किसान गोष्ठी में किसानों से रूबरू हुए कुलपति हिसार 11 अगस्त। किसानों की समस्याओं का निदान करना प्रत्येक कृषि वैज्ञानिक का दायित्व है। इसके लिए कृषि वैज्ञानिकों को सदैव तत्पर रहना होगा। समाज के सभी वर्गों को किसान की समस्या को अपनी समस्या मानकर उसका समाधान खोजना होगा। ये विचार चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार के कुलपति प्रोफेसर बीआर काम्बोज ने कहे। वे एक किसान गोष्ठी के दौरान बोल रहे थे। गोष्ठी का आयोजन विश्वविद्यालय के विस्तार शिक्षा निदेशालय, अनुसंधान निदेशालय, कपास अनुभाग, कृषि विज्ञान केंद्र व कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के संयुक्त तत्वावधान में किया गया। कुलपति प्रोफेसर बीआर काम्बोज ने कहा कि इस बार लगातार विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों की टीम फील्ड में जाकर किसानों की समस्याओं के समाधान के लिए जुटी हुई है ताकि किसानों को गत वर्षों की भांति कम से कम समस्याओं का सामना करना पड़े। इसके अलावा राज्य सरकार व माननीय कृषि एवं किसान कल्याण मन्त्री जय प्रकाश दलाल भी विश्वविद्यालय के साथ मिलकर लगातार किसानों की समस्याओं को लेकर विचार विमर्श कर रहे हैं और भविष्य की योजनाओं की रूपरेखा तैयार कर रहे हैं। गोष्ठी का विषय ‘कपास के उत्पादन व बचाव की उन्नत तकनीक’ रखा गया था। उन्होंने कहा कि कपास की फसल में बेहतर उत्पादन के लिए कीट व रोगों का एकीकृत प्रबंधन जरूरी है। इसके लिए समय-समय पर वैज्ञानिकों द्वारा फसलों संबंधी जारी हिदायतों व सलाह का विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि वे स्वयं भी किसानों के खेत में जाकर उनकी समस्याओं को लेकर मौके पर ही जानकारी मुहैया करवा रहे हैं। किसान गोष्ठी के बाद गांव दरियापुर में किसानों की फसलों का जायजा लिया गया, जहां विश्वविद्यालय की ओर से प्रदर्शनी प्लांट लगाए गए हैं। इसके अलावा पोधारोपण भी किया गया। Post navigation हरियाणा प्रदेश की प्रगति में होगी सभी वर्गों की प्रतिभागिता : डिप्टी स्पीकर हरियाणवी लोक संगीत को बढावा न मिलने का दुख : रवींद्र नागर