भिवानी/मुकेश वत्स

ग्रामीण सफाई कर्मचारी यूनियन हरियाणा ने आज रविवार को सीटू के बैनर तले जिला स्तरीय विरोध प्रदर्शन किया। अपनी मांगों को लेकर प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर ग्रामीण सफाई कर्मचारियों ने प्रदर्शन करते हुए सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। आज के धरने की अध्यक्षता यूनियन के जिला प्रधान राजबीर सिंह  ने तथा संचालन जिला सहसचिव  सुरेश कुमार ने किया।

धरने को संबोधित करते सीटू जिला प्रधान राममेहर सिंह ने कहा कि ग्रामीण सफाई कर्मियों की मांगों को लेकर 20 फरवरी को उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के साथ वार्ता हुई तथा उसके बाद 24 फरवरी को विकास एवं पंचायत विभाग के महानिदेशक रमेशचन्द्र बिढान के साथ वार्ता में शहरी सफाई कर्मियों के बराबर वेतन देने, महंगाई भत्ता देने, झाड़ू भत्ता तय करने, वर्दी धुलाई भत्ता तय करने, झाड़ू के इलावा काम के बाकी औजार बीडीपीओ ब्लॉक से खरीद कर देने, कर्मचारी की नियुक्ति के लिए दो हजार की जन संख्या के पैमाने को कम करने सहित अनेकों मसलो पर सहमति बनी थी तथा जल्द ही इन सभी मसलों के समाधान के लिए पत्र जारी करने की सहमति बनी थी। लेकिन सरकार ने उनका आज तक कोई समाधान नही किया गया।

उन्होंने कहा कि चार अप्रैल 2021 को मुख्यमंत्री ने सफाई कर्मियों के लिए 14 हजार रुपये वेतन देने की जो घोषणा की है, वह न्यायोचित नही है। क्योंकि 2013 में शहरी और ग्रामीण सफाई कर्मियों को बराबर वेतन मिलता था, जिसमें वर्तमान भाजपा सरकार ने गैरबराबरी पैदा कर है। इस गैरबराबरी के खिलाफ समान काम समान वेतन के लिए लड़ाई जारी रहेगी। ग्रामीण सफाई कर्मचारी यूनियन हरियाणा उप मुख्यमंत्री के नाम अपना ज्ञापन देते हुए ऐलान किया है कि 10 जुलाई तक उप मुख्यमंत्री यूनियन के साथ वार्ता करके मांगों का समाधान करें, अन्यथा प्रदेश भर के हजारों ग्रामीण सफाई कर्मचारी 17-18 जुलाई को सिरसा में उप मुख्यमंत्री आवास पर राज्य स्तरीय महापड़ाव डालकर अपने आन्दोलन को तेज करने पर मजबूर होंगे।

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