चंडीगढ़, 26 जुलाई – हरियाणा पुलिस ने पिछले एक सप्ताह में आधार कार्ड के बायोमेट्रिक्स की मदद से पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग और जींद से लापता हुई दो मूक-बधिर महिलाओं को उनके परिवारों से मिलाया है।

हरियाणा पुलिस के प्रवक्ता ने सोमवार को यह जानकारी देते हुए कहा कि अपराध शाखा की एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट (एएचटीयू) को नारी निकेतन, करनाल से इन लापता महिलाओं के बारे में सूचना मिली थी, जहां उन्हें संबंधित अधिकारियों के आदेश द्वारा क्रमशः जनवरी 2019 और दिसंबर 2017 में भेजा गया था।

पुलिस टीम ने उनके मूल स्थानों के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए चंडीगढ़ के आधार केंद्र से मदद मांगी, क्योंकि ये लापता महिलाएं कुछ भी सुन या बोल नहीं सकती थीं। और उनके आधार कार्ड की मदद से पुलिस टीम को इन लापता महिलाओं के परिवार के बारे जानकारी मिली, जिससे बिछडे़ हुए लोगों को परिवार से मिलवाने का यह ऑपरेशन सफल हुआ।

पहले मामले में 21 वर्षीय लापता महिला पश्चिम बंगाल राज्य के दार्जिलिंग के भजनपुरा गांव की रहने वाली है, जो जनवरी 2019 में लापता हो गई थी।

जबकि, एक अन्य मामले में, एक 33 वर्षीय महिला, जिसे 2017 में जींद से लापता होने की सूचना मिली थी, को उसके परिवार के साथ फिर से मिला दिया गया।

उन्होंने कहा कि हमारी एएचटीयू टीमें सभी राज्यों के अधिकांश आश्रय गृहों के संपर्क में हैं और जब पुलिस को लापता बच्चे व व्यक्ति के बारे में सूचना मिलती है, तो पुलिस उनसे संपर्क व काउंसलिंग करते हुए परिवार से मिलाने को हर संभव प्रयत्न करती है।