पंचकूला 28 जून। शहर को रात के समय जगमगाने की पूरी तैयारी कर ली गई है। नगर निगम द्वारा पेड़ों के आसपास रंग-बिरंगी लाइटें लगाई जाएंगी। डिवाइडरों के बीच में भी शानदार लाइटिंग होगी। रात के समय में आकर्षक दिखे, इसके लिये पूरी योजना बन चुकी है। शहर में एक तरह जहां डिजीटल बोर्डों लोगों को आकर्षित करेंगे, वहीं लाइटों की रोशनी भी शानदार होगी। इसके अलावा ओरनामेंटल स्ट्रीट लाइटें मुख्य मार्गों पर लगाई जाएंगी। एजेंसी 45 लाख रुपये की लागत से बिजली के खंभे और एलईडी लाइटें लगाएगी। प्रथम चरण में रेलवे रोड और हाउसिंग बोर्ड से सेक्टर-17/18 चौक को आने वाली सडक़ के दोनों किनारों पर एलईडी लाइटें लगाई जाएंगी। चौक और दोनों मार्ग पर बिजली के करीब 36 खंबे लगेंगे। यह खंबे लोगों को अपनी तरफ आकर्षित करने वाले होंगे। नगर निगम के अधिकारियों ने खंबों के डिजाइन भी फाइनल कर दिए हैं।

पंचकूला के मेयर कुलभूषण गोयल ने बताया कि शहर को स्वच्छ और सुंदर बनाने के लिए नगर निगम प्रयासरत है। इसी दिशा में शहर के सभी चौराहों को लाइटों से सजाने का कार्य किया जा रहा है। फिलहाल अभी एजेंसी को केवल सेक्टर-17/18 चौक, रेलवे और हाउसिंग बोर्ड से आने वाली दोनों सडक़ों पर एलईडी लाइट लगाने को कहा गया है। इसके बाद जितने भी प्रवेश द्वार मार्ग हैं, सभी पर लाइटों का पुख्ता प्रबंध किया जाएगा। उन्होंने बताया कि खंबों के जिस डिजाइन को फाइनल किया गया है, वह देखने में बहुत खूबसूरत हैं। इसके अलावा उनका वजन भी बहुत है। इस पोल को दोनों सडक़ों की डिवाइडिंग के बीच लगाया जाएगा। आंधी और तूफान में नुकसान नहीं पहुंचे, इसके लिए प्रत्येक खंबे की फाउंडेशन तैयार की जाएगी, इसकी गहराई करीब आठ फुट होगी। इस कार्य को बहुत जल्द शुरू करवाया जाएगा।

मेयर कुलभूषण गोयल ने बताया कि शहर की खराब स्ट्रीट लाइटों को बदलने और ठीक करने का भी काम शुरू करवा दिया गया है। स्ट्रीट लाइट को भी स्मार्ट बनाने का फैसला किया गया है। इसके लिए निगम ने राजस्थान इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इंस्ट्रूमेंट्स लिमिटेड से संपर्क साधा है। आरईईएल एमसी एरिया में लगी सोडियम लाइट की जगह एलईडी स्ट्रीट लाइट लगाएगी। एलईडी लाइट लगाने से पहले शहर में कुल स्ट्रीट लाइटिंग और डार्क स्पॉट का सर्वे कराने के लिए एचएसवीपी ने इस एजेंसी को काम अलॉट कर रखा है। शहर में एलईडी लाइट लगाने वाली एजेंसी आरईईएल शहर की स्ट्रीट लाइटिंग सिस्टम को स्मार्ट बनाने के लिए कंट्रोल एंड कमांड सेंटर बनाएगी। यह सेंटर आटोमैटिक सिस्टम से लैस होगा। शहर में कहीं भी स्ट्रीट लाइट खराब होने पर सेंटर में बैठे कर्मचारी को जानकारी मिल जाएगी। चंडीगढ़ की तर्ज पर पंचकूला में भी स्मार्ट स्ट्रीट लाइट सिस्टम के तहत काम किया जाएगा। निगम की तरफ से पहले फेज के तहत सर्वे करवाया जा रहा है कि किन-किन जगहों पर स्ट्रीट लाइट बदलने की जरूरत है। निगम की तरफ से पहले फेज के तहत 22 हजार स्ट्रीट लाइट लगाए जाने की प्लानिंग है।

प्रोजेक्ट पर काम एनर्जी सेविंग स्कीम के तहत किया जाएगा। निगम के मुताबिक टेक्निकल विंग की तरफ से किए जा रहे सर्वे में यह खास तौर पर ध्यान रखा जाएगा कि पार्क, मार्केट, डिवाइडिंग रोड, बी रोड, सी रोड सहित अन्य अंधेरे वाली जगहों पर कितने वॉट की लाइट लगाई जा सकती है। टेक्निकल विंग की रिपोर्ट के अनुसार ही इन जगहों पर लाइट लगाई जाएगी। निगम की मानें तो वर्तमान में कई जगहों पर जरूरत के हिसाब से लाइट नहीं लगी है।

निगम ने आरईईएल एजेंसी के साथ सात साल का समझौता किया है। इसके बदले में एजेंसी पूरे एमसी एरिया में सोडियम लाइट को एलईडी में बदलेगी। निगम एरिया में अभी करीब 22,500 स्ट्रीट लाइट हैं। करीब 4000 एलईडी लाइट पहले ही लगी हैं। शेष बची 18,500 सोडियम की जगह एलईडी लाइट लगाई जानी है। इसमें सडक़ पर कितनी स्ट्रीट लाइट के प्वाइंट हैं। उन पर कितना बिजली का खर्च हो रहा है। इसकी पूरी रिपोर्ट कंप्यूटर में फीड की जाएगी।

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