भारत सारथी/ऋषि प्रकाश कौशिक गुरुग्राम। हरियाणा की राजनीति अजीब दोराहे पर खड़ी है। जनता असमंजस में है, किसकी माने सत्ता पक्ष की या विपक्ष की या………. कल रणदीप सुरजेवाला का ब्यान आया कि मारूति डिजायर का प्लांट गुजरात जा रहा है, आज मुख्यमंत्री कहते हैं कि कहीं नहीं जा रहा लेकिन साथ में कह देते हैं कि पहले बात हुई थी। इसके अतिरिक्त मुख्यमंत्री कुछ नहीं कहते, जबकि उपमुख्यमंत्री कहते हैं कि 900 एकड़ जमीन मारूति ने मांगी है। क्या समझें? मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा में 75 प्रतिशत युवाओं का आरक्षण कर दिया है लेकिन साथ ही यह भी कह दिया कि यदि कंपनियों को आवश्यकता होगी तो वे कहीं से भी आदमी रख सकते हैं। क्या समझें? अब स्थानीय निकाय मंत्री अनिल विज की बात करें तो वह निकाय से डेपुटेशन पर आए अधिकारियों को निकालने के बारे में एक वर्ष से कह रहे हैं लेकिन कर्मचारी मस्त हैं। उन्हें विश्वास है कि वे जाएंगे नहीं। अभी पिछले दिनों डेपुटेशन पर आए कर्मचारियों को अपने विभाग में जाने के ऑर्डर भी हो गए लेकिन कुछ समय बाद ही वे कैंसिल हो गए, ये है सरकार का विश्वास। अब विपक्ष की बात करें तो विपक्ष के नेता हैं भूपेंद्र सिंह हुड्डा। उनके बारे में उन्हीं की पार्टी में चर्चाएं चल रही हैं कि वह पार्टी पर अपना एकधिकार चाहते हैं। वह विधायकों को एकजुट कर प्रभारी विवेक बंसल और महासचिव वेणुगोपाल से भी मिला लाए लेकिन नतीजा शून्य। सूत्रों से ज्ञात हुआ था कि जो प्रश्न हरियाणा की जनता विपक्ष के बारे में लिए हुए है, वही प्रश्न वहां उनसे वेणुगोपाल द्वारा पूछ लिए गए कि आपने कब-कब सरकार की नीतियों के विरूद्ध आवाज उठाई, कब प्रदर्शन करे, कब जनता के बीच गए? अर्थात कह सकते हैं कि जितना सत्ता पक्ष निराश कर रहा है, उससे अधिक विपक्ष जनता को निराश कर रहा है। आज ही की लो, भूपेंद्र सिंह हुड्डा विज्ञप्ति जारी करते हैं कि हरियाणा में बेरोजगारी बहुत बढ़ गई है। यह सरकार की गलत नीतियों का प्रमाण है। मान लिया पर हुड्डा साहब आप दस साल मुख्यमंत्री रहे अर्थात पूर्ण अनुभव आपके पास है। जब सरकार गलत नीतियां बना रही थी, तब आपने उनको क्यों नहीं रोका और सही राह दिखाई? आप सदन से वॉकआउट करते रहे, अगर सरकार आपकी नहीं सुन रही थी तो अपनी पार्टी के लोगों के साथ मिल क्यों नहीं धरातल पर आकर धरना-प्रदर्शन कर सरकार को चेताया? स्वास्थ्य मंत्री आज भी लोगों से अपील कर रहे हैं कि कोरोना गया नहीं है। तीसरी लहर आने वाली है। कोविड से बचाव के नियमों का पालन करें। बहुत ठीक कहा आपने। महामारी अलर्ट-सुरक्षित हरियाणा आप बार-बार एक सप्ताह के लिए बढ़ा रहे हैं, अच्छी बात है स्वास्थ से बड़ा कुछ नहीं। लेकिन क्या स्वास्थ की रक्षा करना जनता की ही जिम्मेदारी है, राजनीतिक पार्टियों की नहीं? आपकी पार्टी के लोग ही लगातार कोई न कोई इवेंट करते रहते हैं। पार्टी के पदाधिकारियों की पहली मीटिंग भी हर जिले में हुई है और नेता जो फोटो प्रेस में पब्लिश होने के लिए देते हैं, उन्हें आप देख लीजिएगा। क्या आपके आदेश उनके लिए नहीं है, क्या वे कानून से ऊपर हैं, बताइएगा। Post navigation गुरुग्राम में मंगलवार को 04 लोगों ने कोरोना को हराया हत्या, हत्या का प्रयास, लूट , पुलिस टीम पर जानलेवा हमला करने वाले मुठभेड़ के बाद काबू।