किसान संसद में एमएसपी की गारंटी का क़ानून बनाने का प्रस्ताव किया पास।
राष्ट्रपति को भेजा जाएगा तीनों काले क़ानून रद्द करने व एमएसपी की गारंटी का क़ानून बनाने का प्रस्ताव।
सरकार ने तीनों काले कानूनों से पूंजीपतियों पर लगे प्रतिबंध हटाए।
तीनों काले कानूनों से पूंजीपतियों को बिचौलियों की बड़ी भूमिका दी।
तीनों काले कानूनों से पूँजीपति बिचौलियों का लाभ बढ़ेगा कई गुणा।
तीनों काले कानूनों से जमाख़ोरी,कालाबाज़ारी तथा मुनाफ़ाख़ोरी बढ़ेगी।
तीनों काले कानूनों से आम आदमी पर पड़ेगी महँगाई की मार।
तीनों काले कानूनों से किसान,मज़दूर,ग़रीब तथा आम आदमी का होगा शोषण।

गुरुग्राम। दिनांक 12.08.2021 – संयुक्त किसान मोर्चा गुरुग्राम के अध्यक्ष चौधरी संतोख सिंह ने बताया कि आज किसान धरना पर किसान संसद का आयोजन किया गया।उन्होंने बताया कि किसान संसद बारह बजे से तीन बजे तक चली।किसान संसद में एक-एक घंटे के तीन सत्र हुए।

किसान संसद का शुभारंभ राष्ट्रगान के साथ शुरू हुआ।प्रथम सत्र में किसान ईश्वर सिंह को अध्यक्ष एवं ऊषा सरोहा को उपाध्यक्ष चुना गया तथा मनीष मक्कड़ को कोर्डिनेटर बनाया गया।दूसरे सत्र में योगेश्वर दहिया को अध्यक्ष और डॉक्टर सारिका वर्मा को उपाध्यक्ष चुना गया तथा तीसरे सत्र में अनिल पवार को अध्यक्ष तथा बलवान सिंह दहिया को उपाध्यक्ष चुना गया।

आज किसान संसद में तीनों काले कानूनों एवं एमएसपी की गारंटी के क़ानून पर चर्चा एवं बहस हुई।

किसान संसद में सभी सदस्यों ने बहस के दौरान कहा कि सरकार जनता को गुमराह कर रही है। सरकार ने तीनों काले कानूनों से पूंजीपतियों पर लगे प्रतिबंध हटाये हैं ओर पूँजीपतियों को बिचौलियों की बड़ी भूमिका दी है।उन्होने कहा कि अब पूंजीपति खाद्य वस्तुओं का मनमानी स्टाक कर सकते हैं। उन्होने कहा कि सरकार ने पूंजीपतियों को जमाखोरी की छूट दे दी है है।

उन्होंने कहा कि तीनों काले कानूनों से पूंजीपतियों की आय कई गुना बढ़ेगी।उन्होने कहा कि सरकार ने पूंजीपति कॉर्पोरेट घरानों को बड़े बिचौलियों की भूमिका दे दी है।उन्होंने कहा कि पूंजीपति किसानों से दस रुपये किलो मटर ख़रीदते हैं और उसी मटर को प्रोसेस करके 200 रुपये में बेचते हैं।इससे उत्पादक किसान तथा उपभोक्ता आम आदमी दोनों लुटते हैं।

उन्होंने कहा कि इन कानूनों से सिर्फ़ पूंजीपति कॉर्पोरेट घरानों की आय कई गुना बढ़ जाएगी। उन्होंने कहा कि इन काले कानूनों से उत्पादक और उपभोक्ता दोनों का शोषण होगा और पूंजीपतियों का लाभ होगा।उन्होंने कहा कि इन काले कानूनों से पूँजीपति पूरी तरह से मार्किट पर कब्ज़ा कर लेंगे और मार्केट को अपने हिसाब से चलाएंगे और देश में महँगाई बढ़ेगी।

उन्होंने कहा कि तीनों काले कानूनों से जमाख़ोरी,कालाबाज़ारी तथा मुनाफ़ाख़ोरी बढ़ेगी।तीनों काले कानूनों से आम आदमी पर महँगाई की मार पड़ेगी।तीनों काले कानूनों से किसान,मज़दूर,ग़रीब तथा आम आदमी का शोषण होगा।तीनों काले कानून किसान,मज़दूर,ग़रीब तथा आम आदमी के डेथ वारंट है।उन्होंने कहा कि तीनों काले कानूनों को रद्द किया जाए।इस दौरान किसानों ने तीनों काले क़ानून रद्द करो के नारे लगाए।

बहस के बाद किसान संसद ने तीनों काले कानूनों को सर्वसम्मति से रद्द कर दिया।बहस के बाद किसान संसद में सभी ने सर्वसम्मति से प्रस्ताव पास किया की MSP की गारंटी का क़ानून बनाया जाए तथा इसका प्रस्ताव राष्ट्रपति को भेजा जायेगा कि सरकार जनहित में इन तीनों काले कानूनों को रद्द कर दे।

किसान संसद का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ।
किसान संसद में शामिल होने वालों में फूल सिंह,सतबीर सिंह,विनोद कुमार भारद्वाज,विजय यादव,कंवर लाल यादव,सतीश मराठा, कंवर लाल यादव,मुकेश डागर,विरेन्द्र हुड्डा,मनोज सहरावत,अटलवीर कटारिया,श्रवण कुमार,कमांडेंट सत्यवीर सिंह,गीता गौरैया, देवीका सिवाच,नवनीत रोज़खेड़ा,जयप्रकाश रेढू,तारीफ़ सिंह गुलिया,दान सिंह तंवर,प्रकाश महलावत,उम्मेद सिंह महलावत तथा अन्य सैकड़ों व्यक्ति शामिल थे

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