–पहले शक्ति प्रदर्शन और फिर जनसभा बन गया भाजपा का कार्यकर्ता सम्मेलन

नारनौल, रामचंद्र सैनी  

प्रदेश के मुखिया मनोहर लाल का ऐतिहासिक ढोसी का प्रस्तावित दौरा खराब मौसम के चलते कार्यकर्ता सम्मेलन में तब्दील कर दिया। जिसके चलते कार्यकर्ताओं में यह प्रचार किया गया कि मुख्यमंत्री 28 जुलाई को सीएल फार्म हाउस के हॉल में केवल कार्यकर्ताओं के सम्मेलन को संबोधित करेंगे। इसके लिए बाकायदा 500 से 600 वर्करों के बैठने के लिए हॉल में कुर्सियां लगाई गई थी। सम्मेलन से पहले भाजपा के कार्यकर्ताओं में इस बात को लेकर काफी जोश देखा गया था कि आज उनकी पार्टी के सीएम उनकी समस्याओं से रूबरू होंगे और वे अपने मन की बात उनके समक्ष रख सकेंगे। भाजपा मंडल स्तर के अनेक कार्यकर्ता अपनी समस्या आदि बातें लिखकर कार्यकर्ता सम्मेलन हॉल में पंहुचे थे।

कार्यकर्ता हॉल का नजारा और मंच संचालक का संबोधन सुनकर भाजपा कार्यकर्ता ना केवल मायूस हो गए बल्कि उनका जोश देखते ही देखते काफूर हो गया। मुख्यमंत्री के मंच पर आने के बाद जिला के तीनों भाजपा के विधायकों एवं पूर्व शिक्षा मंत्री के समर्थकों ने अपने-अपने नेताओं के पक्ष में जिंदाबाद के नारे लगाकर शक्ति प्रदर्शन किया। वहीं मंच संचालक ने जब यह कहा कि कोई भी कार्यकर्ता अपनी समस्या या कागज यहां मुख्यमंत्री को ना दें उनके कागज रेस्ट हाउस में लिए जाएंगे ,तो सभी कार्यकर्ताओं आपस में बगल झांकते नजर आए, क्योंकि मुख्यमंत्री  रेस्ट हाउस में पहले ही जाकर आ चुके थे और कार्यकर्ता सम्मेलन के बाद हुडा में भाजपा नेता दयाराम के निवास पर भोजन के उपरांत सीधा उनकी रवानगी थी। मंच से यह सब बातें सुनकर कार्यकर्ताओं को बहुत ही मायूसी हाथ लगी।

कई दशकों से पार्टी के प्रति वफादार अनेक कार्यकर्ता तो ऐसे थे जो नारनौल के विभिन्न विभागों में उनकी हो रही अनदेखी की जानकारी  मुख्यमंत्री को लिखकर देने के लिए लाए थे। ये सीएम को  वास्तविक स्थिति से अवगत कराना चाहते थे कि नारनौल के आम जनता से जुड़े पब्लिक हेल्थ,नगर परिषद और बिजली विभाग में किस प्रकार से अधिकारी मनमानी कर रहे हैं और आम जनता त्रस्त हैं। कार्यकर्ताओं के आशाओं पर उस समय पानी फिर गया जब कार्यकर्ताओं का यह सम्मेलन एक जनसभा बनकर रह गया। सभी वक्ताओं ने सरकार और मुख्यमंत्री की तारीफ में कसीदे पढ़े लेकिन किसी ने भी ना तो आम जनता की आवाज और ना ही कार्यकर्ताओं की समस्याओं को मुख्यमंत्री के समक्ष रखना उचित समझा। कार्यकर्ताओ ने सम्मेलन के बाद दबी जुबान से नेताओं को कोसते हुए क्षेत्रीय पार्टियों का उदाहरण देते हुए कहा फलां का राज ही बढ़िया कम से कम कार्यकर्ताओं की सुनवाई तो होती है।

सीताराम विधायक के समर्थकों ने जब मचाया शोर

कार्यकर्ता सम्मेलन में उस समय अजीबोगरीब स्थिति हो गई, जब मंच संचालक ने अटेली के विधायक सीताराम यादव से मुख्यमंत्री का स्वागत नहीं करवाया। ऐसा होता देख अटेली के विधायक के समर्थकों ने सम्मेलन में शोर मचाना शुरू कर दिया। उसके बाद विधायक सीताराम यादव के द्वारा बुक्का भेंट करके मुख्यमंत्री का स्वागत करवाया गया। विधायक सीताराम यादव के समर्थकों का कहना था यह सब एक सोची-समझी योजना थी और मंच संचालक जानबूझकर उनके विधायक को नीचा दिखाना चाह रहे थे।

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