-धान की फसल छोड़ अन्य फसल की खेती पर मिलेंगे ₹ 7000 प्रति एकड़

गुरुग्राम,17जुलाई – प्रदेश में धान की खेती को छोड़कर फसल विविधीकरण के तहत अन्य फसल उगाने वाले किसानों के प्रोत्साहन के लिए शुरू की गई महत्वकांशी योजना मेरा पानी मेरी विरासत की रजिस्ट्रेशन की अंतिम तारीख 15 जुलाई से बढ़ाकर 31 जुलाई कर दी गई है।

जिला उपायुक्त डॉ यश गर्ग ने बताया कि प्रदेश में लगातार बढ़ते हुए धान के क्षेत्र से प्रत्येक वर्ष भू-जल स्तर में गिरावट आ रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि धान की खेती सबसे ज्यादा पानी का दोहन मांगती है। ऐसे में राज्य सरकार की तरफ से वैकल्पिक फसल के रूप में मक्का, कपास, बाजरा, दलहन, बागवानी की फसलों और जल संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए ‘मेरा पानी मेरी विरासत’ योजना की शुरुआत की गई है।

मेरा पानी मेरी विरासत योजना के तहत राज्य सरकार ने मक्का, कपास, खरीफ तिलहन, खरीफ दालें, चारा वाली फसलों एवं बागवानी की फसल लगाने पर 7000 रुपये प्रति एकड़ देने का प्रावधान किया है। इस योजना के लाभ पात्र वही किसान होंगे जिनके द्वारा पिछले वर्ष धान की खेती की गई हो। इस योजना का लाभ उठाने के लिए किसान 15 जुलाई तक मेरा पानी मेरी विरासत योजना के अंतर्गत आवेदन कर सकते थे लेकिन प्रदेश में काफी हिस्सों में अभी मानसून ने पूरी तरह से दस्तक नही दी है। जिस कारण अभी बहुत से किसानों ने फसल की बुवाई नही की है। इसी के मद्देनजर सरकार ने किसानों को राहत देते हुए रेजिस्ट्रेशन की अंतिम तारीख 15 से बढ़ाकर 31 जुलाई कर दी है। योजना का लाभ लेने के इच्छुक किसान fasal.haryana.gov.in पर जाकर अपना रेजिस्ट्रेशन कर सकते है। योजना के विषय मे अधिक जानकारी के लिए हेल्पलाइन नंबर 0172-2571553, 2571544 पर सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक संपर्क कर सकते है।

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