जिनकी बदौलत आज खुली हवा में ले रहे हैं सांस, उनके बलिदानों व एहसानों को भूलना नहीं चाहिए : अनीता ढुल

चंडीगढ़/कलायत, 14 अगस्त: हल्का कलायत की वरिष्ठ कांग्रेसी नेत्री अनीता ढुल बड़सीकरी के नेतृत्व में शहीद सम्मान समारोह आयोजित किया गया। पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्षा सोनिया गांधी व प्रदेश अध्यक्षा कुमारी शैलजा के आदेशानुसार शहीदों के सम्मान के लिए जिला व ब्लाक स्तर पर कार्यक्रम के लिए दिशा निर्देश मिले थे, जिसके तहत कांग्रेस की वरिष्ठ नेत्री अनीता ढुल बड़सीकरी व प्रदेश सचिव राजेश अंबरसर द्वारा आज़ादी की लड़ाई में हिस्सा लेने वाले व स्वतंत्रता की लड़ाई में अपने प्राणों की आहुति देने वाले परिवारों को सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम में फुल्लां देवी पत्नी मनीराम निवासी नरड़ स्वतंत्रता सेनानी, चावली देवी पत्नी सुंदर सिंह निवासी नरड़, भगवती पत्नी मुंशी राम निवासी मटौर को सम्मानित किया गया। इसके अलावा युद्ध मे अपने प्राण न्योछावर करने वालों की वीरांगनाओं को भी सम्मानित किया गया जिसमें सावित्री देवी पत्नी सिपाही सियाराम निवासी राजौंद, विद्या देवी पत्नी गुरदयाल सिंह निवासी जाखौली, भरपाई देवी पत्नी शहीद रामचंद्र निवासी हरसौला, शांति देवी पत्नी हवलदार धर्म सिंह देवबन, सरोज बाला पत्नी कृष्ण कुमार निवासी तारागढ़, राधा देवी पत्नी शहीद सिपाही रामचंद्र निवासी कैलरम, गुडडी देवी पत्नी रघुवीर सिंह निवासी कोलेखां, चंद्रपति पत्नी राइफलमैन शहीद जयवीर सिंह निवासी किठाना सहित सभी वीरांगनाओं को व स्वतंत्रता सेनानियों की धर्मपत्नियों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में हलके के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।

इस प्रकार के कार्यक्रम आयोजित करने का उद्देश्य बताते हुए राजेश अम्बरसर ने कहा कि जिनके बलिदान की बदौलत, युद्ध लड़ने की वजह से हम आज खुली हवा में सांस ले रहे हैं, उनके परिवारों को सम्मान बनता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में भाजपा सरकार केवल तिरंगा यात्रा निकाल कर झूठी वाह-वाही बटोरना चाहती है परन्तु शहीदों के परिवारों का कोई विशेष ख्याल नहीं रखती। प्रदेश सचिव राजेश अंबरसर ने संबोधन में कहा कि हमें शहीदों व शहीदों की वीरांगनाओं की सहायता करनी चाहिए, समय-समय पर उनके परिवारों में जाकर उनकी खैर सुख का पता लेना चाहिए ताकि इनके अंदर हौंसला बना रहे।

भाजपा की तिरंगा यात्रा पर निशाना साधते हुए अनीता ने कहा कि आरएसएस के कार्यकर्ता तिरंगे को हाथ में पकड़ पकड़ने लग गए हैं जिससे हमें बड़ी खुशी है क्योंकि जो आरएसएस वाले मुख्य मुख्यालय पर नागपुर में तिरंगा नहीं लहराते थे आज उनके कार्यकर्ता तिरंगा यात्रा के माध्यम से हाथों में तिरंगा लिए हुए दिखे, इससे कांग्रेस पार्टी को बड़ी खुशी है कि कम से कम उन्होंने तिरंगे का मान सम्मान करना तो सीखा। केंद्र सरकार व प्रदेश सरकार से मांग करते हुए उन्होंने कहा कि देश के लिए दिन रात लड़ने वाले, सीमा पर खड़े होकर पहरा देने वाले सैनिकों, उनके परिवारों व अन्न पैदा करने वाले किसानों की सुध भी ले और जय जवान जय किसान का नारा जो आजकल धूमिल हो रहा है उसको जीवंत करें।

राजेश अम्बरसर ने कहा कि सीमा पर जवान सुरक्षित नहीं है, खेत में किसान नहीं खुश नहीं हैं। पिछले लगभग 8 महीने से किसान दिल्ली बॉर्डर पर बैठे हुए हैं परन्तु सरकार उनकी सुध नहीं ले रही है। आज स्वतंत्रता दिवस के मौके पर सरकार से मांग करते हैं कि कम से कम तीनों कृषि कानूनो को वापस ले। अनीता ढुल बड़सीकरी ने कहा कि मैं एक सैनिक की बेटी व एक सैनिक की पत्नी होने के नाते बताना चाहती हूं कि मेरे लिए इन वीरांगनाओं के बलिदान का और इन वीरांगनाओं के पतियों द्वारा दिए गए बलिदान  पर मैं इनको इनको सिर झुकाकर नतमस्तक होकर प्रणाम करती हूँ। मैं हर मौके पर इनके सुख और दु:ख में जुड़ी रहूंगी और मेरा परिवार का सदस्य प्रत्येक सैनिक और वीरांगनाओं को विश्वास दिलाते हैं कि आपको समय-समय पर हमारे कार्यक्रमों में शिरकत करने का अवसर मिलेगा।

इस मौके पर मानसिंह कमालपुर, अशोक जैलदार कलायत, सतीश बड़सीकरी, लाखा मांडी, सुशील बड़सीकरी, सुनील बड़सीकरी, दर्शन खरक पांडव, आकाश राणा कलायत, रामकुमार राणा कलायत, नरेश यादव कैलरम, राजेश मटौर, ऋषि कोलेखां, रामनिवास मोर, राजू देवबन, सोनू चौशाला, कृष्ण किठाना, प्रह्लाद नायक कलायत, साहिल उझाना, डीसी बालू, सीताराम नरड़ समेत सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद रहे।

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