नागरिकों ने दी पार्षद व अधिकारियों का घेराव करने की चेतावनी गुरुग्राम। गुरु द्रोण की नगरी खांडसा रोड के हरि नगर गली नंबर 4 एवं 5 में पिछले एक सप्ताह से सीवर का गंदा पानी भरा हुआ है लेकिन स्थानीय पार्षद व नगर निगम अधिकारी शिकायत करने के बाद भी नहीं सुन रहे हैं। इससे एक ओर जहां दुर्घटना होने की आशंका बनी रहती है वहीं इस बरसात में मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया व वायरल बुखार फैलने का डर बना हुआ है। लगातार बारिश होने पर सिवर का गंदा पानी आस-पास के घरों में भी घुस जाता है। स्थानीय निवासी व सनबीम यूनियन के प्रधान प्रवीण शर्मा ने बताया कि हरि नगर की गंदगी साफ करने व सीवर लाइन दुरूस्त करने के लिए टेंडर भी हुआ था परंतु ठेकेदार गली नंबर चार एवं पांच का काम अधूरा छोड़ कर चला गया और उसने अपना बिल भी पास करा लिया। परिणाम यह हुआ कि एक सप्ताह पूर्व अधिक बारिश होने की वजह से इस इलाके का सिवर लाइन पूरी तरह से जाम हो गया। इसकी शिकायत स्थानीय पार्षद अश्वनी शर्मा व नगर निगम के अन्य अधिकारियों से की गई पर सिवाय आश्वासन के कुछ नहीं हुआ। अब तो अधिकारी व पार्षद मोबाइल तक नहीं उठाते। उन्होंने नगर निगम अधिकारियों से ठेकेदार के कार्यो की जांच कराने की मांग की है। वहीं नाहरपुर रूपा पंचायत के पूर्व मेंबर व हरि नगर के स्थानीय निवासी यज्ञ दत्त शर्मा ने बताया कि पहले यह क्षेत्र पंचायत में आता था तब यहां इतनी ज्यादा परेशानी नहीं होती थी। अब जबकि इस क्षेत्र में घनी आबादी बस गई है परेशानी बढने लगी। हरि नगर में करीब 600 मकान बने हुए हैं। कुछ तो अधिकृत कॉलोनियां हैं और कुछ तो अनाधिकृत। इसी वजह से गुरुग्राम नगर निगम यहां विकास का काम ठीक से नहीं करवाता। उन्होंने बताया कि हरि नगर के गली नंबर पांच में पिछले कई दिनों से सीवर लाइन खुदा पड़ा है जहां कभी भी गिरकर हादसा हो सकता है। यहां अधिक बरसात होने पर लोगों के घरों में भी पानी घुस जाता है। इस बीच हरि नगर गली नंबर 4 के निवासी महेश उर्फ राजू, पूर्व पंचायत मेंबर, रणवीर राठी, पूर्व सैनिक सूरभान, समाजसेवी राजवीर, विमलेश देवी ने चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर शीघ्र ही उनकी गली की समस्या का समाधान नहीं हुआ तो वे लोग धरना-प्रदर्शन करेंगे और पार्षद और अधिकारियों का घेराव करेंगे। Post navigation नक्कारखाने की तूती साबित हो रहे हैं डीसी गुरुग्राम के आदेश : माईकल सैनी ( AAP ) मुश्किल दौर में मजबूती से खड़े रहे कैनविन के योद्धा: डा. हरि गोयल