पंचकूला ,29 जून : नगर निगम पंचकूला द्वारा पिछले साल सेक्टर 23 में लगभग 24 -25 सालों से गिराए जा रहे कूड़े की वजह से बन गए कूड़े के पहाड़ को वहाँ से हटाने ,ट्रीटमेंट करने के लिए बायोरेमिडेशन वर्क का ठेका दिया था। जजपा जिला शहरी अध्यक्ष ओपी सिहाग ने कहा कि ठेके की तय शर्तो अनुसार इस कूड़े को ट्रीट करके अलग से खाद बनाई जानी है, इसमें से निकलने वाले कुछ मटेरियल को रिसाइकल करने के लिए अलग से इकठ्ठा किया जाना है तथा जो कूड़ा करकट किसी काम का नही होगा उसको आसपास के खाली व गहरे गढ़ों में व मौजूदा स्थान पर ही खपाया व भरा जाना है। सिहाग ने बताया कि इस सारे कार्य के लिए नगर निगम पंचकूला द्वारा एक प्राइवेट कंपनी को लगभग 38 करोड़ रुपये का ठेका दिया गया है। विभाग से छन छन कर आ रही खबरों के मुताबिक इस प्रोजेक्ट की कोस्ट और भी बढ़ सकती है । कंपनी के कामकाज को लेकर काफी उंगलियां भी उठ रही हैं तथा इस सारे काम को मौजूदा कम्पनी अगर ठीक काम नही करती है तो उसके काम को बंद करके किसी अन्य फर्म को यह कार्य दिए जाने बारे भी अखबारों में खबरे छप रही हैं। ओ पी सिहाग ने कहा कि यह भी चर्चा काफी होती रही है कि इस मौजूदा डंपिंग ग्राउंड वाली जगह पर एक सुंदर पार्क विकसित किया जायेगा जो पूरे क्षेत्र का खूबसूरत पार्क होगा । जजपा प्रधान ने कहा कि अगर इस जगह पर सुंदर पार्क ही बनाया जाना है तो क्यों नही इसी डंपिंग ग्राउंड में किसी विशेषज्ञ से राय लेकर इस कूड़े के ढ़ेर को बिना उठाये कलकत्ता व शिमला की तर्ज पर जहां पहले डंपिंग साइट था अब खूबसूरत पार्क है तथा मनोरंजन के दूसरे साधन भी डेवेलोप किये गए हैं ,उसी अनुसार पार्क विकसित किया जाए । ओपी सिहाग ने कहा कि इसमें कोई दो राय नही है कि लगातार इस जगह पर कूड़ा करकट गिरने से यहाँ की जमीन भी खराब हुई है तथा ग्राउंड के नीचे तथा आसपास पानी भी खराब हुआ है। परन्तु आजकल आधुनिक तकनीक के सहारे जमीन में अंडरग्राउंड पाइप्स डालकर इस जमीन के निचे व आसपास के पानी को अलग निकाल कर के ट्रीट किया जा सकता है तथा सारे ग्राउंड में बड़ी बड़ी चिमनियों के सहारे इस कूड़े की वजह से उत्पन्न होने वाली गैसीस को भी डिस्पोज़ ऑफ किया जा सकता है ।इस ग्राउंड में मिट्टी का भरत करके तथा पूरी प्लानिंग के साथ पार्क , एम्यूजमेंट पार्क तथा बैंकट हॉल भी बनाया जा सकता है। जब दुबई व चीन में समुंदर में मेघा बिल्डिंग बनाई जा सकती है तो मॉडर्न इंजीनियरिंग के आगे यह तो कुछ भी नही है। जजपा प्रधान ने नगर निगम प्रशासन को सुझाव दिया कि 38 करोड़ रुपये में तो पार्क ,एम्यूजमेंट पार्क तथा एक बड़ा बैंकट हॉल भी यहाँ पर बनाया जा सकता है ,जिससे शहर के लोगों को सुविधा होगी । इसलिए मेरा सुझाव है कि इस टेंडर को जनहित व नगर निगम हित मे खत्म करके इस पैसे की बर्बादी को रोका जाए। Post navigation आत्मनिर्भर भारत योजनाओं मे 6.30 लाख करोड़ का बड़ा विस्तार कटारिया ने किया प्रधानमंत्री का धन्यवाद विधायक प्रदीप चौधरी ने डीसी विनय प्रताप सिंह से की औपचारिक मुलाकात