हिसार / हांसी, 24 जून I मनमोहन शर्मातीन किसान विरोधी बिलों को वापिसी लेने व अन्य मागों को लेकर किसानों में भाजपा कार्यालय के बाहर जमकर प्रर्दशन व नारेबाजी की । कार्यकारिणी की बैठक को प्रदेश भाजपा के अघ्यक्ष व पूर्व मंत्री ओमप्रकाश घनखड़ व प्रदेश के नवनियुक्त पदाधिकारी व कार्यकारिणी के सदस्यों का स्वागत् किया गया । प्रशासन की तरफ से सुरक्षा का कड़ा प्रबन्ध किया हुआ था । गेहूं की फसल का भुगतान, नहरों में पानी, जल घरों और जोहड़ों में पीने का पूरा पानी मिले, खरीफ 2020 जलभराव, ओलावृष्टि, सफेद मक्खी, अंधड़ से बर्बाद हुई फसलों की गिरदावरी अनुसार मुआवजा, बीमा कम्पनी एवं कृषि विभाग पर धोखाधड़ी का केस दर्ज करनेे आदि मांगों को लेकर उपायुक्त कार्यालय पर चल रहा बेमियादी धरना आज 58वें दिन में प्रवेश कर गया। आज धरने की अध्यक्षता राजेश सिंधु व सुरेश कुमार ने संयुक्त रुप से की व संचालन जिला सचिव सतबीर धायल ने किया। धरने को संबोधित करते हुए प्रेस सचिव सूबेसिंह बूरा ने बताया कि चारों टोलों पर धूमधाम से कबीर जयंती मनाई गई। इसके बाद चारों टोलों से हजारों की संख्या में किसान व किसान महिलाएं हिसार स्थित भाजपा कार्यालय पर पहुंचे जहां भाजपा की मंडल स्तर की कार्यकारिणी की चल रही बैठक के दौरान काले झंडे दिखाये। संयुक्त किसान मोर्चा के जिला प्रधान शमशेर सिंह नम्बरदार ने कहा कि आज भाजपा की सरकार किसानों को गुमराह करने व धोखा करके बार-बार कभी हिसार, कभी आदमपुर तो कभी हांसी में प्रोपगंडा करके किसानों को भडक़ाने का कार्य कर रही है। किसान तीनों काले कानूनों को रद्द करवाने के लिये, समर्थन मूल्य पर फसल खरीद की गारंटी का कानून, स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करवाने के लिये पिछले सात महीने से शांति प्रिय तरीके से आंदोलन कर रहे हैं। इसके विपरीत भाजपा आंदोलन को जात, धर्म, इलाके में बांटना चाहती है। उसके ये इरादे कभी पूरे नहीं होंगे। संयुक्त मोर्चा के नेता श्रद्धानंद ने बताया कि रात 11 बजे से पुलिस बल भाजपा कार्यालय पर बैठा है। पुलिस जवानों को रोटी तो दूर पानी तक किसानों ने उपलब्ध करवाया। वर्तमान सरकार पुलिस का दुरुपयोग कर रही है। आज के प्रदर्शन में राजू भगत, कृष्ण कुमार गावड़, कुलदीप खरड़, सतबीर धायल, सोमबीर पिलानिया, संदीप सिवाच, श्रद्धानंद, धोला, संदीप धीरणवास, विरेन्द्र डॉबी, भतेरी देवी, खजानी देवी के नेतृत्व में भाजपा कार्यालय का घेराव किया गया। Post navigation मूर्ति पवित्र या अपवित्र कैसे ? एक अच्छे कलाकार के रूप में नाम बना सकूं , यही चाहत : आरती गांधी