349 कर्मचारी मिले गैर हाजिर

रमेश गोयत

पंचकूला। पंचकूला के मेयर कुलभूषण गोयल ने सोमवार को सेक्टर 12ए सामुदायिक केंद्र में बने कंट्रोल रुम पर छापा मारकर पूरे सिस्टम के बारे में जांच पड़ताल की। मेयर के साथ एसई विजय गोयल भी उपस्थित थे। इस दौरान 686 में से केवल 337 घडिय़ां कर्मचारियों के पास मिली, जबकि बाकी कर्मचारी डियूटी से गैर हाजिर थे। नगर निगम ने कर्मचारियों की शत-प्रतिशत उपस्थिति का पता लगाने के लिये आइटीआइ लि. से 1000 घडिय़ों का एग्रीमेंट किया था। जिसमें से 958 घडिय़ां कर्मचारियों के लिये आवंटित हुई थी। जिसमें कालका-पिंजौर के कर्मचारी शामिल थे। 958 में से 686 कर्मचारी पंचकूला नगर निगम के अंतर्गत कार्य कर रहे हैं। फिलहाल कालका-पिंजौर के अलग होने के बावजूद कर्मचारियों की रिपोर्टिंग पंचकूला से ही हो रही है।

नगर निगम द्वारा चार साल के लिये कंपनी से एग्रीमेंट किया गया है, जोकि वर्ष 2012 तक चलेगा। इसके तहत एक घड़ी के कंपनी को नगर निगम द्वारा 467 रुपये और जीएसटी मासिक वहन किया जा रहा है। जिसके तहत लगभग साढ़े 5 लाख रुपये मासिक कंपनी को दिये जा रहे हैं। फिलहाल निगम के ऑडिट विभाग ने 6 महीने से कंपनी की पेमेंट रोक रखी है। मेयर कुलभूषण गोयल ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिये कि निगम के कर्मचारियों की शत-प्रतिशत अटेंडेंस और घड़ी पहनना सुनिश्चित किया जाए। जिस भी कर्मचारी के हाथ में घड़ी नहीं है, उसकी हाजिरी किसी भी हालत में नहीं लगनी चाहिए। नगर निगम ने अगस्त, 2018 में बैंगलौर की एक कंपनी से घडिय़ां खरीदी थी। यह कंपनी ही घडिय़ों का कंट्रोल रूम भी मैनेज कर रही है। एक घड़ी के लिए एजेंसी को 467 रुपये प्रतिमाह एनुअल मेनटेनेंस चार्जेस के तौर पर दिए जाते हैं। इन घडिय़ों से ही सफाई कर्मचारियों की बायोमीट्रिक अटेंडेंस लगती है। इन घडिय़ों को मैनेज करने के लिए सेक्टर 12 ए में कम्युनिटी सेंटर बनाया गया है। कुल 686 सफाई कर्मियों को बायोमीट्रिक अटेंडेंस वाली घडिय़ां दी गई है। इनमें से 337 घडिय़ां ही चल रही है।

कुलभूषण गोयल ने कॉन्ट्रेक्ट की शर्तों के मुताबिक एक हजार घडिय़ां देने को कहा। अब निगम की ओर से शेष बचे सफाई कर्मियों के अलावा 145 ट्रैक्टर, ट्रॉली चलाने वालों, 14 हेल्पर, 75 माली, 36 इलेक्ट्रीशियन को भी बायो-मीट्रिक अटेंडेंस वाली घडिय़ां दी जाएगी।

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