इंटरनेशनल मेडलिस्ट मोनू ग्रेवाल की NIS की फीस भरने के लिए मजबूर माँ द्वारा गिरवी रखी गयी जमीन को अपनी जेब से पैसे देकर छुड़वाएँगे कुंडू सुनीता के बाद अब महिला खिलाड़ी मोनू ग्रेवाल के घर मसीहा बनकर मदद करने पहुंचे विधायक बलराज कुंडू नौकायन की इंटरनेशनल खिलाड़ी मोनू ग्रेवाल की 4 लाख फीस भी भरेंगे और बेटी को करीब डेढ़ लाख में नौका और चप्पू का पूरा सेट भी खरीदकर देंगे सोशल मीडिया पर मोनू ग्रेवाल की तंगहाली की खबर देखकर बिटिया की मदद करने भगवतीपुर गांव पहुंचे बलराज कुंडू महम / लाखनमाजरा, 12 जुलाई : सीसर गांव वासी वेट लिफ्टर सुनीता की ही तरह विधायक बलराज कुंडू भगवतीपुर गांव में अंतर्राष्ट्रीय महिला प्लेयर मोनू ग्रेवाल के लिये भी मसीहा बनकर पहुंचे। उनके घरेलू हालात को देखते हुए कुंडू ने एलान किया कि NIS की फीस भरने के लिए मोनू की बुजुर्ग माताजी ने मजबूर होकर जो जमीन गिरवी रख दी थी उसे कुंडू अपनी जेब से 2 लाख रुपये भरकर छुड़वाएँगे और उसकी NIS की 4 लाख रुपये की बकाया फीस भी वे खुद अपनी जेब से भरेंगे। इतना ही नहीं बिटिया मोनू ग्रेवाल के नौकायन गेम की आगामी तैयारी के लिये करीब डेढ़ लाख रुपये में वे नौका और चप्पू का कम्प्लीट सेट भी खरीदकर देंगे। बातचीत के भावुक माहौल में बेटी मोनू का सिर पुचकारते हुए बलराज कुंडू ने कहा कि खर्चे की चिंता छोड़ो वो आज से मेरी जिम्मेदारी है तुम सिर्फ अपनी कोचिंग और गेम पर ध्यान लगाओ, तुम्हें माता-पिता, गांव और अपने हरियाणा का नाम विश्व में रोशन करना है। पैसे के अभाव में आपका गेम नहीं छूटने दूंगा। दरअसल, बलराज कुंडू को सोशल मीडिया के जरिये पता चला था नौकायन में राष्ट्रीय स्तर पर 70 से अधिक और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ” ड्रैगन बोट वर्ल्ड कप ” में कांस्य पदक विजेता महिला खिलाड़ी मोनू ग्रेवाल गरीबी और तंगहाली से जूझते हुए भी देश के लिये मेडल लाकर नाम रोशन करने का जज्बा रखती हैं और NIS की फीस भरने के लिये इस परिवार ने अपनी जमीन तक को गिरवी रख दिया है। इस खबर को देखकर ही विधायक बलराज कुंडू भगवतीपुर गांव पहुंचे और बेटी मोनू की हाथों हाथ मदद की। बलराज कुंडू ने प्रदेश सरकार की खेल नीति की खामियों और खेल मंत्री सन्दीप सिंह की कार्यप्रणाली पर भी गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर और ओलम्पिक तक में फिफ्टी परसेंट मैडल हमारे हरियाणा के खिलाड़ी जीतकर लाते हैं और भारत का नाम पूरे विश्व में रोशन करते हैं लेकिन बावजूद इसके सरकार इन प्रतिभाओं की अनदेखी कर रही है जो बेहद दुखदायी है। Post navigation किसानों को पीएम मोदी पर पूरा भरोसा : कृषि मंत्री प्रदेश के दिव्यांगजन अब राज्य पुर्नवास, प्रशिक्षण एवं शोध संस्थान (सिरतार) रोहतक में नि:शुल्क शिक्षा ग्रहण कर सकेंगे : ओमप्रकाश यादव