हेलीमंडी, पटौदी और फरुखनगर में बरसात ने खोल दी पोल.
हाल ही बनाये अधिकांश स्टाइल के रोड जमीन में गहरे बैठे.
राह चलते किसी के साथ कभी भी हो सकता है गंभीर हादसा

फतह सिंह उजाला

पटौदी । विकास के कार्य एक ऐसा मुद्दा है , जिसका श्री लेने के लिए एक प्रकार से होड़ मच जाती है कि उस गली में , उस वार्ड में या मोहल्ले में मैंने ही विकास के काम करवाएं । लेकिन मानसून के दौरान ऐसा क्या कुछ हो गया कि कोई भी जनप्रतिनिधि, पालिका का अधिकारी विकास कार्य करवाने का श्रेय लेने से पीछे ही पीछे हटते चले जा रहे हैं । इसका कारण है मानसून के दौरान बरसात की वजह से हेलीमंडी, पटौदी और फरुखनगर पालिका क्षेत्रों में अधिकांश स्थानों पर बनाई गई गलियां , टाइल के रोड , विकास कार्यों में होने वाले भ्रष्टाचार का बोझ नहीं उठा सके और जमीन में बैठते चले जा रहे हैं ।

तीनों ही नगरपालिका के विभिन्न वार्डों से लोगों के द्वारा शिकायत के साथ में फोटो भी शेयर किए जा रहे हैं कि किस प्रकार से विकास के नाम पर भ्रष्टाचार का बेखौफ खुला खेल खेला जा रहा है । कई स्थानों पर तो हालात इस प्रकार से दिखाई देते हैं की गली अथवा सड़क बनाने के लिए बिछाई गई टाइल आपस में एक दूसरे के बीच में फंसी हुई जमीन के खड्डे के ऊपर अधर ही अधर दिखाई दे रही हैं । ऐसे में किसी भी पैदल आवागमन करने वाले ,स्कूटर मोटरसाइकिल चालक, छोटे बच्चे, बुजुर्ग या फिर किसी चार पहिया वाहन चालक के साथ कोई भी गंभीर हादसा हो सकता है । जाटोली क्षेत्र में तो वार्ड 12 में इस प्रकार के हालात देखे गए कि कार चालक उस वक्त हैरान रह गया जब कार  टाइल के रोड पर  सौभाग्य से अटक गई और नीचे गली अचानक धंस गई । कार की हालत इस प्रकार से हो गई जैसे किसी सर्विस स्टेशन पर जैक लगाकर वाहन को ऊपर उठाया जाता है । बड़ी मशक्कत के बाद में कार को लंबे चैड़े गहरे खड्डे में गिरने से बचाया जा सका ।

इसी प्रकार से हेली मंडी नगर पालिका क्षेत्र में जहां नया नगर पालिका कार्यालय बनाया जा रहा है वहां पर भी ताजा-ताजा विकास कार्य बरसात होते ही भ्रष्ट सिस्टम का बोझ नहीं खेल सके और टाइलों सहित गली जमीन में धसती चली गई। यहां तक की सीवर के मेनहोल भी दूर से ही अलग से दिखाई देने लगे। आम लोगों में जिज्ञासा है कि आखिर यह किस प्रकार का विकास कार्य किन अधिकारियों की देखरेख में हो रहा है और ऐसे कौन से वह अधिकारी हैं जो कि विकास कार्य होने के बाद में इन्हें निर्माण कार्यों के मापदंड के अनुरूप बनाए जाने का प्रमाण पत्र भी देते चले आ रहे हैं।

सूत्रों के मुताबिक जितनी तेजी से सड़कें और गलियां बनाने का काम चल रहा है, भ्रष्ट सिस्टम में शामिल भागीदार ठेकेदार और अधिकारी भी सारा दोष बरसात और बरसात के पानी को देते चले जा रहे हैं । सूत्रों के ही मुताबिक पटौदी के एमएलए एडवोकेट सत्य प्रकाश जरावता के संज्ञान में तीनों नगरपालिका क्षेत्रों में निर्माण कार्यों की आड़ में बेखौफ तरीके से किए जा रहे भ्रष्टाचार की शिकायतें सबूतों के साथ में पहुंचाई जा रही हैं और वह इस मामले में बेहद गंभीरता से विभिन्न प्रकार से जानकारियां एकत्रित भी कर रहे हैं। अब लोगों में जिज्ञासा यही है कि सरकारी धन और आम जनता के खून पसीने की कमाई से करवाए जा रहे विकास कार्य क्या इसी प्रकार से जमीन फाड़कर जमीन के अंदर समाते रहेंगे या फिर कोई ठोस जांच करवाए जाने के साथ ही दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई भी की जाएगी।

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