पूर्व नगर परिषद मेंबर भीम सिंह राठी ने की पंचकूला में प्रेस वार्ता

रमेश गोयत

पंचकूला। हरियाणा के बादशाहपुर से निर्दलीय विधायक व हरियाणा एग्रो इंडस्ट्रीज कॉर्पोरेशन के चेयरमैन राकेश दौलताबाद व आईएएस अधिकारी विनय प्रताप सिंह पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए है। यह आरोप गुरुग्राम के बादशाहपुर से पूर्व नगर परिषद मेंबर भीम सिंह राठी ने पंचकूला में प्रेस वार्ता कर लगाए है। भीम सिंह राठी ने पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया कि उन्होंने चुनाव आयोग और हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता को पत्र लिखकर विधायक राकेश दौलताबाद की सदस्यता रद्द करने की मांग की है।

उन्होंने कहा कि विधायक राकेश दौलताबाद की कंपनी आर के एंड कंपनी मैनपॉवर प्राइवेट लिमिटेड को 2 ज़ोन के करोड़ों रुपए के टेंडर दिए गए हैं। आर के एन्ड कंपनी मैनपावर प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर गुरुग्राम के बादशाहपुर से निर्दलीय व सरकार में सहयोगी विधायक और हरियाणा एग्रो फूड इंडस्टरीज कॉरपोरेशन के चेयरमैन राकेश दौलताबाद हैं। भीम सिंह राठी ने कहा कि भारतीय संविधान के लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 के सेक्शन 9ए के तहत सरकार का कोई भी प्रतिनिधि किसी भी तरह के टेंडर या ठेके को नहीं ले सकता। ऐसे में भीम सिंह राठी ने विधायक राकेश दौलताबाद की सदस्यता को रद्द करने की मांग चुनाव आयोग और विधानसभा अध्यक्ष से की है।उन्होंने कहा कि राकेश दौलताबाद की कंपनी को सफाई कर्मचारियों की भर्ती के लिए टेंडर दिया गया है। भीम सिंह राठी ने आरोप लगाया कि इस टेंडर में तत्कालीन गुरुग्राम नगर निगम आयुक्त अधिकारी विनय प्रताप सिंह की भी मिलीभगत है। 

इस मौके पर भीम सिंह राठी ने कहा कि विधायक राकेश दौलताबाद और  अधिकारी व तत्कालीन गुरुग्राम नगर निगम आयुक्त विनय प्रताप सिंह ने मिलीभगत के कारण भ्रष्टाचार के इस कारनामे के चलते निगम को 2 साल में करीब ₹15 करोड़ का चूना लगवाया है।

काबिलेजिक्र है कि विनय प्रताप सिंह वर्तमान में पंचकूला के जिला उपायुक्त के पद पर नियुक्त हैं। वही पंचकूला जिला उपायुक्त विनय प्रताप सिंह ने इन आरोपों पर जवाब देते हुए कहा कि जिस मामले में उच्च न्यायालय द्वारा दो बार शिकायतकर्ता की याचिका खारिज कर दी गई है उस पर मैं क्या टिप्पणी करूं??। विनय प्रताप सिंह ने कहा कि सभी आरोप बेबुनियाद हैं।

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