लिया। यंहा बताना होगा कि जब भी हरियाणा में नेतृत्व परिवर्तन का जिक्र होता था तो भूपेन्द्र यादव का नाम चर्चाओं में आ जाता था। वें हरियाणा में बदलाव के माध्यम तो नहीं बन पाए पर केंद्रीय मंत्रिमंडल में अवश्य स्थान ने गए। अब मुख्यमंत्री ने पार्टी के शीर्ष नेताओं से विचार विमर्श कर दक्षिण हरियाणा में राव इंदरजीत का राजनैतिक ग्राफ रोकने के लिए भूपेन्द्र यादव को माध्यम बनाया है। केंद्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव के सम्मान के नाम पर जन आशर्वाद यात्रा की रूपरेखा तैयार कर डाली।

मंत्री भूपेंद्र यादव की जन आशीर्वाद यात्रा दक्षिण हरियाणा में उनके गृह जिले गुरुग्राम से शुरू होगी। यह यात्रा 16 और 17 अगस्त को हरियाणा के गुरुग्राम, रेवाड़ी और महेंद्रगढ़ जिले से होते हुए राजस्थान में प्रवेश करेगी। हरियाणा में दो दिन तक रहने वाली जन आशीर्वाद यात्रा का खाका खुद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ ने खींचा है। हरियाणा में जन आशीर्वाद यात्रा का 54 स्थानों पर स्वागत होगा। इसके लिए विधायकों और जिलाध्यक्षों की जिम्मेदारी लगाई गई है। गुरुग्राम-दिल्ली बोर्डर से शुरू होने वाली केंद्रीय मंत्री की जन आशीर्वाद यात्रा उनके पैतृक गांव जमालपुर में पहुंचेगी तो प्रदेश अध्यक्ष ओम प्रकाश धनखड़ और मुख्यमंत्री मनोहर लाल भी इसमें शामिल होंगे। इस जन आशर्वाद यात्रा के दौरान होने वाली जनसभा में मुख्यमंत्री का मौजूद होने से सारे हालात अपने आप स्पष्ट हो जाते हैं।

राव इंदरजीत विरोधी गुट ने जो जाल बिछाया है, उसमें राव इंदरजीत खुद फंसते दिखाई देते हैं। क्योकि अभी तक राव और उनके समर्थक इस जन आशीर्वाद में शामिल होने का फैसला नहीं कर पाए हैं। पार्टी के दिल्ली दरबार के आदेशों पर हो रही इस यात्रा में अगर राव इंदरजीत शामिल नहीं होते हैं तो शीर्ष नेतृत्व उनसे जबाब मांग सकता है? ऐसे में अगर राव यात्रा में शामिल होते हैं तो उनका राजनैतिक कद प्रभावित होता है। चर्चाकारों का यह भी कहना है कि अगर राव इंदरजीत यात्रा में आते हैं और मंच शेयर करते हैं तो हुटिंग होने की सम्भावना से इंकार नहीं किया जा सकता। इस तरह दक्षिण हरियाणा की राजनीति में आने वाले दो दिन बड़े ही निर्णायक साबित हो सकते हैं।

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