किसान आय व पैदावार बढाने के लिए खेती के परम्परागत ढर्रे को छोड़ आधुनिक एवं नई तकनीक अपनाएं : एस.डी.एम.
कृषि विभाग की किसान हित की स्कीमों का फायदा लेने लिए फसलों का एमएफएमबी पोर्टल पर पंजीकरण करवाना जरूरी : एसडीएम ब्रह्मप्रकाश
किसान रासायनिक उर्वकों के अंधाधुध प्रयोग की बजाए जैविक खेती पर दें ध्यान
महाराजा अग्रसेन भवन में आयोजित किया किसान मेला, कृषि विशेषज्ञों ने दी आधुनिक व लाभदायक खेती की जानकारी
मूंग के बीज पर सरकार दे रही 90 फीसदी सब्सिडी
सिवानी, 23 जुलाई। कृषि मंत्री जेपी दलाल के निर्देश पर कृषि एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा शुक्रवार को ‘‘प्रोमोशन ऑफ कॉटन कल्टीवेशन इन हरियाणा स्कीम के तहत महाराजा अग्रसेन भवन में एक दिवसीय किसान मेले का आयोजन किया गया। एसडीएम ब्रहमप्रकाश ने कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। किसान मेले में कृषि वैज्ञानिको ने कपास, ग्वार,मूंग व अन्य फसलों में आने वाली बीमारियों व उसके उपचार, मेरा पानी-मेरी विरासत,मेरी फसल मेरा ब्योरा योजना व फसल अवशेष प्रबंधन के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
एसडीएम ब्रहमप्रकाश ने किसान मेले को संबोधित करते हुए कहा कि किसान खेती के परंपरागत ढर्रे को छोडक़र आधुनिक एवं नवीनतम तकनीक से खेती करें ताकि उनकी पैदावार और आय बढ़ सके। उन्होंने किसानों से रासायनिक उर्वकों के प्रयोग से बचने व जैविक खेती करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि वे फसल विविधिकरण को अपनाकर सरकार द्वारा दी जा रही किसान हित की स्कीमों का लाभ उठाएं। इसके लिए जरूरी है कि किसान अपनी फसल का पोर्टल पंजीकरण करें। पोर्टल पर पंजीकरण होने पर किसान प्राकृतिक आपदा की स्थिति में भी लाभ से वंचित नही रहता। उन्होंने किसानों से निरंतर कृषि विभाग के संपर्क में रहने को कहा। उन्होंने चालू मौसम में अधिक से अधिक पेड़ लगाने तथा जल संरक्षण के लिए अनुरोध किया।
मेले में फसल विविधिकरण की योजना की दी जानकारी
कृषि विभाग के उप निदेशक डॉ. आत्मा राम गोदारा ने कृषि विभाग द्वारा चलाई जा रही स्कीमों के बारे में बताया। डॉ गोदारा ने मेरी फसल- मेरा ब्यौरा, मेरा पानी-मेरी विरासत व बाजरा विविधिकरण के बारे में विस्तार से जानकारी दी व मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल से संबंधित किसानों द्वारा रखी गई समस्याओं का मौके पर ही समाधान किया।
किसान मेले में कृृषि विज्ञान केन्द्र, भिवानी से डॉ. मुरारीलाल व डॉ. देवीलाल ने किसानो को कपास फसल में आने वाले कीट व बिमारियों के रोकथाम के व बागवानी फसलों व मौसम के बारे में जानकारी दी ।
किसान मेले में कृषि इंजीनियर डॉ. नसीब सिंह धनखड़ ने किसानों को कृषि उपकरणों का सही प्रयोग व उनका रख रखाव ओर सरकार की किसान हित की योजनाओं के बारे में बताया। इस मौके पर डॉ हर भगवान व उपमंडल कृषि अधिकारी डॉ सुखदेव कंबोज ने बताया कि बाजरा विविधिकरण योजना के तहत बाजरा को छोडक़र मूंग, अरहर, मूंगलफली व अरंड की खेती करने पर किसान को चार हजार रुपए प्रति एकड़ दिया जाता है, जिसके पंजीकरण की अंतिम तारीख 31 जुलाई है। प्रदेश सरकार चाहती है कि हर खेत की जानकारी सरकार के पास हो ताकि किसानों को उनकी जरूरत के अनुसार योजनाओंं का लाभ दिया जा सके। उन्होंने कहा कि इस पोर्टल पर जिन किसानों ने अपनी जमीन खाली छोड़ी हुई है उन्हें भी अपने खाली खेत की जानकरी देनी है। किसानों द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर ही किसानों को सुविधाएं दी जाएगी।उन्होंने किसानों से आह्ïवान किया कि अभी भी मूंग की बिजाई का समय है। किसान मूंग की बिजाई करें। मूंग के बीज पर प्रदेश सरकार 90 फीसदी सब्सिडी दे रही है। उन्होंने कहा कि यह फसल लगभग 70 दिन में तैयार हो जाती है। किसान इसके बाद सरसोंं की बिजाई कर सकता है। इससे जमीन की उर्वरा शक्ति भी बनी रहेगी। उन्होंने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के बारे में विस्तार से जानकारी दी।