कानून विशेषज्ञों की निय़ुक्तियों पर उठाया सवाल, जांच की मांग की
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चंडीगढ़ । हरियाणा प्रॉसिक्यूशन डिपार्टमेंट में लॉ स्पेशलिस्ट के पदों पर कई नियुक्तियों को लेकर सवाल उठ रहे हैं। एक याची ने सीएम को पत्र लिख कर मामले की जांच की मांग की है। उसने अपने पत्र में बताया कि यह नियुक्तियां कांग्रेस सरकार के वक्त हुई थी। भाजपा सरकार आने के बाद इन्होंने अपनी निष्ठा बदल ली। अब वह इस सरकार में भी इन पदों पर विराजमान है। विवादित विशेषज्ञ हुडा विभाग में कार्यरत है।
याची ने अपने पत्र मे बताया कि विभाग में जब इन अपात्र विशेषज्ञों को नियमित कर दिया था तो 2 मई 2017 को इनकी नियमितिकरण का निरस्त कर दिया था। लेकिन विभाग की स्थापन शाखा के कुछ अधिकारियों पर मिलीभगत न्यायालय के आदेश को आज तक अमली जामा नहीं पहनाया। इस वजह से यह अभी भी अपने पद पर काम कर रहे हैं।
याची ने आरोप लगाया कि इनसे सरकार की छवि पर भी विपरीत असर पड़ रहा है। क्योंकि इस तरह के लोग कुछ मंत्रियों व सीएमओ के नाम पर लोगों को तंग करने का काम कर रहे हैं। यदि कोई इनकी बात नहीं मानता तो उसे फंसाने और दबाने की कोशिश होती है। याची ने बताया कि विभाग में जब भी नया अधिकारी आता है तो उसे सच का पता ही नहीं चलने दिया जाता। उसके सामने तथ्य छुपा लिए जाते हैं। इनकी इस साजिश की वजह से एक सीनियर अधिकारी के खिलाफ तो कोर्ट ने 340 सीआरपीसी के तहत कार्यवाही के आदेश तक जारी कर दिए थे।
याची बताया कि विवादित विशेषज्ञों के आचरण का आंकलन तो उनके खिलाफ लिखे गए विभिन्न पत्रों से भी पता चल सका है। यह पत्र विभाग के अभिलेखों में मिल जाएंगे।
याची ने मांग की कि इस तरह के विवादित विशेषज्ञों की जांच की जानी चाहिए। क्योंकि यह भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने का काम कर रहे हैं। इससे सरकार की भ्रष्टाचार मुक्त छवि भी दागदार हो रही है। इतना ही नहीं यह विवादित विशेषज्ञ कई चुनाव में विपक्षी उम्मीदवार के पक्ष में सक्रिय रहा है। इससे भी पता चलता है कि इनकी निष्ठा कहीं ओर हैं।
याची ने मांग की कि इस विवादित विशेषज्ञ की गहनता से जांच होनी चाहिए। जिससे सच सामने अा सके।